Muzaffarpur YogiyaMath Gauri Maya Death Mystery | Muzaffarpur | मृतका के हाथ पर मेंहदी से लिखी SBG का खुला: दो अन्य सहेलियों संग ट्रेन से कट कर जान देनी वाली माही की कॉपी जब्त‎, मुजफ्फरपुर में होगी डीएनए जांच – Muzaffarpur News

मुजफ्फरपुर शहर के योगियामठ की गौरी (14), माया (13) और बालूघाट की माही एक साथ 13 मई से लापता थीं। तीनों का शव कुछ दिनों पहले मथुरा में रेलवे ट्रैक के किनारे मिला था। इस मामले में पुलिस ने माही के घर से उसकी कॉपी जब्त की है। इस आधार पर यह सामने आया है

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क्या है मामला
उत्तर प्रदेश के मथुरा में मृत मिली तीन छात्राओं के डीएनए ‎टेस्ट के लिए उनकी डेड बॉडी का सैंपल ले लिया गया है। ‎वहीं, तीनों के परिजनों के डीएनए का सैंपल मुजफ्फरपुर में‎ लिया जाएगा। मथुरा में कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद‎ पुलिस और तीनों छात्राओं के परिजन बुधवार की देर शाम‎ मुजफ्फरपुर लौट आए। 13 मई को शहर के योगियामठ से‎ गौरी व माया और अखाड़ाघाट से माही लापता हो गई थी। ‎माही के घर से जो चिट्ठी बरामद हुई थी। उसमें हिमालय ‎जाने व तीन माह बाद आने की बात लिखीं थी। तब तक ‎कोई खोजबीन नहीं करने की हिदायत भी थी। तीनों छात्रा‎ मथुरा में एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर मालगाड़ी के सामने‎ आकर जान दे दी। अब तक की जांच में साफ हो गया है‎ कि यह सुसाइड का मामला है। अंधविश्वास में माइंड‎ डायवर्ट होने की वजह से यह घटना हुर्ई।‎

माही के नाना सुरेश कुमार ने बताया कि माही की मां की मौत 2015 गंभीर बीमारी से में हुई थी उस समय माही लगभग 6 वर्ष की थी। उसके बाद नाना नानी के साथ रहने लगी। माही के पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। मां की मौत के 6 महीने के बाद से ही माही पूजा पाठ करने लगी। प्रतिदिन नहाने के बाद अगरबत्ती और फूला माला से पूजा पाठ करती थी। पढ़ाई में एवरेज थी। खुद अकेले स्कूल जाती थी।

माही की जब्त कॉपी के आधार पर यह बात सामने आई है कि मां की दुनिया वह आस पास बना रखी थी। एक भगवान को भाई दूसरे भगवान से प्रेम करती थी। उसी से शादी और मां के पास जाने के लिए तैयार थी। शादी के रस्म के अनुसार उसने मेंहदी भी लगाई थी। इसके बाद शादी के लिए भगवान के पास मथुरा गई और मां के लिए ट्रेन के सामने आ गई थी। कॉपी में लिखा हुआ है कि मई 2024 को मां से मिलन होगा और वह साथ रहने लगेगी।

माही की स्कूल के क्लास टीचर ने बताया कि 2023 में गौरी और माही का एडमिशन 9th क्लास में हुआ था। इससे पहले ये दोनो अलग अलग स्कूल में पढ़ाई किया करती थी। दोनों की मुलकाता यही हुई थीं। गौरी बहुत ही शांत स्वभाव की थी। वहीं, माही चंचल थी। ये दोनो रेगुलर स्टूडेंट थे। हालांकि कभी-कभी माही तीन-चार दिन के लिए छुट्टी कर देती थी। एडमिशन के 3 महीने बाद गौरी टीका चंदन लगाकर क्लास आया करती थी। यह दोनों काफी समय एक दूसरे से बातचीत किया करती थी। इन दोनों के अलावा इनका कोई क्लास में खास मित्र नहीं था। क्लास की कुछ बच्चियों भी कहती थी की गोरी कुछ खास ही पूजा पाठ पर ध्यान देती है। वहीं, माही चंदन टीका कर क्लास में नहीं आती थी। क्लास में भी इस तरीके का कोई एक्टिविटी नहीं था, जिससे वह मानसिक रूप से बीमार या अन्य परेशानी से जूझती दिखी।

मामले की जांच कर रही पुलिस का मानना है‎ कि अंधविश्वास की वजह से माइंड डायवर्ट हुआ। ‎सोशल मीडिया के कारण भी तीनों के जीवन में ‎भटकाव आया। पुलिस ने छात्रा माही और गौरी के घर ‎से बैग में दर्जनों कॉपी बरामद की है। जिसे पढ़ने के बाद ‎पुलिस भी हैरान है। कॉपी के कुछ पन्नों को छोड़ बाकी‎ सारे पन्नों पर पेंसिल से बनाई गई तरह-तरह की तस्वीर ‎और इंसान को दिग्भ्रमित करने वाली बातें लिखीं हुई है। ‎इससे अब यह आशंका जताई जा रही है कि इन्हीं सब‎ बातों से तीनों के जीवन में भटकाव आया और घर से ‎सैकड़ों किलोमीटर दूर मथुरा जाकर सुसाइड कर लिया।

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