हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से किसानों ने आज (14 दिसंबर) तीसरी बार दिल्ली कूच की कोशिश की। 101 किसानों का जत्था दोपहर 12 बजे रवाना हुआ। हरियाणा पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी के पुल पर रोक लिया। दिल्ली जाने को लेकर पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई।
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किसानों ने जाली उखाड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इस दौरान 10 किसान घायल हो गए। किसानों के घायल होने के बाद करीब 2 बजे किसान नेताओं ने जत्थे को वापस बुला लिया।
इसके बाद किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि किसान 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। 18 दिसंबर को पंजाब में 12 बजे से 3 बजे तक रेल रोकी जाएंगी। 18 तक कोई जत्था दिल्ली कूच नहीं करेगा। अब 15 तस्वीरों में देखिए किसानों के दिल्ली कूच की तस्वीरें…
तस्वीर 1… 12 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुए किसान
पंजाब की तरफ बनाए गए मंच से 101 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। इस दौरान किसानों के हाथों में झंडे थे और वो नारेबाजी कर रहे थे।
तस्वीर 2… हरियाणा पुलिस की किसानों से बहस
घग्गर नदी पर बने पुल पर की गई बैरिकेडिंग पर हरियाणा पुलिस ने किसानों के जत्थे को रोक लिया। यहां करीब आधा घंटे तक पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई।
तस्वीर 3… किसानों ने शेड की जाली उखाड़ने की कोशिश की
हरियाणा पुलिस से बहस के बाद किसानों ने रस्सी के आगे लोहे की हुक लगाकर उसे शेड की जाली में फंसाया। फिर जाली को उखाड़ने की कोशिश की।
तस्वीर 4… किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल
किसानों ने शेड में लगी जाली उखाड़ने की कोशिश की तो हरियाणा पुलिस ने सबसे पहले उन पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, लेकिन किसान पीछे नहीं हटे।
तस्वीर 5…. पानी की बौछार पर इधर-उधर हुए किसान
हरियाणा पुलिस ने शेड के अंदर से किसानों पर पानी की बौछार की। इस दौरान पानी की बौछारों से बचने के लिए किसान इधर-उधर होते दिखे।
तस्वीर 6… किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े
हरियाणा पुलिस ने वाटर कैनन के बाद किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू किए। जैसे ही पुलिस ने गोले छोड़े तो किसानों ने उन पर गीली बोरी फेंकना शुरू कर दिया।
तस्वीर 7… आंसू गैस के धुएं का उठता गुब्बार
हरियाणा पुलिस के आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद उठता धुआं। इससे किसानों को सांस लेने में दिक्कत होती दिखी। हालांकि कई किसानों ने मुंह ढके हुए थे।
तस्वीर 8…. आंसू गैस छोड़ने के बाद पीछे भागते किसान
हरियाणा पुलिस के आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद किसान पीछे की तरफ भागते दिखे। इसके धुएं से उन्हें आंखों में दिक्कत भी हुई।
तस्वीर 9…स्ट्रेचर पर घायल किसान एंबुलेंस तक पहुंचाए
आंसू गैस के गोलों से घायल हुए किसानों को स्ट्रेचर पर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया। यहां से एंबुलेंस उन्हें अस्पताल लेकर पहुंची।
तस्वीर 10…. घायलों को ले जाने में तेजी दिखाई
आंसू गैस से घायल होने वाले किसानों को अस्पताल तक पहुंचाने में रेस्क्यू टीम ने तेजी दिखाई। किसानों के घायल होते ही टीम उन्हें ले जाने के लिए स्ट्रेचर लेकर पहुंची। इसके बाद उन्हें एंबुलेंस तक पहुंचाया गया।
तस्वीर 11…घायल किसान के हाथ में आंसू गैस के गोलों के खोल
ये किसान आंसू गैस के गोलों से घायल हुए। इसके बाद उन्हें प्राइवेट गाड़ी में बैठाया गया और अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान उन्होंने हाथ में आंसू गैस के गोलों के खोल पकड़े हुए थे।
तस्वीर 12… किसानों का जत्था वापस लौटा
2 बजे के बाद किसानों का जत्था वापस धरना स्थल पर लौट आया। किसानों को लाने के लिए किसान नेता सरवण पंधेर पहुंचे थे।
तस्वीर 13… अस्पताल में भर्ती घायल किसान
ये कुलदीप सिंह हैं, जो भारतीय किसान यूनियन आजाद से जुड़े हुए हैं। आंसू गैस के गोलों से घायल हुए। उन्हें पटियाला के राजपुरा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
तस्वीर 14… घायलों का पटियाला के राजपुरा अस्पताल में चल रहा इलाज
गुरदासपुर के रहने वाले सुखवंत सिंह भी दिल्ली रवाना होने वाले 101 किसानों में शामिल थे। वह आंसू गैस के गोलों से घायल हुए हैं। वह अभी पटियाला के राजपुरा अस्पताल में भर्ती हैं।
तस्वीर 15…ट्रैक्टर मार्च और ट्रेनें रोकने का ऐलान
किसानों के जत्थे को वापस बुलाने के बाद किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च और 18 दिसंबर को पंजाब में ट्रेनें रोकी जाएंगी।
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हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से शनिवार (14 दिसंबर) को दोपहर 12 बजे 101 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी पर बने पुल पर की बैरिकेडिंग पर रोक लिया। 40 मिनट तक पुलिस से बहस के बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। पढ़ें पूरी खबर