मुंबई4 मिनट पहले
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जयपुर बेस्ड नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी, लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस लिमिटेड ने IPO के माध्यम से फंड जुटाने के लिए मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया है।
इस इनिशियल पब्लिक ऑफर के लिए कंपनी 5 रुपए के फेस वैल्यू वाले 1,04,53,575 फ्रेश शेयर जारी करेगी। वहीं, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए 56,38,620 इक्विटी शेयर बेचेंग। अभी SEBI से मंजूरी मिलना बाकी है।
लोन देने और जनरल कॉर्पोरेट पर्पज के लिए फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी
ऑफर फॉर सेल में मौजूदा शेयर होल्डर दीपक बैद 3,084,952 शेयर, प्रेम देवी बैद 913,070 शेयर, अनीशा बैद 1,261,902 शेयर, दीपक हाईटेक मोटर्स 180,000 शेयर, प्रेम डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड 90,000 शेयर, प्रीति चोपड़ा 54,348 शेयर और रश्मी गिरिया 54,348 शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए बेचेंगी। वहीं, फ्रेश इश्यू के जरिए जुटने वाले फंड का इस्तेमाल कंपनी भविष्य में लोन देने और जनरल कॉर्पोरेट पर्पज के लिए इस्तेमाल करेगी।
नॉन-डिपॉजिट-टेकिंग NBFCs है लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस
लक्ष्मी इंडिया फाइनेंस एक नॉन-डिपॉजिट-टेकिंग NBFCs है जो भारत के लेंडिंग मार्केट में अनडिजर्व्ड सेगमेंट की फाइनेंशियल जरूरत को पूरा करने में एक्सपर्टीज रखती है। कंपनी 1990 के दशक की शुरुआत में दीपक फाइनेंस एंड लीजिंग कंपनी (DFL) से जुड़ी हुई है, जिसे प्रमोटर के पिता ने स्थापित की थी।
2010 में प्रमोटर ने कंपनी के शेयरों का अधिग्रहण किया, जिसके बाद 2011 में DFL के बिजनेस और ऑपरेशन्स का इंटीग्रेशन हुआ। NBFC अपने कस्टमर्स की वेरियस फाइनेंशियल रिक्वायरमेंट को पूरा करने के लिए MSME लोन, व्हीकल लोन, कंस्ट्रक्शन लोन और अन्य लेंडिंग सॉल्यूशन सहित एक डायवर्स प्रोडक्ट पोर्टफोलियो प्रोवाइड करता है।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।