Kirodi Meena said – Rajasthan is among the leading states in solar pump installation, Agriculture Minister launches Organic Food Market, Krishi Gyan Dhara 2.0 | किरोड़ी मीणा बोले- राजस्थान सोलर-पंप स्थापना में अग्रणी राज्यों में: कृषि मंत्री ने ऑर्गेनिक फूड मार्केट, कृषि ज्ञान धारा 2.0 का किया शुभारंभ – Jaipur News

राज्य कृषि प्रबंध संस्थान, दुर्गापुरा में कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल ने ऑर्गेनिक फूड मार्केट का उद्घाटन किया।

राज्य कृषि प्रबंध संस्थान, दुर्गापुरा में कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल ने ऑर्गेनिक फूड मार्केट का उद्घाटन किया। गुरुवार को इस दौरान कृषि ज्ञान धारा 2.0 का प्रमोचन और IHITC संस्थान की वार्षिक पत्रिका ‘हरित दर्पण’ का विमोचन भी किया गया। सा

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डॉ. किरोड़ी लाल ने बताया कि ऑर्गेनिक फूड मार्केट का उद्देश्य जैविक उत्पादकों को अपने उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए एक मंच प्रदान करना है। इससे उपभोक्ताओं को प्रमाणित जैविक उत्पाद उपलब्ध हो सकेंगे।

उन्होंने ‘कृषि ज्ञान धारा 2.0’ कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी। यह कार्यक्रम आधुनिक सूचना तकनीक और सोशल मीडिया का उपयोग कर कृषि संबंधी तकनीकी और विभागीय योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाता है। इससे किसान उन्नत तकनीकों को अपनाकर उत्पादन बढ़ा रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।

मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि बूंद-बूंद सिंचाई के माध्यम से फर्टिगेशन तकनीक द्वारा उर्वरकों का भी कुशल उपयोग संभव है।

मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि बूंद-बूंद सिंचाई के माध्यम से फर्टिगेशन तकनीक द्वारा उर्वरकों का भी कुशल उपयोग संभव है।

मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल ने सूक्ष्म सिंचाई पद्धति को जल को सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाने वाली कुशल तकनीक बताया। इसमें ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम का उपयोग होता है। उन्होंने कहा कि राज्य में सूक्ष्म सिंचाई के तहत क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए अच्छे प्रयास किए गए हैं, और वर्तमान में लगभग एक चौथाई कृषि क्षेत्र सूक्ष्म सिंचाई के अधीन सिंचित है।

उन्होंने यह भी बताया कि बूंद-बूंद सिंचाई के माध्यम से फर्टिगेशन तकनीक द्वारा उर्वरकों का भी कुशल उपयोग संभव है। विभाग किसानों तक सूक्ष्म सिंचाई और उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी पहुंचाने के लिए नई प्रचार तकनीकों का उपयोग कर रहा है।

इस अवसर पर यह भी बताया गया कि नॉलेज एनहैंसमेंट प्रोग्राम के तहत कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों और कृषकों का एक अध्ययन दल डेनमार्क गया था। इस दल ने डेनमार्क में अपनाई जा रही उन्नत कृषि तकनीकी, हाई-टेक उद्यानिकी, पशुपालन व डेयरी प्रबंधन और कृषि प्रसंस्करण क्षेत्र से संबंधित गतिविधियों का अवलोकन व अध्ययन किया।

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान सौर उर्जा आधारित पम्प सैटों को लगाने में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है।

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान सौर उर्जा आधारित पम्प सैटों को लगाने में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है।

कृषकों के खेतों पर 37 हजार 911 वर्मीकंपोस्ट इकाईया स्थापित की- किरोड़ी लाल मीणा

कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री ने कहा,

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राज्य में यूरिया के विकल्प के रूप में नैनो यूरिया को प्रोत्साहित किया जा रहा है। फसलों में सूक्ष्म तत्वों एवं नैनो यूरिया जैसे उर्वरकों की अत्यन्त कम मात्रा में आवश्यकता होती है। है। सरकार द्वारा वर्ष 2025-26 में 1 लाख हैक्टेयर में ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया तथा नैनो डीएपी का छिड़काव करवाया जा रहा है।

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ऑर्गेनिक खेती को बढावा देने से राज्य के कृषकों को बिना कीटनाशी एवं उर्वरकों के उपयोग के अच्छे गुणवत्ता के खाद्यान्न उपलब्ध हो सकेगें। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये कृषकों के खेतों पर 37 हजार 911 वर्मीकंपोस्ट इकाईया स्थापित की गई और 1 हजार 515 कृषकों को पशुपालन आधारित कृषि पद्धति से लाभान्वित किया गया है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान सौर उर्जा आधारित पम्प सेटों को लगाने में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। वर्तमान सरकार द्वारा 44 हजार 885 सोलर संयंत्रों की स्थापना पर 653 करोड़ 25 लाख रुपए की वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी गई है।

शासन सचिव कृषि एवं उद्यान राजन विशाल ने कहा,

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कृषि ज्ञान धारा 2.0 कार्यक्रम में किसानों से उनकी समस्याएं जानकर कार्यक्रम में ही उनका उचित समाधान किया जाता है। कार्यक्रम में कृषि विश्व विद्यालयों के वैज्ञानिक एवं विभागीय अधिकारी भाग लेते हैं तथा कृषि संबंधित समसामयिक विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा सरल एवं रोचक जानकारियां कृषकों को दी जा रही हैं।

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उन्होंने कहा कि राज्य में जैविक खेती से जुड़े उत्पादकों को उपभोक्ताओं तक पहुंचाने तथा उपभोक्ताओं को प्रमाणित जैविक उत्पाद उपलब्ध करवाने की दृष्टि से कृषि एवं कृषि विपणन विभाग द्वारा ऑर्गेनिक फूड मार्केट की स्थापना की गई है। प्रथमतः प्रायोगिक आधार पर ऑर्गेनिक मार्केट का संचालन राज्य कृषि प्रबंध संस्थान, दुर्गापुरा, जयपुर में साप्ताहिक आधार पर प्रत्येक शनिवार व रविवार को प्रातः 10.00 बजे से सांय 6.00 बजे तक किया जायेगा। राजस्थान बीज एवं जैविक प्रमाणीकरण संस्था द्वारा जारी स्कॉप-सर्टिफिकेट धारी जैविक उत्पादक इस मार्केट में अपने उत्पाद विक्रय हेतु ला सकते हैं।

ऑर्गेनिक फूड मार्केट में जैविक उत्पादों के लिए 10 स्थान उपलब्ध हैं। इस मार्केट में उत्पादकों को निशुल्क स्थान उपलब्ध करवाया जा रहा है। यह स्थान अधिकतम 3 महीने के लिए दिया जायेगा। इच्छुक प्रमाणित जैविक उत्पादक निदेशक, राज्य कृषि प्रबंध संस्थान, दुर्गापुरा को ऑर्गेनिक मार्केट में स्थान आवंटन हेतु आवेदन कर सकते हैं।

ऑर्गेनिक फूड मार्केट में बड़ी संख्या में अधिकारियों व कार्मिकों के साथ-साथ आमजन ने ऑर्गेनिक उत्पादों की खरीददारी की। फूड मार्केट में सब्जियां, तिल, सरसों का तेल, गुड़िया शक्कर, खांड, आंवला उत्पाद मिलेट्स और फल आदि प्रमाणित जैविक उत्पाद लाएं गए।

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