अनुभव पटेल (18) ने 23 अगस्त को मिर्जापुर वेब सीरीज के डॉयलाग ‘हम अमर हैं’ के साथ रील पोस्ट की। कैप्शन लिखा – हमें कोई मार नहीं सकता। 2 दिन बाद 25 अगस्त को बाइक रेसिंग के शौक ने उसकी जान ले ली।
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अनुभव का दोस्त करण भी बाइक रेसिंग के रील बनाता था। 19 अगस्त को मिर्जापुर वेब सीरीज के ही एक और डॉयलाग ‘भूल तो नहीं गए हमें’ के साथ रील पोस्ट की थी। इसके पहले 2 मई को एक रील पोस्ट की, जिसमें डॉयलाग था- जाको राखे साइयां मार सके न कोय।
25 अगस्त को वह भी अनुभव के साथ बाइक पर पीछे बैठा था। किस्मत देखिए, हादसे में करण बच गया, लेकिन उसकी हालत गंभीर है।

करन अपने दोस्तों के साथ। तस्वीर उसी रील से है जिसमें डॉयलाग था – जाको राखे साइयां मार सके न कोय।
वहीं, 13 साल के अंजय का यूट्यूब चैनल है। दोस्तों के साथ कॉमेडी वीडियोज बनाकर अपलोड करता है। लेकिन, व्यूज नहीं आ रहे थे और ना ही सब्सक्राइबर बढ़ रहे थे। किसी ने आइडिया दिया कि बाइक से हाई स्पीड रेसिंग का वीडियो पोस्ट करो तो ज्यादा व्यूज मिलेंगे।
इसके साथ 27 अगस्त को अंजय अपने दो दोस्तों के साथ अपने दादा की स्पलेंडर बाइक लेकर हाई स्पीड रेसिंग के लिए पहली बार निकला। उम्मीद थी वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालेगा तो व्यूज-सब्सक्राइबर बढ़ेंगे। लेकिन, इनकी बाइक ट्रक के नीचे आ गई। दोनों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। अंजय मुजफ्फरपुर के अस्पताल में जिंदगी-मौत से जूझ रहा है।
ये लड़के पूर्वी चंपारण के रहने वाले थे। जिले में बीते 3 दिनों में हुए 2 दर्दनाक हादसों में 3 लड़कों की मौत हो गई है। 2 घायल हैं। इतना ही नहीं, इनकी वजह से हुए सड़क हादसों में एक राहगीर की भी मौत हो हुई है, जबकि दूसरा घायल है।
रील्स बनाने की वजह से जान गंवाने वालों में 18 साल का अनुभव पटेल, 15 साल का राजन उर्फ मिठ्ठू और 15 साल का रंजीत कुमार शामिल हैं।

27 अगस्त की अंजय के दोस्तों राजन और रंजीत की ट्रक के नीचे आने से मौत हो गई।
व्यूज बढ़े तो बाइक रेसिंग वाली पोस्ट करने लगा अनुभव
पहली घटना 25 अगस्त रविवार की शाम सुगौली में हुई थी। शहर के चांदमारी रोड का रहनेवाला अनुभव पटेल अपने दोस्त करण के साथ बाइक से करीब 100 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जा रहा था। अचानक उसकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े रामजी साह और गुड्डू को टक्कर मार दी।
इस हादसे में अनुभव पटेल और रामजी साह की मौत हो गई, जबकि अनुभव का दोस्त करण और रामजी साह के साथी गुड्डू गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का इलाज चल रहा है।
बताया जा रहा है कि अनुभव पटेल और करण दोनों दोस्त थे। इनके साथ 10 लड़कों का ग्रुप था, जिनके पास आर-15, ड्यूक जैसी हाई स्पीड रेसिंग बाइक्स थी। इन्हीं बाइक्स पर सभी स्टंट करते हुए रील्स बनाते थे।
शौक की वजह से चला गया बेटा
अनुभव के घर पर 2 दिन से मातम पसरा है। घरवाले किसी से बात करने को तैयार नहीं हैं। कहते हैं कि हमारा बेटा अपने शौक की वजह से चला गया, आपको क्या ही बता सकेंगे। एक दोस्त कैमरे पर न आने की शर्त पर बात करने को तैयार हुआ। उसने बताया कि ‘सभी दोस्त हर दिन शाम में बाइक लेकर मेन रोड पर निकलते थे। हाई स्पीड में बाइक चलाते थे और वीडियो बना कर फेसबुक-इंस्टाग्राम पर अपलोड करते थे।’
उन्होंने आगे कहा कि ‘पहले हम लोग यूं ही वीडियो बनाकर डालते थे तो व्यूज नहीं मिलता था। जब से हाई स्पीड बाइक पर स्टंट का वीडियो डालना शुरू किया तो व्यूज बढ़ने लगा। इस वजह से हमलोग ज्यादा से ज्यादा ऐसे वीडियो बनाने लगे।’
घटना वाले दिन हम सभी 4 बाइक से 8 दोस्त निकले थे। सुगौली के सिकरहना पुल के पास पहुंचे थे। अभी गाड़ी की स्पीड बढ़ा ही रहे थे कि अनुभव की बाइक सड़क पर दूसरे बाइक से टकरा गई। हादसा हुआ तो हम बाकी दोस्त इधर-उधर होकर वहां से निकले। अगर रुकते तो हमारी पिटाई हो सकती थी।

