हरियाणा के करनाल जिले के तरावड़ी थाना क्षेत्र में शटरिंग का सामान किराये पर लेने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि गांव औगंद के एक व्यक्ति ने खुद को गांव सग्गा का रहने वाला बताकर नकली नाम और पते का इस्तेमाल करते हुए शटरिंग की प्लेट
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कई दिनों तक संपर्क न होने पर दुकानदार को शक हुआ, जिसके बाद असलियत सामने आई। दुकानदार ने पुलिस को शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
पांच हजार रुपए एडवांस देकर ली शटरिंग
गांव लल्याणी के रहने वाले जोग सिंह की गुरुद्वारा रोड पर शटरिंग की दुकान है। जोग सिंह ने बताया कि 20 दिसंबर को राजेश जांगड़ा नाम का व्यक्ति खुद को गांव सग्गा का निवासी बताकर दुकान पर आया और 5 हजार रुपए एडवांस देकर शटरिंग प्लेट का ऑर्डर बुक कराया। अगले दिन वह महिंद्रा बोलेरो गाड़ी में शटरिंग का सामान लोड करवा कर ले गया।
जब कई दिनों तक वह बाकी सामान लेने नहीं आया और फोन करने पर टालमटोल करने लगा, तो शक होने पर जोग सिंह ने गांव सग्गा में उसकी पहचान की कोशिश की। पता चला कि इस नाम का कोई व्यक्ति वहां नहीं रहता।
जांच में गांव मंजूरा की निकली गाड़ी
शक के आधार पर फोन नंबर की पहचान करने के लिए Truecaller का इस्तेमाल किया गया, जिससे आरोपी का असली नाम और पता गांव औगंद का निकला। बोलेरो गाड़ी की जांच करने पर पता चला कि यह गाड़ी नफे सिंह नामक व्यक्ति की है, जो गांव मंजूरा का निवासी है। नफे सिंह ने बताया कि शटरिंग का सामान गांव कुचपुरा के विनोद शर्मा के धर्म कांटा गोदाम में उतारा गया था।

थाना तरावड़ी, करनाल।
नकली सामान देने की कोशिश
जब जोग सिंह गोदाम पहुंचे, तो वहां शटरिंग का सामान नहीं मिला। विनोद शर्मा ने बताया कि राजेश जांगड़ा ने सामान वहां उतारा था, लेकिन बाद में कहीं और ले गया। इसके बाद जोग सिंह गांव औगंद में राजेश जांगड़ा के घर गए, लेकिन परिवार ने कोई ठोस जवाब नहीं दिया। आसपास के लोगों से जानकारी मिली कि वह शटरिंग का सामान किराये पर लेकर आगे बेच देता है।
1 जनवरी को राजेश ने फोन कर शटरिंग लेने के लिए बुलाया, लेकिन वहां सामान नकली और दूसरी कंपनी का निकला। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कीतरावड़ी थाने में जोग सिंह की शिकायत पर राजेश जांगड़ा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी जसविंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी और असली सामान बरामद करने के लिए जांच कर रही है।
पुलिस ने संबंधित गाड़ी चालक और गोदाम मालिक से भी पूछताछ शुरू कर दी है।