ग्वालियर में साइबर क्रिमिनल्स ने एक वकील को डिजिटल अरेस्ट कर 16 लाख रुपए हड़प लिए। बदमाशों ने उन्हें उनके पार्सल में एमडी ड्रग होने और 2 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर 6 घंटे तक बंधक बनाए रखा।
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घटना 8 अक्टूबर की है। बदमाशों ने उन्हें नया बैंक अकाउंट खुलवाकर 16 लाख रुपए जमा करने को कहा था। यह सब करने के बाद उन्होंने अपने एक जान-पहचान वाले से इसका जिक्र किया, तब उसने उन्हें बताया कि ऐसा कुछ नहीं होता। हालांकि, तब तक बदमाश अकाउंट से रकम निकाल चुके थे।
इसकी शिकायत उन्होंने गुरुवार, 21 नवंबर को क्राइम ब्रांच थाने पहुंचकर की।
पहले कोरियर सर्विस का कर्मचारी बन बात की पीड़ित वकील ने अपनी पहचान उजागर नहीं करने की शर्त रखते हुए बताया कि 8 अक्टूबर की दोपहर 1.30 बजे उनके मोल्यइल नंबर पर 9520352162 से कॉल आया। बात करने वाले ने खुद को बीएचएल कोरियर सर्विस कंपनी का कर्मचारी राहुल शर्मा बताया। बताया कि उनके आधारकार्ड से एक पार्सल बीजिंग के लिए बुक किया गया है। कस्टम ने इसे पकड़ लिया है। इसमें 400 ग्राम एमडी ड्रग, 12 डेबिट कार्ड और दूसरी गैरकानूनी चीजें हैं।
मुंबई क्राइम ब्रांच का कहकर कॉल कर दी ट्रांसफर वकील ने जब कहा कि उन्होंने ऐसा कोई पार्सल बुक नहीं किया है, तो ठग कहने लगा कि उनके आधार कार्ड का कोई मिसयूज कर रहा है। आप इसकी शिकायत करिए। इतना कहकर उसने कहा कि मैं आपकी कॉल मुंबई क्राइम ब्रांच ट्रांसफर कर रहा हूं। अब यह कॉल दूसरी जगह ट्रांसफर हो चुकी थी। सामने वाले ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए वकील से कहा कि सुरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में छापे के दौरान 247 डेबिट कार्ड मिले हैं, 1 उनका है। अब तक 47 लोग जेल के अंदर जा चुके हैं।
क्राइम ब्रांच के बाद सीबीआई की एंट्री अब तक जो अपने आप को क्राइम ब्रांच का बता रहा था, उसने यह कहकर कॉल ट्रांसफर कर दी कि अब आपसे बात सीबीआई करेगी। खुद को सीबीआई का अधिकारी बताने वाले ठग ने वकील से कहा कि उनके खिलाफ करीब दो दर्जन केस दर्ज हो सकते हैं। बैंक अकाउंट भी सील हो सकता है। उसने सलाह दी कि सरकार के निर्देश पर नया खाता खुलवा लो। वकील के मुताबिक, वे काफी घबरा गए थे, कुछ समझ नहीं आ रहा था। ठगों से उन्होंने कहा कि ठीक है खाता खुलवा लूंगा, तो उन्होंने कहा कि आप खुद से खाता मत खुलवााओ, हम खुलवाकर देते हैं, इसमें 16 लाख रुपए जमा करा देना। वकील ने ऐसा ही किया।
नहीं करने दी किसी से बात, कॉल डिस्कनेक्ट होने पर फटकारा ठगों ने वकील को इतना डरा दिया था कि वे वीडियोकॉल पर डिजिटल अरेस्ट रहे। दो बार कॉल नेटवर्क के इश्यू के कारण डिस्कनेक्ट हुआ, तो उन्हें फटकार भी लगाई।
ठगों से ये रखें सावधानी साइबर एक्सपर्ट धर्मेंद्र शर्मा और हरेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कुछ नहीं होता। आपको ऐसा कॉल आता है, तो इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दीजिए।