राजश्री कोठारी गिरफ्तारी से बचने के लिए वह निजी ट्रैवल्स की बसों से अपना ठिकाना बदलती रहती थीं।
अहमदाबाद के ख्याति अस्पताल कांड में एक माह से फरार अस्पताल की पार्टनर राजश्री कोठारी को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में यह आठवीं गिरफ्तारी है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच पहले ही सात आरोपियों को पकड़ चुकी है, जबकि क
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ख्यातिकांड मामले में शिकायत दर्ज होने के बाद राजश्री कोठारी भूमिगत हो गई थी। अहमदाबाद ग्राम न्यायालय में दायर अग्रिम जमानत अर्जी भी रद्द कर दी गई थी। पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए वह निजी ट्रैवल्स की बसों से अपना ठिकाना बदलती रहती थी।
ख्याति अस्पताल ने 7 मरीजों की बिना अनुमति के एंजियोप्लास्टी कर दी थी, जिनमें से 2 की मौत हो गई थी।
राजश्री कोठारी पति के साथ उदयपुर भाग गई थी 13 नवंबर 2024 को अपराध की सूचना मिलने पर रात्रि 8 बजे उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर घर पर ही छोड़ दिया तथा अपने पति प्रदीप कोठारी के साथ अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी क्रमांक जीजे-18 बीएच-6257 से उदयपुर चली गई। पांच दिन उदयपुर में रहने के बाद भीलवाड़ा गए थे। दस दिन भीलवाड़ा में रहकर कोटा जाने के बाद जब वह पंद्रह दिन कोटा में रहने के बाद कोटा से भीलवाड़ा के लिए निकले तो अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने उसे पकड़ लिया। ग्रामीण कोर्ट ने अग्रिम जमानत की अर्जी रद्द की राजश्री कोठारी के पति ने कोरोना काल में एशियन बेरीएट्रिक अस्पताल लीज पर रखकर कोरोना मरीजों की इलाज शुरू किया था। इसके बाद 2021 में अन्य लोगों के साथ खुद भी ख्याति अस्पताल में हिस्सेदार बन गया था। राजश्री की भी डायरेक्टर के रूप में एंट्री हुई थी।
अन्य आरोपियों के साथ मिलकर पीएमजेएवाई का फर्जी तरीके से लाभ लेना शुरू किया था। ख्यातिकांड मामले में पिछले एक माह से फरार आरोपी राजश्री कोठारी द्वारा अहमदाबाद ग्रामीण कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी की गई थी, जिसे कोर्ट ने 5 दिसंबर को रद्द कर दी थी।
पुलिस हिरासत में ख्याति अस्पताल का डॉ. प्रशांत वजीरानी।
क्या था मामला अहमदाबाद के ख्याति अस्पताल ने 7 मरीजों की बिना अनुमति के एंजियोप्लास्टी कर दी। इनमें से 2 की मौत हो गई। 5 मरीज फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं। यह मामला ख्याति हॉस्पिटल से जुड़ा है। आरोप है कि ये सभी ऑपरेशन अस्पताल के डॉ. प्रशांत वजीरानी ने किए।
दरअसल, ख्याति हॉस्पिटल ने 10 नवंबर को महेसाणा जिले में कादी के बोरिसाना गांव में हेल्थ कैम्प लगाया था। वहां से 19 मरीजों को इलाज के लिए अहमदाबाद लाया गया। 17 मरीजों की एंजियोग्राफी की गई। इनमें से 7 मरीजों की एंजियोप्लास्टी कर दी गई।