मुंबई2 मिनट पहले
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मुंबई का कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल भारत का पहला और दुनिया का पांचवां अस्पताल बनने जा रहा है, जिसे JCI हेल्थकेयर सस्टनेबिलिटी सर्टिफिकेशन मिलने वाला है। यह सस्टेनेबल हेल्थकेयर में दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड स्टैंडर्ड अवॉर्ड है।
जॉइंट कमीशन इंटरनेशनल (JCI) और जेनेवा सस्टनेबिलिटी सेंटर ने यह सम्मान सही और जिम्मेदारी भरे तरीके से काम करने, इलाज के नए-नए तरीके अपनाने और मरीजों के साथ ही पर्यावरण की भी देखभाल करने के लिए मिला है।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल ने कहा कि हम आगे भी इसी उद्देश्य के साथ नेतृत्व करते रहेंगे और हर कदम पर पर्यावरण की सुरक्षा को अपने काम का हिस्सा बनाते रहेंगे – ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और हरा-भरा भविष्य बन सके।

2009 में हुई थी हॉस्पिटल की शुरुआत कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल मुंबई के सबसे बड़े और आधुनिक प्राइवेट अस्पतालों में से एक है। 17 मंजिल और 10 लाख वर्ग फुट में फैले इस हॉस्पिटल में 750 बेड की सुविधा है। एक साथ 300 से ज्यादा मरीजों का आईसीयू में इलाज हो सकता है। इसमें 22 ऑपरेशन थिएटर हैं।

इस हॉस्पिटल की स्थापना 2009 में हुई थी। इसे रिलायंस ग्रुप ने कोकिलाबेन अंबानी और धीरूभाई अंबानी की याद में बनवाया था। अस्पताल का नाम स्वर्गीय धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिलाबेन अंबानी के नाम पर रखा गया है, जो अनिल और मुकेश अंबानी की मां हैं।

