हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस कैंडिडेट विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर से भाजपा कैंडिडेट कंगना रनोट पर तीखा जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आज कंगना जिन-जिन मंदिरों में जा रही है, उन मंदिरों की साफ-सफाई जरुरी है। उन्होंने यह बात द
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विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हम सनातनी और हिंदू हैं, देव समाज को मानने वाले लोग हैं। जिस तरीके की बातें आजकल सोशल मीडिया पर निकलकर सामने आ रही हैं, हम उस पर कुछ ज्यादा नहीं कहना चाहते। मोहतरमा के जो खान-पान की चीजें निकल कर सामने आ रही हैं वो हमारी देवभूमि को कलंकित करती हैं।
जिन-जिन मंदिरों में वो जा रही हैं, वहां पर सफाई करने की आवश्यकता है। ये चीजें हम नहीं कह रहे, आज ये देवनीति के लोग इस बात को कह रहे हैं। प्रदेश के लोग देव नीति पर निष्ठा व विश्वास रखते हैं।
कंगना रनोट मंडी से बीजेपी की उम्मीदवार हैं। अभी वह प्रचार में जुटी हुई हैं।
इससे पहले भी दोनों आमने-सामने हो चुके…
मंत्री ने कहा था- गौमांस खाने वाले चुनाव लड़ रहे
कुछ दिन पहले दोनों के बीच बीफ खाने को लेकर जंग छिड़ी थी। विक्रमादित्य ने कंगना रनोट को बीफ खाने के पुराने बयान पर घेरा था। विक्रमादित्य ने कंगना का नाम लिए बगैर सोशल मीडिया पर लिखा- ‘हिमाचल देवी-देवताओं का पवित्र स्थल है, देवभूमि है, जहां गौमांस का सेवन करने वाले चुनाव लड़ें, यह हमारी संस्कृति के लिए चिंता का विषय है, जिसका राजनीति से कोई सरोकार नहीं है’।
कंगना बोली- मैं रेड मीट नहीं खाती
विक्रमादित्य के बयान पर कंगना ने कहा कि मैं बीफ या किसी भी तरह का रेड मीट नहीं खाती। यह बहुत शर्मनाक है कि मेरे बारे में बिना बात के अफवाह फैलाई जा रही हैं।
मैं दशकों से योग और आयुर्वेदिक जीवन शैली की वकालत और प्रचार प्रसार कर रही हूं। इस तरह की बातें मेरी छवि नहीं बिगाड़ सकतीं। मेरे लोग जानते हैं कि मैं एक गर्वित हिंदू है। मैं कभी भी ऐसा नहीं कर सकती।
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने महिलाओं की सभा में कंगना पर निशाना साधा था।
प्रतिभा ने कहा था- कंगना हुस्न परी, लोग देखने आते हैं
अभी हाल ही में विक्रमादित्य की माता और प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी कंगना को घेरा था। उन्होंने कहा कि कंगना रनोट हुस्न परी हैं। एक चीज है, जिसे लोग देखने आ जाते हैं। उसे वोट नहीं मिलेंगे।
इस पर कंगना ने जवाब दिया कि मैं कोई चीज व हुस्न परी नहीं हूं। मैं भी जनसभा में बैठी माताओं-बहनों की तरह हाड़-मांस से बनी हूं। प्रतिभा सिंह को इस तरह की भाषा का प्रयोग करना चिंताजनक है।
विक्रमादित्य को पहले पप्पू भी बोल चुकीं कंगना
कंगना ने कुल्लू में एक जनसभा में राहुल गांधी को बड़ा पप्पू और विक्रमादित्य सिंह को छोटा पप्पू कहा था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का बड़ा पप्पू कहता है कि हिंदू धर्म की देवी शक्ति का विनाश करना है। जब बड़ा पप्पू यह कह सकता है तो छोटे पप्पू से क्या उम्मीद की जा सकती है?
छोटा पप्पू कहता है कि मैं कलंकित और अपवित्र हूं। मुझे देवभूमि में आकर पवित्र होना चाहिए।’ छोटे पप्पू को क्यों लगता है कि मैं अपवित्र हूं, क्योंकि मैंने अपने बाप के नाम के बगैर यह मुकाम हासिल किया है और राजनीति में आना चाहती हूं।