बिहार में मानसून कमजोर हो गया है, लेकिन नदियां उफान पर हैं। गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। भागलपुर, मुंगेर, बेगूसराय में गंगा का पानी लगातार बढ़ रहा है। बेगूसराय का ग्रामीण क्षेत्र चारों ओर से बाढ़ के
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आने वाले दो दिनों तक किसी भी जिले में बारिश की संभावना नहीं है। हालांकि, 24 और 25 सितंबर को कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, अब तक पूरे बिहार में इस मानसून सीजन में 27 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, राज्य में अधिकतम तापमान 35-38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26-28 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड की जा रही है।
बिहार में बाढ़ के बाद क्या हैं हालात, नीचे फोटो के जरिए समझिए…
प्रदेश के 34 जिले में अब तक औसत से कम बारिश हुई है। अब तक सबसे कम सारण जिले में औसत से 56% कम बारिश हुई है। मधुबनी में 52 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। बारिश नहीं होने और तेज धूप के कारण लोगों को गर्मी से जूझना पड़ रहा है।
लगातार दूसरे दिन सीएम नीतीश ने गंगा के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया
सीएम नीतीश कुमार शनिवार को जेपी गंगा पथ से कंगन घाट, गांधी घाट एवं कृष्णा घाट पहुंचे। यहां उन्होंने गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पटना के डीएम को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को लेकर अलर्ट रहें और सारी तैयारी पूरी रखें।
पटना में सीएम नीतीश ने गंगा के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान सीएम नीतीश गांधी सेतु होते हुए हाजीपुर भी पहुंचे। जहां उन्होंने बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया। सीएम ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत की और उनसे व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली।
सीएम नीतीश ने निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहें।