Khanna Transporters kidnapping case One arrested | खन्ना ट्रांसपोर्टर अपहरण मामले में एक गिरफ्तार: अपहरणकर्ताओं ने वाहन मालिक को जिंदा नदी में फेंका था, पिकअप बरामद – Khanna News


पंजाब के खन्ना में 26 जून को गाड़ी समेत किडनैप किए गए ट्रांसपोर्टर के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया। 36 दिनों के बाद इस केस में तरनतारन से एक आरोपी बल्लू को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपी ने खुलासा किया कि वारदात वाले दिन ही उन्होंने ट्रांसपोर्टर

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लेकिन राज कुमार आरोपियों का मुकाबला कर रहा था। जिसके चलते ब्यास दरिया के पास जाकर उन्होंने राज कुमार को फेंक दिया था और गाड़ी लेकर आगे निकल गए थे। इस गिरोह ने गाड़ी को आगे बेचना था। लेकिन अभी तक गाड़ी बिकी नहीं थी। बल्लू की निशानदेही पर राज कुमार की गाड़ी को तरनतारन इलाके से बरामद कर लिया गया। वहीं, आरोपी का 6 दिनों का रिमांड लेकर उसके साथियों का पता किया जा रहा है।

250 किलोमीटर दूर जंगल में मिले थे पुर्जे

खन्ना अनाज मंडी के बाहर यूनियन में राज कुमार अपनी महिंद्रा पिकअप गाड़ी खड़ी करता था। 26 जून को अज्ञात व्यक्ति गाड़ी किराये पर लेकर गए थे। फिर उसे किडनैप कर लिया गया था। यहां से करीब 250 किलोमीटर दूर तरनतारन इलाके में जंगल के बीच एक समुदाय के डेरे के पास गाड़ी के कुछ पुर्जे मिले थे। वहां से पुलिस को लीड मिली थी। लेकिन उस दिन पुलिस की गाड़ियों को आधा किलोमीटर दूर से देख आरोपी फरार हो गए थे। एसएचओ राव वरिंदर सिंह ने बताया कि पहले पुलिस ने अपहरण की धारा 365 के तहत केस दर्ज किया था। अब इस केस में धाराओं में इजाफा करते हुए कत्ल की धारा 302, साजिश रचने की धारा 120बी लगाई गई है।

यह है मामला

सिटी थाना पुलिस ने राज कुमार के बेटे प्रिंस की शिकायत पर अज्ञात लोगों खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया था। प्रिंस के अनुसार पिछले काफी समय से उसके पिता बुलेरो पिकअप गाड़ी चलाते थे। 26 जून 2024 को उसके पिता के पास खटड़ा ट्रांसपोर्ट में एक व्यक्ति आया, जिसने उनके पिता को बताया कि उसकी गाड़ी मंजी साहिब के पास खराब हो गई है, क्योंकि उसकी गाड़ी सब्जी से भरी खड़ी है, जिसके चलते उसे टो कर खन्ना सब्जी मंडी की दुकान नंबर पांच पर लेकर आना है। किराया तय होने के उपरांत वक्त करीब 8 बजे वे दोनों लोग मंजी साहिब की ओर चल पड़े थे। तभी 20 से 25 मिनट के उपरांत जब उसके पिता का मोबाइल स्विच आफ आने लगा था तो वह पिता की तलाश में निकल पड़े थे। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था।

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