अनुभव की अपनी मां के साथ पोस्ट की गई तस्वीर।
पहली बार दोस्तों के साथ बाइक लेकर निकला था अंजय
27 अगस्त को केसरिया के बैसखवा मोड़ के पास दूसरा हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि 13 साल के अंजय को हाई स्पीड बाइक चलाने का शौक था। स्टंटमैन बनना चाहता था। घरवालों और दोस्तों से कहता था कि यहां का सबसे तेज और बेहतर बाइक राइडर बनेंगे।
यूट्यूब पर सब्सक्राइबर बढ़ाने को लेकर अंजय ने दोनों के साथ प्लान बनाया। फिर मंगलवार को पहली बार अपने दादा की स्पलेंडर बाइक लेकर दोनों दोस्तों के साथ रील्स बनाने निकल गया था।

वीडियो बनाते रहे लोग, तड़प कर दोनों दोस्तों की हुई मौत
रंजन और रंजीत के घरों के साथ ही राजपुर गांव में मंगलवार के बाद से मातम का माहौल है। रंजीत की मां रोते हुए कहती है कि मेरा बेटा छटपटा रहा था, किसी ने उसकी मदद नहीं की। वह ट्रक के चक्के के नीचे फंसा रहा। वहां से हाथ हिलाकर चिल्लाते हुए लोगों से बचाने की गुहार लगा रहा था। लेकिन कोई उसकी मदद करने नहीं आया।
इधर, राजन की मां का कहना था कि वह झूला झूल रहा था। अंजय आया और बुला कर ले गया। 10 मिनट बाद ही पता चला कि हादसा हो गया है। अंजय के परिवार वाले अपने बेटे को इलाज के लिए लेकर चले गए। लेकिन हमारे बेटे को ट्रक के नीचे से नहीं निकाला। वह घटनास्थल पर तड़प कर मर गया।

राजन की मां।
नवंबर में होनी है बहन की शादी
राजन चार भाइयों में सबसे बड़ा था। एक बड़ी बहन है, जिसकी शादी नवंबर में होनी है। वह पढ़ाई के साथ काम भी करता था। इससे घर चलाने में मदद मिलती थी। उसकी मौत से परिवार को बड़ा झटका लगा है।
बहन की शादी की तैयारी में राजन लगा था। मां ने बताया कि अब क्या होगा, कैसे होगा। कहकर बेसुध हो जा रही है।

पटना में गंगा में गिरी रील बना रही युवती
इधर, बुधवार को पटना में सेल्फी लेने के दौरान 24 साल की नीतू गांधी सेतु से नीचे गंगा नदी में गिर गई। पानी में गिरते ही लड़की चिल्लाने लगी। गाय घाट पर ड्यूटी पर तैनात SSB जवानों की नजर नीतू पर पड़ी तो सब इंस्पेक्टर अजीत कुमार जडेजा के नेतृत्व में 8 जवान तुरंत वोट लेकर उसे बचाने निकले। रस्सी लेकर एक जवान नदी में कूदा और उसका रेस्क्यू किया। थोड़ी देर में जवान उसे लेकर पहुंचा।
लड़की बेहोश हो गई। जवानों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। लड़की नालंदा की रहने वाली थी। वो पटना में पुलिस कॉन्स्टेबल की परीक्षा देने आई थी। नीतू के रेस्क्यू का वीडियो भी सामने आया है।
