राजस्थान में खाटू श्याम मंदिर से भाजपा पार्षद संजय जांगड़ा (लाल घेरे में) को बरामद कर लिया गया।
हरियाणा में झज्जर के लापता भाजपा जिला पार्षद संजय जांगड़ा खाटू श्याम मंदिर में मिल गए। झज्जर पुलिस सोमवार देर रात उन्हें लेकर पहुंची। साल्हावास थाने के SHO हरेश कुमार ने बताया कि इसमें राजस्थान पुलिस भी सहयोग लिया गया।
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संजय जांगड़ा सीएम नायब सिंह सैनी के नाम 7 पन्ने का एक नोट छोड़कर लापता हो गए थे। उन्होंने नोट में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ और झज्जर के जिला परिषद चेयरमैन पर आरोप लगाए कि इन लोगों ने उसके वार्ड में काम नहीं होने दिए।
भाजपा पार्षद ने लिखा कि उन्हें लोगों ने अपने काम करवाने के लिए चुना था, लेकिन वह पार्षद होकर भी लोगों के काम नहीं करवा पा रहे। क्योंकि, जिला परिषद चेयरमैन कप्तान बिरधाना उसे ग्रांट नहीं देता। वहीं, ओपी धनखड़ कान के कच्चे हैं और हाजिरी लगाने की कहते हैं।
नोट के अंत में पार्षद ने लिखा था कि यह उसका अंतिम नमस्कार है। पार्षद ने CM सैनी से विनती है कि ऐसे नेताओं पर कार्रवाई की जाए, जो पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।
झज्जर के मुंडाहेड़ा गांव के निवासी वार्ड 13 के पार्षद संजय जांगड़ा का नोट मिलने के बाद उनके सुसाइड की चर्चा होने लगीं। हालांकि, उनके भाई विनय ने पुलिस को उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसके बाद उन्हें खोजा गया।

कैबिनेट मंत्री आरती राव और अरविंद शर्मा की पत्नी रीता शर्मा के साथ पार्षद संजय जांगड़ा। – फाइल फोटो
भाई की शिकायत पर केस दर्ज हुआ था साल्हावास थाने में दी शिकायत में पार्षद के भाई विनय ने बताया था कि संजय जांगड़ा रविवार सुबह गायब हुए। वह घर से किसी थैरेपिस्ट के साथ बाइक पर निकले थे। इसके बाद वह घर नहीं लौटे। रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे जिला पार्षदों के पर्सनल वॉट्सऐप पर उनका लिखा हुआ नोट आया।
उन नोट में भाजपा के बड़े नेताओं पर आरोप लगाए गए थे। साथ ही अंत में सुसाइड कर जीवन समाप्त करने की बात लिखी हुई थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने छानबीन करते हुए एक दुकान से संजय का मोबाइल बरामद कर लिया। यह मोबाइल दुकान में रखे थैले में पड़ा था।
चेयरमैन बोले- हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं वहीं, जिला परिषद चेयरमैन कप्तान बिरधाना ने इन आरोपों पर कहा कि संजय के साथ उनकी कोई मनमुटाव की बात नहीं है। करीब 15 दिन पहले वह मिले थे, लेकिन कोई भी ऐसी बात नहीं हुई। चेयरमैन ने कहा कि कामों की जो बातें सामने आ रही हैं, संजय के वार्ड 13 में करीब 2 करोड़ के काम हो चुके हैं।
धनखड़ बोले- संजय का मिलना पूरे भाजपा परिवार के लिए संतोष की बात जबकि, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि इस घटनाक्रम को लेकर सब स्तब्ध थे। संजय कुमार के मिलने की खबर परिवार व भाजपा परिवार दोनों के लिए संतोषप्रद है। भाजपा एक अनुशासित संगठन है, जहां संवाद से समाधान की कार्य प्रणाली है, हर स्तर पर है। अगर किसी भी कार्यकर्ता को कोई शिकायत है तो वह संगठन में बातचीत से समाधान निकालने जाते हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली के साथ पार्षद संजय जांगड़ा। – फाइल फोटो
पार्षद ने अपने नोट में ये बातें लिखीं…
