Ludhiana Farmer Union Meets SSP Jagraon Amna Pandori Murder Case | Farmres Protest| Update News | लुधियाना में एसएसपी से मिले किसान: अमना पंडोरी हत्याकांड का मामला, 5 महीने बाद भी 3 युवक फरार; धरने की दी चेतावनी – Jagraon News


बाबा बंदा सिंह बहादर किसान यूनियन सूबा प्रधान गुरमीत सिंह समेत अन्य।

जगराओं में पुलिस की कार्रवाई से नाराज किसान यूनियन ने सोमवार को एसएसपी से मुलाकात की। रायकोट एरिया में 5 महीने पहले दिवाली की रात हुई किसान नेता अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी की हत्या की गई। बाबा बंदा सिंह बहादर किसान यूनियन के सूबा प्रधान गुरमीत सिंह

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खालसा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपियों से मिलीभगत कर 90 दिनों में चालान पेश नहीं किया। इससे आरोपियों को जमानत मिल गई। मामले का खुलासा होने पर एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया।

सुपारी देने वाले पर कार्रवाई नहीं

किसान यूनियन का आरोप है कि सुपारी देकर हत्या करवाने वाले मुख्य आरोपी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसान नेताओं का कहना है कि पुलिस को सभी सबूत और गवाह दिये जा चुके हैं। डीएसपी रायकोट से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन वे टालमटोल करते रहे।

किसान नेताओं ने दी चेतावनी

एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता से मिले किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो सभी किसान संगठन एकजुट होकर धरना देंगे। एसएसपी ने कहा कि वे जगराओं में नए हैं और मामले की जानकारी लेकर जल्द कार्रवाई करेंगे।

ऐसे शुरू हुआ था विवाद

अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी ने गांव तंलवडी राय की रहने वाली गगनदीप कौर के साथ प्रेम विवाह किया गया था। दोनों का विवाह करवाने में सबसे ज्यादा मदद दानवीर सिंह उर्फ डीसी नूरपुरा ने ही की थी। पहले प्रेम विवाह करवाने वाले डीसी नूरपुरा ने ही बाद में अमना का घर तोड़ने की कोशिश की और इंगलैंड गई गगनदीप कौर को अमना के खिलाफ भड़काने लगा।

आरोपी नूरपूरा ने गगनदीप कौर को बताया कि अमना के पास कोई घर, जमीन जायदाद नहीं है और उसने अपनी जाति छुपाकर प्रेम विवाह किया है। गगनदीप कौर की और से सारी बात अपने पति अमना पंडोरी को बताने के बाद विवाद शुरू हुआ और इसका अंत अमना के कत्ल से हुआ।

गोली मारकर की थी हत्या किसान नेता अमनदीप सिंह उर्फ अमना पंडोरी की दिवाली की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने जसप्रीत सिंह व दानवीर सिंह समेत तीन आरोपियों पर मामला दर्ज किया था। पुलिस ने एक के बाद एक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस की लापरवाही से आरोपी को मिली जमानत

आरोपियों से पूछताछ की तो आरोपियों ने अपने साथियों के नाम का खुलासा किया। इस दौरान पुलिस ने 90 दिनो में चलान पेश नहीं किया। जिसका सीधा फायदा आरोपी को मिला। कोर्ट ने आरोपी को जमानत दे दी। इस को लेकर उस समय के एसएसपी नवनीत सिंह बैंस ने एसएचओ पर कार्रवाई करते हुए विभागी जांच शुरू कर दी थी।

लेकिन अब 5 महीने बाद भी पुलिस ने फरार आरोपियों को भी नही पकड़ा ना ही सुपारी देकर हत्या करवाने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई की है।

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