किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का चैकअप करते हुए डॉक्टरों की टीम।
फसलों की MSP समेत 13 मांगों को लेकर पंजाब एंड हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आज (वीरवार) 52वें दिन में दाखिल हो गया है। उनकी तबीयत नाजुक है। उनके समर्थन में 111 लोगों द्वारा शुरू किया मरणव्रत दूसरे दिन में दाखिल
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बोलने में भी आ रही है दिक्कत
डॉक्टरों के मुताबिक डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ रही है। उन्हें बोलने में भी दिक्कत आ रही है। अब शरीर ही खुद को खा रहा है। बीपी लगातार ऊपर नीचे जा रहा है। डल्लेवाल साफ कर चुके है कि जब तक केंद्र सरकार उनकी सुनवाई नहीं करती है, तब तक वह डॉक्टरी इलाज नहीं लेंगे। हालांकि सरकार की तरफ मोर्चे के पास ही अस्थाई अस्पताल बनाया हुआ है। साथ ही 50 के करीब डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। इसके अलावा निजी संस्था के डॉक्टर भी उनकी जांच कर रही है।

पंजाब व हरियाणा बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठे 111 किसानों का जत्था।
संतों व महापुरुषों को लिखा है पत्र
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में डल्लेवाल के मरणव्रत को लेकर सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने पंजाब सरकार से डल्लेवाल की सेहत से जुड़ी सारी रिपोर्ट तलब की है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (AIIMS) यानी एम्स का ओपिनियन लेगा। इससे पहले सुनवाई के बीच पंजाब सरकार ने पहले डल्लेवाल की हालत में सुधार की बात कहीं, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में पूछा तो कहा कि उनकी हालत स्थिर है। हालांकि डल्लेवाल की तरफ से इससे पहले प्रधानमंत्री, उप राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस व सभी धर्मों के संतों व महापुरुषों को पत्र लिखा गया है। साथ ही मांग की है कि सरकार को एमएसपी गारंटी समेत अन्य शर्तों को पूरा करने के लिए कहा जाए।

खनौरी बॉर्डर पर प्रेस कांफ्रेंस करते हुए किसान नेता।
आगे क्या है किसानोंं की रणनीति
एक तो आज किसान नेता सरवन सिंह पंधेर द्वारा शंभू बॉर्डर से किसान आंदोलन को बड़ा ऐलान किया जाएगा। जबकि इसके 18 तारीख को किसान आंदोलन को लेकर एसकेएम के नेताओं से मीटिंग होगी। इसके बाद 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। यह मार्च पूरे देश में निकाला जाएगा। हालांकि रोजाना हरियाणा के एक जिले से किसान मोर्च पर आ रहे हैं।