Karnal Gharaunda 68 agricultural plants Physical verification done | घरौंडा में हुई 68 कृषि संयंत्रों की फिजिकल वैरिफिकेशन: सुपर सीडर मशीन के मुरीद हुए किसान, पराली की समस्या होगी खत्म – Gharaunda News

घरौंडा में मंडी में सुपर सीडर मशीन ले जाते किसान।

हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा में कृषि विभाग की तरफ से सीआरएम स्कीम के तहत कृषि संयंत्रों का भौतिक सत्यापन किया गया। जिसमें 68 किसान अपने-अपने कृषि यंत्रों को लेकर घरौंडा की नई अनाज मंडी में पहुंचे। वैरिफिकेशन के बाद ही किसानों को कृषि संयंत्र पर म

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किसानों की माने ताे फसल अवशेष प्रबंधन के लिए सुपर सीडर मशीन रामबाण है, जो न सिर्फ पराली की समस्या को खत्म करती है, बल्कि गेहूं की बुआई भी एक घंटे में कर देती है। वहीं कृषि अधिकारी भी कृषि संयंत्रों को सुखद भविष्य के रूप में देख रहे है।

घरौंडा की मंडी में कृषि संयंत्रों का भौतिक सत्यापन करती कृषि विभाग की टीम।

घरौंडा की मंडी में कृषि संयंत्रों का भौतिक सत्यापन करती कृषि विभाग की टीम।

4 अगस्त को मंगवाए गए थे आवेदन

हरियाणा सरकार फसल अवशेष प्रबंधन को बढ़ावा दे रही है। सुपर सीडर, मल्चर, रोटावेटर, कटर व अन्य प्रकार के कृषि संयंत्रों पर सीआरएम स्कीम के तहत 50 प्रतिशत सब्सिडी मुहैया करवाती है। घरौंडा में कृषि अधिकारी डॉ. जशनप्रीत कौर ने बताया कि किसान पहले अपने बजट से मशीनों को खरीदता है, उसके बाद विभागीय पोर्टल पर आवेदन मांगे जाते है, जिस किसान ने मशीन खरीदी है, वह सब्सिडी हासिल करने के लिए पोर्टल पर आवेदन कर सकता है।

बीती 4 अगस्त को कृषि विभाग ने आवेदन मांगे थे। शनिवार काे घरौंडा व आसपास के 68 किसान अपनी मशीनें लेकर पहुंचे। जिसमें सबसे ज्यादा सुपर सीडर है।

सुपर सीडर की डिमांड बढ़ी

किसान जितेंद्र, सुशील कुमार, रविंद्र, रामपाल व अन्य ने बताया कि खेत में पराली एक बडी समस्या है। सुपर सीडर एक बेहतरीन मशीन है। इससे बिना फानों को जलाए डायरेक्ट गेहूं की बिजाई कर सकते है। मशीन में रोटावेटर की तरफ ब्लेड लगे है, जो फानों को काटती चलती है और मशीन इसके साथ की गेहूं की बिजाई भी करती हुई चलती है। सरकार ने मशीनों पर सब्सिडी दी है। इससे किसानों का रुझान सुपर सीडर व अन्य कृषि संयंत्रों की तरफ बढ़ा है।

मंडी में मशीन ले जाता किसान।

मंडी में मशीन ले जाता किसान।

फसल अवशेष प्रबंधन में मिलेगी मदद

डिस्ट्रिक्ट सोइल एंड वाटर कंजर्वेशन ऑफिसर सुरेंद्र टामक ने बताया कि सीआरएम स्कीम के तहत कृषि यंत्रों का भौतिक सत्यापन किया गया है। सत्यापन के बाद सब्सिड़ी किसानों को मिलेगी। इससे फसल अवशेष प्रबंधन में बड़ी मदद मिलेगी। किसान पराली कम जलाएंगे और पराली की समस्या का भी समाधान होगा। किसान सुपर सीडर में सबसे ज्यादा इंटरेस्ट दिखा रहे है। इसका फायदा बड़े जमीदारों को तो है, ही साथ ही छोटे किसान भी कस्टम हायरिंग सेंटर से सुपर सीडर लेकर डायरेक्टर बिजाई कर सकते है।

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