मेरठ रोड पर नगला चौक के पास मृत पड़ी भैंस व केमिकल का पानी।
करनाल जिले के मेरठ रोड पर नगला चौक के पास फैक्ट्री के केमिकल युक्त पानी पीने से करीब 35 भैंसों द्वारा दम तोड़े जाने का मामला सामने आया है। ये सभी भैंसे पंजाब के पशुपालकों की थीं, जो इन्हें लेकर यमुना की ओर जा रहे थे। पानी पीते ही भैंसे बेकाबू होकर इधर
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वहीं लाखों का नुकसान झेल रहे इन पशुपालकों ने फैक्ट्री पर लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना की सूचना के बाद पशु चिकित्सकों व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पशु चिकित्सकों ने एक भैंस के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, ताकि मौत के कारणों का खुलासा हो सके। वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है।

एसएचओ तरसेम चंद जानकारी देते हुए।
घास चरते-चरते पी लिया जहरीला पानी
पंजाब के रहने वाले पशुपालक 70 भैंसों को लेकर कई महीनों से सफर कर रहे हैं। सोमवार को वे करनाल के मेरठ रोड स्थित नगला चौक के पास पहुंचे थे। वहां खाली जमीन पर घास उगी हुई थी, जिस पर उन्होंने भैंसों को चरने के लिए छोड़ दिया। उसी जगह फैक्ट्री का केमिकल युक्त पानी पड़ा हुआ था, जिसे भैंसों ने पी लिया। पानी पीते ही भैंसें बुरी तरह बेकाबू हो गईं और किसी के मुंह से झाग निकलने लगा, तो कोई दौड़ती-दौड़ती गिर पड़ी।
फैक्ट्री वाला ताला लगाकर फरार
पशुपालक आलम दीन, आशु व अन्य ने बताया कि जैसे ही भैंसों की हालत बिगड़ी, वे कुछ समझ नहीं पाए। बाद में आसपास के लोगों ने बताया कि इसी जगह चार महीने पहले यानी 26 दिसंबर 2024 को केमिकल युक्त पानी पीने से 21 भेड़ों की भी मौत हुई थी। उस समय फैक्ट्री मालिक ने डेढ़ से दो लाख रुपए का मुआवजा देकर मामला शांत करा दिया था। इस बार जब भैंसों की मौतें शुरू हुईं, तो फैक्ट्री मालिक ताला लगाकर मौके से फरार हो गया।

जानकारी देते हुए महिला।
पशुपालकों की मुआवजे की मांग
पशुपालकों का कहना है कि एक भैंस की कीमत कम से कम 50 हजार रुपए है, ऐसे में कुल नुकसान 20 से 30 लाख रुपए तक हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि फैक्ट्री वाले को जहरीले पानी को कवर करके रखना चाहिए था, लेकिन उसकी लापरवाही से आज ये हालत हुई। उन्होंने साफ कहा कि अगर मुआवजा नहीं मिला तो वे फैक्ट्री मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएंगे। पशुपालकों और स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है।
इससे पहले 26 दिसंबर 2024 को भी इसी जगह फैक्ट्री के जहरीले पानी की वजह से 21 भेड़ों की जान चली गई थी, लेकिन तब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब दोबारा 35 से ज्यादा भैंसों की मौत हो गई है, जो प्रशासन और फैक्ट्री की लापरवाही को दिखाता है।

मौके पर मौजूद लोगों की भीड़।
एक भैंस को मेडिकल के लिए भेजा
घटना की सूचना मिलते ही पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एक भैंस को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया है। वहीं सदर थाना पुलिस के एसएचओ तरसेम चंद ने बताया कि नगला के पास केमिकल युक्त पानी पीने से भैंसों की मौत की जानकारी मिली है। एक भैंस का शव जांच के लिए भेजा गया है और शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पानी के सैम्पल ले लिए गए है।