KGMU के ट्रॉमा सेंटर से भेजे जा रहे गंभीर मरीज
KGMU ट्रॉमा सेंटर से ऑक्सीजन खातिर मरीजों को सरकारी अस्पताल भेजा जा रहा है। गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन प्वाइंट खाली न होने की बात कहकर लौटाया जा रहा है। ऐसे में गंभीर मरीजों की जान सांसत में है। तीमारदार ऑक्सीजन खातिर गंभीर मरीजों को लेकर भटक रहे हैं। इ
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एक घंटे बाद भेजा बलरामपुर अस्पताल
हरदोई के रहने वाले राम मुरारी 70 को सांस लेने में तकलीफ होने पर गुरुवार सुबह परिजन पहले जिला अस्पताल ले गए। वहां से मरीज की हालत नाजुक बताते हुए KGMU ट्रॉमा भेजा गया। वहां पर परिजन एक घंटे तक पर्चा बनाने से लेकर स्ट्रेचर खोजने में लगे रहे।
ट्रॉमा कैजुल्टी ले गए तो वहां पर डॉक्टर ने ऑक्सीजन सपोर्ट खाली न होने की बात कही। पर्चे पर ऑक्सीजन प्वाइंट खाली न होने की बात कहकर बलरामपुर अस्पताल भेजा गया। दोपहर करीब दो बजे परिजन मरीज को लेकर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी आए। इमरजेंसी के सामने एंबुलेंस में मरीज करीब 40 मिनट तक ऑक्सीजन सपोर्ट पर पड़ा रहा। काफी देर बाद उसे इमरजेंसी में भर्ती किया गया। इमरजेंसी से मरीज को ICU में शिफ्ट कराया गया है। मरीज की हालत बेहद नाजुक बनी है।
बलरामपुर निदेशक बोले- रोजाना मरीज भेजे रहे
ट्रॉमा प्रभारी डॉ. प्रेमराज के मुताबिक, ट्रॉमा में ऑक्सीजन प्वाइंट का काेई भी संकट नहीं है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश के मुताबिक, 24 घंटे में करीब आठ से दस मरीजाें को ऑक्सीजन के लिए भेजा जा रहा है। इसमें कई मरीजाें की हालत बेहद नाजुक होती है।