- विधानसभा चुनाव में मैंने कमर तोड़ मेहनत की: पार्षद संजय जांगड़ा ने नोट में लिखा- मैं गांव मुंडाहेड़ा जिला झज्जर का स्थायी निवासी हूं और जिला परिषद का वार्ड-13 से सदस्य हूं। BJP की जिला जनरल कमेटी के जिला सचिव पद पर भी काम किया है। 2024 विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव इस बात के साक्षी हैं कि मैंने कमर तोड़ मेहनत की थी और पार्टी के अलग-अलग कार्य कर्मों में भाग लेता रहता हूं।
- अध्यक्ष और धनखड़ ने मेरे सपने मिट्टी में मिला दिए: उन्होंने लिखा- मैंने बस एक ही बात सोची कि मुझे अपने वार्ड में विकास कार्य करवाने हैं, लेकिन मेरे सारे सपने अध्यक्ष कप्तान ने और ओमप्रकाश धनकड़ साहब ने मिट्टी में मिला दिए। मैं एक-सवा साल से परेशान हूं। वार्ड के लोग काम की कहते हैं, लेकिन मैं नहीं कर पाता। अध्यक्ष कप्तान मेरी अलग-अलग लोगों के साथ फोटो लेकर ओमप्रकाश धनखड़ को भेजता है और धनखड़ कप्तान के पास भेजता है।
- कप्तान ने हाजिरी लगाने बात कही: नोट में पार्षद ने लिखा- आज 19 अक्टूबर 2025 से लगभग 15 दिन पहले मैं इससे (कप्तान बिरधाना) मिलने गया था। उस समय इसने बोला कि हमारी हाजिरी लगाया कर। तब तुम्हें ग्रांट मिलेगी और काम होंगे। नहीं तो कोई काम नहीं होंगे। मेरे साथ राजेंद्र शर्मा मास्टर था। उसने सारी बात बाहर बैठकर सुनी थी। फिर भी मैंने हाथ जोड़-जोड़कर कुछ काम करवा दिए।
- मैंने कठोर सोच के साथ फैसला किया: नोट में लिखा है- अध्यक्ष ने मेरा राजनीतिक शोषण और व्यक्तिगत शोषण करना शुरू कर दिया था। मैं शोषण सहन नहीं कर पा रहा था। मैंने बड़ी कठोर सोच के साथ फैसला लिया कि जीना बेकार है। इस आदमी की वजह से मेरी जिंदगी बेकार हो गई। कहां जाऊं, क्या करूं? यह मेरे काम करेगा नहीं। जनता मुझे पूछेगी तो क्या जवाब दूंगा? कोई रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है।

सीएम नायब सैनी को गुलदस्ता भेंट करते झज्जर जिला परिषद अध्यक्ष कप्तान बिरधाना (दाएं)। – फाइल फोटो
- यह लोगों को तोड़ता है, मरवाने की धमकी दी: पार्षद ने लिखा- कुछ दिन पहले विराट की पंचायत झज्जर आई थी। स्वास्थ्य मंत्री को कुछ काम देने थे तो सिग्नेचर करने को बोला। मैंने कर दिया। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष के और करवा दो। जिला अध्यक्ष बोले कि अध्यक्ष के करवाओ, मैं बाद में करता हूं। इसके (कप्तान) पास आए तो यह बोला क्या है यह नहीं होगा। इसने साइन नहीं किए। इसका रवैया लोगों की प्रति गलत है। लोगों को अपना बनाना चाहिए। यह तो लोगों को तोड़ता है। जब मैंने इससे कहा कि मैं तेरे रवैये के बारे में सबको बताऊंगा तो इसने धमकी दी कि तेरे को गोली मरवा दूंगा, तेरा नाश कर दूंगा। मैं डर गया। अब क्या करूं? मेरे बच्चे हैं, परिवार है। इनका क्या होगा?
- पार्टी के लिए धनखड़ जैसे लोग ठीक नहीं: नोट में लिखा- मेरा आपसे निवेदन है कि ऐसी राजनीति करने वालों को ठीक करो सीएम साहब। पार्टी और सरकार के लिए कप्तान अध्यक्ष और धनखड़ जैसे लोग ठीक नहीं। ये पार्टी और सरकार को मजबूत करने के बजाय जिला झज्जर में कमजोर कर रहे हैं। इसकी सही तरीके से जांच की जाए तो इसे कोई पंच भी न बनाए। अध्यक्ष तो दूर की बात है। मुझे मारने की बात से मैं आहत हो गया हूं। इसे जेल में डालो। मेरे परिवार को न्याय मिले और मेरे वार्ड के गांव के हिस्से के अनुसार ग्रांट मिले, काम हो, मेरे वार्ड का विकास हो। इस कप्तान के कारण मैं आज इस दुनिया को छोड़कर जा रहा हूं।
- धनखड़ कान का कच्चा है: पार्षद ने लिखा- इस बारे में ओमप्रकाश जी को भी पता है। हैरान हूं कि इतने बड़े नेता भी छोटी-छोटी हरकत करते हैं। वह हाजिरी करने वाले और न करने वालों की अलग-अलग लिस्ट बनता है। इसकी विधानसभा बादली के लोग इसे कान का कच्चा बताते हैं।
पार्षद का नोट…







