सुखबीर बादल अपने जान बचाने वाले एएसआई जसबीर सिंह और एएसआई हीरा सिंह को गले लगाते हुए।
पंजाब के बठिंडा से सांसद व बादल परिवार की बहू हरसिमरत कौर ने पति सुखबीर बादल पर हुए हमले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह को खत लिख दिया है। उन्होंने इस मामले की उच्च-स्तरीय कमेटी से जांच करवाने की मांग रखी है। इतना ही नहीं, सुखबीर सिंह बादल ने भी उनकी जान
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शिरोमणि अकाली दल की तरफ से सांझा की गई जानकारी के अनुसार पार्टी ने सुखबीर सिंह बादल की सिफारिश का समर्थन किया है। इस सिफारिश में सुखबीर बादल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एएसआई जसबीर सिंह और एएसआई हीरा सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित करने का अनुरोध किया है। यह अनुरोध 4 दिसंबर को गोल्डन टेंपल अमृतसर के परिसर में घटित घटना के लिए किया गया है, जब सुखबीर सिंह बादल सेवादार की भूमिका में अपनी सजा पूरी कर रहे थे।
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घटना से एक दिन पहले नारायण चौड़ा और एसपी रंधावा एक दूसरे के साथ दिखे थे और हाथ भी मिलाया था।
हरसिमरत बादल ने लिखा खत
इसी प्रकार, शिरोमणि अकाली दल की बठिंडा से सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने भी गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस चौंकाने वाली घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग की है। उनका कहना है कि पंजाब पुलिस की जांच में कई लूपहोल हैं। इतना ही नहीं, पंजाब पुलिस की संलिप्ता भी शक के दायरे में है। अगर ये घटना उस दिन घट जाती तो पंजाब का माहौल खराब हो सकता था।
अकाली दल पहले ही पंजाब पुलिस पर कर चुका शक जाहिर
पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर चुके हैं। बिक्रम मजीठिया ने कई वीडियो मीडिया के सामने रखी। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा।

आतंकी नारायण चौड़ा ने सामने से आकर गोली चलाई थी।
बिक्रम मजीठिया द्वारा पुलिस जांच पर उठाए गए सवाल-
1. पुलिस की एफआईआर कमजोर- बिक्रम मजीठिया ने पंजाब पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने एफआईआर को कमजोर करने के लिए गोली कत्ल करने की नीयत से नहीं, बल्कि गुत्थम-गुत्थी होते समय चलने की बात कही गई है। यानी कि ये सीधे-सीधे इरादतन कत्ल नहीं दिख रहा।
2. आतंकी चौड़े के साथ था बाबा धर्मा- बिक्रम मजीठिया ने वीडियो जारी कर बताया कि आंतकी चौड़े के साथ दिखने वाला कोई और नहीं बल्कि आतंकी दौर में उसी का साथ देने वाला बाबा धर्मा है। बाबा धर्मा तरनतारन के वैरोवाल का रहने वाला है। उसके खिलाफ भी कई वैपन व डेडली हथियारों के मामले दर्ज हैं।
3. वीडियो में दिख अन्य संदिग्ध की नहीं हुई पहचान- बिक्रम मजीठिया ने वीडियो जारी कर आतंकी चौड़ा और बाबा धर्मा के साथ चलने वाले एक और व्यक्ति को आइडेंटिफाई किया है। मजीठिया का आरोप है कि इस व्यक्ति की अभी पहचान नहीं हुई है। लेकिन ये भी इनके साथ ही था। इतना ही नहीं, आतंकी चौड़ा तीन दिसंबर को उसी की बाइक पर जाता दिखा था।
4. एसपी रंधावा आतंकी चौड़ा के साथ हाथ मिलाते दिखे- बिक्रम मजीठिया ने एक बार फिर आतंकी चौड़ा की वीडियो दिखाते हुए बताया कि जिस समय एसपी हरपाल सिंह रंधावा आतंकी चौड़ा से मिल रहा था, उसी समय उसका साथी बाबा धर्मा भी पास था। कोर क्रिमिनल व्यक्तियों के बार-बार सुखबीर बादल के पास आने के वीडियो सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद पुलिस कैसे कह सकती है कि वे सतर्क थी।
5. एफआईआर में जान बचाने वाले एएसआई का नाम नहीं- बिक्रम मजीठिया ने सवाल खड़ा किया कि सभी ने लाइव वीडियो में सुखबीर बादल के सुरक्षाकर्मी जसबीर सिंह को चौड़ा को पकड़ते देखा। इसके बावजूद पुलिस ने घटना से तीन घंटे बाद हुई एफआईआर में ना तो जसबीर सिंह का नाम लिखा गया और ना ही उसके बयान रखे गए हैं।
4 दिसंबर गोल्डन टेंपल में चली थी गोली
4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए।