कपूरथला के गांव झल ठीकरीवाल में 3 दिन पहले हुई एक किसान की हत्या मामले को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है और आरोपी शूटर को देसी कट्टे सहित काबू कर लिया है। इसकी पुष्टि SSP वत्सला गुप्ता ने करते हुए बताया कि यह मामला नजूल जमीन पर कब्जे से जुड़ा है। कि
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चार लोगों को किया गया था नामजद
बता दें कि, कपूरथला के गांव झल ठीकरीवाल में 22 अक्टूबर की दोपहर बाद किसान जसपाल सिंह की सिर में गोली मार हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद थाना कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू की थी। मृतक के बेटे गुरमुख सिंह निवासी गांव सुखिया नंगल के बयान पर 4 आरोपियों रतन, निवासी बल्टोहा, तरसेम सिंह निवासी मोगा, बग्गा सिंह और उसका भाई निवासी गांव झल ठीकरीवाल को नामजद कर FIR दर्ज की गई थी।
जिसके बाद DSP सबडिवीजन दीप करण सिंह और SHO लखविंदर सिंह की टीम ने मामले की जांच करते हुए मुख्य आरोपी तरसेम सिंह निवासी मोगा को काबू कर हत्या में उपयोग किए गए देसी कट्टा भी बरामद कर लिया है।
हत्याकांड का खुलासा करती एसएसपी वत्सला गुप्ता
हत्या से पहले दी थी धमकी
SSP ने बताया कि यह सारा मामला नजूल की जमीन पर कब्जे से जुड़ा हुआ है। पिछले 8 – 9 से गांव झल ठीकरीवाल में जालंधर निवासी जरनैल सिंह व करनैल सिंह की 25 किल्ले भूमि को ठेके पर जसपाल सिंह ने ली हुई थी। जहां वह खेती करता था। और सरकारी राजस्व रिकॉर्ड में काश्तकार के रूप में जसपाल का नाम दर्ज करवा लिया था। इसी के चलते जमीन पर कब्जे का विवाद हो गया।
SSP ने यह भी बताया कि जांच में सामने आया है कि उक्त भूमि कर जालंधर निवासी जरनैल सिंह व करनैल सिंह की जमीन है। उनका रिश्तेदार मोगा निवासी तरसेम सिंह 22 अक्टूबर को देसी कट्टा लेकर गांव झल ठीकरीवाल पहुंचा और किसान को धमकाया। इस दौरान दोनों में बहस भी हुई। आरोपी तरसेम सिंह ने जसपाल सिंह की हत्या से पहले कहा कि “जमीन से या तो कब्ज़ा छोड़ दो, नहीं तो दुनिया छोड़ने के लिए तैयार हो जाओ।” इतना कहने के साथ ही उसने देसी कट्टे से फायर कर दिया। जिससे जसपाल सिंह की मौके पर ही मौत हो गई।
SSP वत्सला गुप्ता ने यह भी बताया कि मृतक के बेटे के बयान पर दर्ज की गई FIR में अन्य चार लोग भी नामजद किये गए थे। लेकिन अभी तक की जांच में उक्त हत्या से उनका कोई संबंध नहीं दिख रहा है। हालांकि इस संबंध में गंभीरता से जांच की जा रही है।