गरियाबंद जिले के सुपेबेड़ा में किडनी मरीजों को अब मुफ्त इलाज के अलावा सपोर्टिव किट भी मिलेगी। जिसमें दर्द निवारक जेल, प्रोटीन पाउडर और विटामिन की दवाएं शामिल हैं। कलेक्टर और सीएमएचओ की पहल पर योजना शुरू की गई है।
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दरअसल, मंगलवार को सुपेबेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा विभाग ने कैंप का आयोजन किया। जहां 7 किडनी रोगियों को किट का वितरण किया गया। ब्लॉक के अफसरों ने सीएमएचओ गार्गी यदु के निर्देश पर सुपेबेड़ा पहुंचकर किट बांटा।

सभी जरूरतमंदों को निशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा किट -सीएमएचओ
इस सपोटिव किट में मरीज को सहायता करने वाली 8 प्रकार से ज्यादा सामग्री मौजूद है। प्रोटीन सिरप, विटामिन कैप्सूल, ऑटोमैटिक बीपी जांच मशीन, ऐसिडिटी कम करने के सीरप, दर्द मिटाने के लिए जैल ट्यूब जैसे महत्वपूर्ण चीजें शामिल है। सीएमएचओ ने कहा कि, ग्राम में सिकेडी के लक्षण के 40 से ज्यादा लोग है। प्राथमिकता के आधार पर सभी जरूरतमंदों को यह किट निशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।

अफसरों ने ग्रामीणों की सुनी, फिर अमल लाने की पहल
सीएमएचओ गार्गी यदु ने महीने भर पहले जब गांव का दौरा किया था, तब इलाज करा रहे किडनी मरीजों ने बताया था कि उन्हें इलाज के साथ-साथ अन्य सपोटिव चीजों की जरूरत होती है। हाल ही में कलेक्टर दीपक अग्रवाल भी सुपेबेड़ा होकर लौटे थे। उनके सामने भी पीड़ितों ने अपनी मांगे दोहराई थी। प्रशासनिक प्रमुख ने सीएमएचओ की सपोटिव किट वितरण की योजना को हरी झंडी दे दिया।

किडनी यूनिट सुपेबेड़ा स्पेशल वार्ड भी जल्द
किडनी रोगियों के डायलिसिस में असुविधा न आए और पृथक से उन्हें ध्यान रखने जिला मुख्यालय में किडनी यूनिट सुपेबेड़ा स्पेशल वार्ड बनाया गया है। गार्गी यदु ने कहा कि कलेक्टर के निर्देश पर कार्य प्रगति में है। इस वार्ड में 4 डायलिसीएस यूनिट के अलावा हेपेटाइटिस या अन्य रोग से ग्रसित किडनी रोगी के लिए एक पृथक डायलिसस यूनिट बनाया जा रहा है।
वार्ड पूरी तरह वाता अनुकूलित होगा। देखरेख के लिए अलग स्टाफ भी मौजूद रहेंगे। रेफर मरीजों को पूरी सुविधा मिले उसके लिए राजधानी के अस्पताल में जल्द ही एग्रीमेंट किया जाना है।