4 जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना होनी है। काउंटिंग को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। बीजेपी के काउंटिंग एजेंट्स सोमवार शाम को ही काउंटिंग हेड क्वार्टर पर पहुंच जाएंगे।
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यानी जिस जिला मुख्यालय पर मतगणना होनी है। वहां काउंटिंग एजेंट पहुंच जाएंगे। वहीं, कांग्रेस के काउंटिंग एजेंट्स मंगलवार को ही सुबह 7 बजे मतगणना स्थल पर पहुंचेंगे। मतगणना को लेकर दोनों ही दलों की तैयारियों को समझा।
बीजेपी को पोस्टल बैलेट की काउंटिंग में आशंका
बीजेपी को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी की आशंका है। ऐसे में बीजेपी ने अपने सभी प्रत्याशियों और काउंटिंग एजेंट्स को यह निर्देश दिए हैं। कि वे सबसे पहले होने वाली पोस्टल बैलेट की मतगणना यानि डाक मतपत्रों की गिनती में पैनी नजर रखें।
डाक मतपत्रों में कर्मचारियों, बुजुर्गों, दिव्यांगों के मतों की गणना होती है। इन मतपत्रों की गिनती के दौरान गडि्डयां बदलने या पोस्टल बैलेट रिजेक्ट करने जैसी शिकायतें आम तौर पर आती हैं।
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और विधायक भगवानदास सबनानी कहते हैं कि विधानसभा चुनाव में बहुत छोटे से अंतर के कारण हमारी हार जीत भी हुई है। पोस्टल बैलेट जब गिने जाएं तो एक-एक वोट पर पैनी नजर रखी जाए। एक-एक मतदाता घर से निकला और उसने सोच समझकर भाजपा को वोट दिया। हमारी थोड़ी सी चूक के कारण वो वोट इधर-उधर हो जाए। चूंकि, उसने मन से वोट दिया उस वोट का सम्मान होना चाहिए।
इसलिए आखिरी गिनती तक, जब तक सर्टिफिकेट ना मिल जाए। तब तक काउंटिंग स्थल को नहीं छोड़ना है। सर्टिफिकेट मिलने तक प्रत्याशी और काउंटिंग एजेंट मतगणना स्थल ना छोडें ये ट्रेनिंग हमने दी है।
सुबह 6:30 बजे मतगणना स्थल पहुचेंगे बीजेपी के एजेंट
सबनानी कहते हैं कि भाजपा का कार्यकर्ता मेहनत करके चुनाव में लगता है। और चुनाव का अहम और आखिरी हिस्सा मतगणना सबसे होता है। मतगणना के लिए पूरे अनुशासन के साथ यानि सुबह 6:30 बजे कहा गया है तो उस समय पर फार्म 17c और पूरे दस्तावेज लेकर पहुंचे। जिसको काउंटिंग टेबल पर रहना है। उसको जगाना उसकी एक पद्धति है। हर एक विषय जैसे कितनी टेबिल लगीं हैं। जो एजेंट बने हैं उनके पास मिल गए हैं। वो कार्यकर्ता वहां पहुंचकर हर राउंड के सर्टिफिकेट ले ले। जब तक उसको यह तसल्ली ना हो जाए कि उसे जो मशीन में दिखाया गया है वही वोट है तब तक कागज पर हस्ताक्षर ना करे। हर राउंड के हस्ताक्षर होते हैं। कहीं लगता है कि गलत हो रहा है तो तुरंत आपत्ति करे।
ऐसे सभी कार्यकर्ताओं से बातचीत हो गई है। मुख्यमंत्री जी, प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री जी के साथ यह पूरी चर्चा हो गई है। 3 जून को कई स्थानों पर रूकने की व्यवस्था कर रहे हैं ताकि, सुबह कार्यकर्ता को काउंटिंग स्थल पर आने में देर ना हो। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे स्थानों पर हमने रुकने का प्रबंध किया है। ताकि सुबह काम को सुचारु रूप से कर सकें। परिणाम के समय हमारी भूमिका इतनी मजबूत होनी चाहिए कि योद्धा युद्ध के मैदान में मजबूती से रहे। भाजपा का कार्यकर्ता सुबह से बैठेगा और काउंटिंग कराएगा।
कांग्रेस की तैयारी-काउंटिंग की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखें
एग्जिट पोल में बीजेपी को बहुमत मिलने की खबरों के बाद कांग्रेस ने अपने सभी काउंटिंग एजेंट्स को यह निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी स्थिति में एग्जिट पोल के मनोवैज्ञानिक दबाव में ना आएं। 4 जून को सुबह 7 बजे सभी एजेंट्स मतगणना स्थल पर दस्तावेजों के साथ पहुंचें।
काउंटिंग को लेकर फार्म 17c के डेटा से क्रॉसमैचिंग करें। जिसमें ईवीएम की सील पर पोलिंग एजेंट्स के दस्तखत का मिलान करें, ईवीएम का बैटरी लेवल, मतों की संख्या का मिलान करने के बाद काउंटिंग होने दें। पोस्टल बैलेट को लेकर कांग्रेस ने बारीकी से नजर रखने को कहा है।
कांग्रेस के निर्वाचन आयोग कार्य के प्रभारी जेपी धनोपिया कहते हैं कि हमने भोपाल में लोकसभाओं के काउंटिंग एजेंट्स को ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स को भोपाल में प्रशिक्षण दिया है। सभी प्रत्याशियों और काउंटिंग एजेंट्स को अलग से निर्देश दिए हैं।
भोपाल में बनेगा कंट्रोल रूम
4 जून को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मतगणना के दिन एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। जिसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से लेकर कांग्रेस लीगल सेल और चुनाव आयोग कार्य से जुडे पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
कांग्रेस ने काउंटिंग एजेंट्स को दिए यह निर्देश
- काउंटिंग शुरू होने के कम से कम एक घंटा पहले काउंटिंग सेंटर्स पर पहुंचें।
- आधिकारिक नियुक्ति के दस्तावेज (फॉर्म 18) और एक वैध फोटो आईडी साथ रखें।
- मुख्य एजेंट को सूचित किए बिना निर्धारित टेबल को ना छोडे़ं।
हर राउंड की गिनती से पहले ये ध्यान रखें
- ईवीएम की सुरक्षा सील की जांच करें।
- कैरीइंग केस और कंट्रोल यूनिट कैबिनेट पर एड्रेस टैग की जांच करें।
- यूनिक आईडी के साथ गुलाबी रंग के पेपर सील की जांच करें।
- कंट्रोल यूनिट पर वोटों की गिनती के लिए टोटल बटन से पुष्टि करें कि वह फॉर्म 17सी से मैच कर रहा है।
हर राउंड की काउंटिंग के दौरान ये ध्यान रखें
- सील टूटी होने, सीरियल नंबर गलत होने या टोटल के 17सी से मैच ना करने पर गिनती रोक दें।
- हर उम्मीदवार के परिणाम को नोटा सहित प्रारूप में लिखें और मिलान की पुष्टि करें।
- कर्मचारियों से फाॅर्म 17C का भाग 2 प्राप्त करें और जांच करें।
- उम्मीदवार या मुख्य एजेंट के साथ सभी दस्तावेज साझा करें।