पीएयू ने ‘पंजाब अमृत’ किस्म के खरबूजे में गुणवत्ता, मिठास की विशेषताएं बताई।
कपूरथला में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) ने खरबूजे की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की है। यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डॉ. सतबीर सिंह गोसल ने बरिंदरपुर में आयोजित फील्ड वर्कशॉप में यह जानकारी दी।
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पीएयू द्वारा विकसित ‘पंजाब अमृत’ किस्म के खरबूजे में कई विशेषताएं हैं। यह उपज, गुणवत्ता, मिठास और फाइबर से भरपूर है। इस किस्म का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसान इसका बीज खुद तैयार कर सकते हैं। यह हाइब्रिड किस्मों की तुलना में काफी किफायती विकल्प है।
कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला और पीएयू के सब्जी विभाग ने संयुक्त रूप से फील्ड दौरे का आयोजन किया। डॉ. गोसल ने बताया कि कपूरथला का क्षेत्र खरबूजा और तरबूज की खेती के लिए बेहद उपयुक्त है। उन्होंने किसानों को फसल विविधीकरण के तहत आलू, खरबूजा और तरबूज की खेती करने की सलाह दी।
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. हरिंदर सिंह ने विशेषज्ञों का स्वागत किया। डॉ. अमनदीप कौर ने क्षेत्र-आधारित फसलों की जानकारी दी। डॉ. अजमेर सिंह ढट्ट ने किसानों से इस नई किस्म को अपनाने का आग्रह किया।