मस्जिद का ढांचा नदी में समा गया।
पूर्णिया में लगातार 3 दिनों बारिश हो रही है। जिले की नदियां उफान पर हैं। बायसी में बहने वाली महानंदा, कनकई और परमान जैसी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। यहां हालत भयावह हैं। नदियों से घिरे बायसी प्रखंड के ताराबाड़ी में कटाव में एक मस्जिद का ढा
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जल प्रलय के बीच 28 सेकेंड का एक लाइव वीडियो भी सामने आया है। वीडियो बायसी के ताराबाड़ी पंचायत के पश्चिम टोला के ताराबाड़ी की है। 28 सेकेंड के इस वीडियो में कनकई नदी के कहर से डरे सहमे 3 बच्चे और एक नवयुवक को नदी के एक किनारे से घरों में भागते और छिपते देखा जा सकता है।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कनकई की तेज बहाव मस्जिद के ढांचे की सतह से आकर टकराती है, जिसके बाद देखते ही देखते ये ढांचा चंद सेकेंड में कनकई की लहरों में जल समाधि ले लेता है। वीडियो के 7वें सेकेंड पर ढांचे में हलचल दिखाई देती है और फिर महज चंद सेकेंड में ये ढांचा पानी में समा जाता है। कनकई के इस कहर से ताराबाड़ी के लोग पूरी तरह सहमे हैं।

ताराबाड़ी में मस्जिद समेत 8 घर कटाव की कोख में समा चुके हैं।
8 घर कनकई नदी में समा गए
कनकई नदी से लगे ताराबाड़ी गांव की कई और तस्वीरें सामने आई हैं। इसमें कनकई नदी को जमीन के हिस्से को निगलते और कुछ लोगों को कटाव के डर से अपने हाथों से आशियाना उजारते देखा जा सकता है। ताराबाड़ी पंचायत के पश्चिम टोला ताराबाड़ी में कनकई नदी में मस्जिद ही नहीं बल्कि अब तक 8 घर कनकई की लहरों में जलसमाधि ले चुके हैं। अब इस गांव के दर्जनों घरों पर कटाव का खतरा मंडरा रहा है।

ताश की पत्तों की तरह मस्जिद का ढांचा कनकई नदी में विलीन हो गया।
कटाव पीड़ितों में हाफिज अब्दुल वली ,मोलवी मुन्ना, मुश्ताक आलम, आबिद हुसेन, रजी अहमद, सबर, मरगुब आलम समेत एक अन्य शामिल हैं। कटाव की जद में इनका घर विलीन हो गया है। वहीं कनकई नदी के कटाव से डरे सहमे ग्रामीण रतजग्गा कर रहे हैं। वहीं कई लोग गांव छोड़कर माल मवेशियों के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण ले चुके हैं।
हर साल पलायन करते हैं लोग
गांव के मुखिया ऐजाज अंजूम कहते हैं कि यहां के लोग हर साल नदी कटाव के कारण पलायन करते हैं। वे लोग पिछले 50 सालों से नदी कटाव का दंश झेलते आ रहे हैं। हमारी जो भी कमाई होती है, वह बाढ़ में ही बह जाती है। हमें हर साल नए सिरे से जिंदगी शुरू करनी पड़ती है। सरकार के द्वारा नदी कटाव को रोकने का अब तक स्थायी समाधान नहीं ढूंढा जा सका है।

बायसी में मस्जिद का ढांचा चंद सेकेंड में नदी में समा गया।
हर साल नदी हमारे अनेक परिवारों के घर और जमीन बहा ले जाती है। जानकारी देते हुए सीओ गणेश पासवान ने बताया कि तेज कटाव की जानकारी मिली है। इसकी रिपोर्ट आपदा विभाग को भेज दी गई है और जांच कर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा।