Mahakumbh Tragedy | Prayagraj Maha Kumbh 2025 Stampede; Yogi Adityanath – Mauni Amavasya Snan | महाकुंभ भगदड़ में 35 से 40 मौतें: यूपी सरकार बोली- 30 लोग मारे गए, 60 घायल; मृतकों को 25-25 लाख का मुआवजा

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प्रयागराज54 मिनट पहले

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प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर मंगलवार की देर रात डेढ़ बजे मची भगदड़ में 35 से 40 लोगों की मौत हो गई। हादसे के 17 घंटे बाद शाम करीब साढ़े 6 बजे उत्तर प्रदेश सरकार ने 30 मौतों की पुष्टि की। DIG वैभव कृष्ण ने कहा- 60 लोग घायल भी हुए, 25 शवों की पहचान कर ली गई।

इसके कुछ मिनट बाद सीएम योगी ने भी प्रतिक्रिया दी। वह काफी भावुक दिखे। उन्होंने कहा- 30 के आस-पास मौतें हुई हैं। मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदना सभी मृतकों के परिजन के साथ है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की। न्यायिक जांच के आदेश भी दिए।

जब हादसा हुआ, उस समय लोग संगम तट पर मौनी अमावस्या के स्नान के लिए इंतजार कर रहे थे। भगदड़ के बाद भास्कर रिपोर्टर सृष्टि मेडिकल कॉलेज पहुंचीं, जहां हादसे में मारे गए लोगों के शव रखे गए थे। मेडिकल कॉलेज में भास्कर रिपोर्टर ने 20 शव गिने। यहां आखिरी डेडबॉडी पर 40 नंबर लिखा था।

महाकुंभ में एक और भगदड़, 5 लोगों की मौत इसके अलावा महाकुंभ में बुधवार सुबह भी भगदड़ मची। हालांकि घटना देर रात सामने आई। दरअसल, ओल्ड जीटी रोड की तरफ से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेला क्षेत्र में आ रहे थे। इसी बीच मुक्ति मार्ग से एक महामंडलेश्वर की गाड़ी गुजर रही थी। इसी दौरान 2-3 महिलाएं वहां गिर पड़ीं। गाड़ी महिलाओं को रौंदते हुए निकल गई। इसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति हो गई। इसमें 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है।

CO रुद्र प्रताप ने बताया- यह दुर्घटना बुधवार सुबह 8 से 9 बजे के बीच में हुई। गाड़ी बैक करने के दौरान 5 लोग घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मरने वालों की शिनाख्त कराई जा रही है।

पहले देखिए घटना की 3 तस्वीरें…

ये महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल की फोटो है। इसमें जमीन पर 11 लाशें नजर आ रही थीं।

ये महाकुंभ के केंद्रीय अस्पताल की फोटो है। इसमें जमीन पर 11 लाशें नजर आ रही थीं।

मेडिकल कॉलेज के बाहर रोते-बिलखते परिजन।

मेडिकल कॉलेज के बाहर रोते-बिलखते परिजन।

दैनिक भास्कर ने उस लाश को ढूंढा, जिनमें एक पर 39 नंबर का टैग लगा था।

दैनिक भास्कर ने उस लाश को ढूंढा, जिनमें एक पर 39 नंबर का टैग लगा था।

अब सिलसिलेवार पूरी घटना पढ़िए…

भगदड़ से पहले कुछ लोग खाना खा रहे थे। उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला है।

भगदड़ से पहले कुछ लोग खाना खा रहे थे। उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला है।

संगम पर NSG ने मोर्चा संभाला संगम पर भगदड़ के बाद हालात बेकाबू होने पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। कमांडो ने जेटी के आस-पास के एरिया को अपने कब्जे में लिया। साथ ही शहर की सड़कों पर जिन सुरक्षा जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी, उन्हें संगम की ओर भेजा जाने लगा। संगम पर भीड़ को देखते हुए सुरक्षा जवानों को भी लगाया गया।

NSG कमांडो और ट्रेनी IPS ने मोर्चा संभाला। चेन बनाकर भीड़ को बाहर निकाला।

NSG कमांडो और ट्रेनी IPS ने मोर्चा संभाला। चेन बनाकर भीड़ को बाहर निकाला।

डेढ़ बजे भगदड़ की सूचना मिली- एंबुलेंस स्टाफ एंबुलेंस स्टाफ के सर्वेश सिंह ने बताया- लगभग डेढ़ बजे मुझे वायरलेस पर सूचना मिली कि संगम पर भगदड़ मच गई। लोग घायल हो रहे हैं, हालात काबू में नहीं है। जल्दी मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही मैं संगम पर पहुंचा। हमने 2 डेड बॉडी और एक घायल, जिसका पैर फ्रैक्चर हुआ है उसे हॉस्पिटल पहुंचाया।

रात 2:30 बजे दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने अस्पताल के अंदर जाकर हालात जानें

दैनिक भास्कर रिपोर्टर सृष्टि ने बताया- करीब ढाई बजे मैं हॉस्पिटल पहुंची, तो वहां संगम घाट से घायलों को लाया जा रहा था। बहुत से लोग गंभीर रूप से घायल थे। उनमें से कई के शरीर में हलचल नहीं थी। अफरा-तफरी का माहौल था। नर्स और डॉक्टर एक्टिव थे, जिन्हें फर्स्ट एड की जरूरत थी, उनका प्राथमिक इलाज किया गया। कुछ लोगों को इमरजेंसी में ले जाने की जरूरत पड़ी। बाहर पुलिस बल तैनात थी।

किसी को अंदर जाने की परमिशन नहीं थी। पब्लिक और मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया गया। मैंने पुलिस से रिक्वेस्ट की कि मैं भी अपने परिजनों को ढूंढ रही हूं, फिर किसी तरह मैं अंदर गई। अंदर मैंने देखा कि घायल जैसे ही थोड़े नॉर्मल होते, उनका इलाज कर बेड खाली कराया जा रहा था।

भगदड़ के 3 घंटे बाद भी एम्बुलेंस आती रही।

भगदड़ के 3 घंटे बाद भी एम्बुलेंस आती रही।

भगदड़ के 3 घंटे बाद भी आती रही एम्बुलेंस भगदड़ के 3 घंटे हो चुके थे। सुबह 5 बज गए थे। लेकिन अभी भी अस्पताल में एम्बुलेंस से घायलों को ले जाया गया। हालांकि, अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे। बराबर एम्बुलेंस आती रही। पुलिस प्रशासन ग्रीन जोन बनाकर एंबुलेंसों को निकाल रहा था। किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जा रही थी।

स्वरूप रानी अस्पताल में 14 शव लाए गए इसके बाद सुबह 6 बजे भगदड़ में घायलों को स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया। यहां से 14 लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा गया। इसके बाद 14 लोगों की मौत की जानकारी मिली। लेकिन प्रशासन अभी भी कुछ नहीं बोल रहा था। कुंभ मेला की OSD आकांक्षा राणा ने कहा- संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल थे, जिनका इलाज कराया गया।

इसके बाद सुबह 6 बजे भगदड़ में घायलों को स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया है। यहां से 14 लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा गया।

इसके बाद सुबह 6 बजे भगदड़ में घायलों को स्वरूप रानी अस्पताल लाया गया है। यहां से 14 लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा गया।

पीएम ने सीएम योगी से फोन पर की बात इसके बाद संगम में एंट्री बंद कर दी गई। इससे लोग आक्रोशित हो गए। लोगों का कहना था कि अगर ऐसा था तो पहले ही ऐलान कर देना चाहिए था। मेला प्रशासन ने लोगों को समझाया। सुबह ही प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की, घटनाक्रम की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने को कहा। पीएम मोदी ने कई बार सीएम योगी से बात की। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम योगी को फोन करके भगदड़ का हाल जाना।

योगी की श्रद्धालुओं से अपील- अफवाह पर ध्यान न दें सुबह 8 बजे सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की। उन्होंने कहा- मां गंगा के जो जिस घाट के समीप है, वहीं करे स्नान, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। भगदड़ के बाद महाकुंभ की सुरक्षा और बढ़ा दी गई। अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी करने लगे। महाकुंभ में भगदड़ के बाद 9 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने आवास पर इमरजेंसी बैठक बुलाई।

सुबह 8 बजे सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की।

सुबह 8 बजे सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की।

महाकुंभ में भगदड़ का मामला मानवाधिकार आयोग में दर्ज महाकुंभ में भगदड़ की जांच करने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील डॉ. गजेंद्र सिंह यादव ने मामला राज्य मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराया। वकील ने कहा- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए।

महाकुंभ में हुआ हादसा बेहद दुखद- पीएम मोदी 12 बजे पीएम मोदी ने X पर लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है। मैं घायल श्रद्धालुओं के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं और ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि सभी घायल श्रद्धालु शीघ्र स्वस्थ हों।

पीएम मोदी ने X पर लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है।

पीएम मोदी ने X पर लिखा- प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है।

कोई भगदड़ नहीं, अधिक भीड़ थी, जिसके चलते श्रद्धालु घायल हो गए- SSP इसके बाद कुंभ मेला SSP राजेश द्विवेदी ने कहा- कोई भगदड़ नहीं हुई, अत्यधिक भीड़भाड़ थी, जिसके कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें। अमृत स्नान जल्द ही शुरू होने वाला है और यह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होगा।

इतने बड़े आयोजन में छोटी-मोटी घटना हो जाती हैं- मंत्री संजय निषाद वहीं घटना के बाद योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद ने हरदोई में कहा- इतने बड़े आयोजन में छोटी-मोटी घटना हो जाती हैं, लेकिन घटना बेहद दुखद है। मेरी अपील है कि भक्त जहां घाट मिले, वहां स्नान करें। अफवाहों से बचें। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है।

मंत्री संजय निषाद ने हरदोई में कहा- इतने बड़े आयोजन में छोटी-मोटी घटना हो जाती हैं।

मंत्री संजय निषाद ने हरदोई में कहा- इतने बड़े आयोजन में छोटी-मोटी घटना हो जाती हैं।

घटना के बाद प्रयागराज के 8 एंट्री पॉइंट, भारी भीड़ की वजह से सभी बंद प्रयागराज में बुधवार को 9 करोड़ से ज्यादा लोग पहुंचे। इसके बाद भी लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में आने वाले 8 एंट्री पॉइंट को बंद कर दिया।

भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में आने वाले 8 एंट्री पॉइंट को बंद कर दिया।

भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज में आने वाले 8 एंट्री पॉइंट को बंद कर दिया।

महाकुंभ मेला DIG ने कहा- 30 मौतें, 90 घायल हादसे के 17 घंटे बाद डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। माना कि 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। जबकि 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। डीआईजी ने मीडिया से बताया कि मेले में बैरिकेड्स लगे हैं।भगदड़ में मरने वालों में यूपी के सबसे ज्यादा 19, कर्नाटक के 4, गुजरात और असम के एक-एक श्रद्धालु है।

योगी भावुक हुए, बोले- घटना की न्यायिक जांच कराएंगे महाकुंभ भगदड़ को लेकर सीएम योगी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि 36 घायलों का इलाज प्रयागराज के अस्पताल में चल रहा है। सरकार ने निर्णय लिया है कि घटना की न्यायिक जांच कराई जाएगी। इसके लिए हमने जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग बनाया है।

योगी ने कहा- महाकुंभ में भगदड़ की घटना हृदय विदारक है।

योगी ने कहा- महाकुंभ में भगदड़ की घटना हृदय विदारक है।

हम पूरे दिन मुख्यमंत्री कंट्रोल रूम, मुख्य सचिव कंट्रोल रूम और डीजीपी कंट्रोल रूम से पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं। दिनभर बैठकों का दौर चलता रहा और प्रशासन से घटनाओं को लेकर लगातार संवाद होता रहा। सुबह से ही हमें प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेल मंत्री, राज्यपाल और अन्य लोगों से आवश्यक दिशा-निर्देश मिल रहे हैं।

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महाकुंभ मेले में 4 फरवरी तक नहीं जा सकेंगे वाहन, VVIP पास भी कैंसिल; भगदड़ के बाद हुए 5 बड़े बदलाव

प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ और मौतों के बाद 5 बड़े बदलाव किए गए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं। यानी मेले में एक भी गाड़ी नहीं चलेगी।

रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। एक रास्ते से आए श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है। बुधवार सुबह प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोक दिया गया। शाम 5 बजे के बाद बीच-बीच में एंट्री दी गई है। (पढ़ें पूरी खबर)

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