जॉनसन्स बेबी ब्रांड द्वारा आयोजित इवेंट, जॉनसन्स बेबी ‘डे 1 वनडरलैंड’ कार्यक्रम द्वारा आमंत्रितों को गर्मजोशी, जानकारी और प्रेरणा का अनुभव प्रदान किया। इस इवेंट में भारत की 280 से ज्यादा प्रमुख मॉम इन्फ्लुएंसर्स के साथ एक्सपर्ट्स और मातृत्व की दुनिया
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केनव्यू के बिजनेस यूनिट हेड-एसेंशियल हेल्थ और वाइस प्रेसिडेंट – मार्केटिंग, मनोज गाडगिल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने पहले दिन से ही शिशु की त्वचा की सुरक्षा करने में मदद करने की जॉनसन्स बेबी की माता-पिता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
तीन विशिष्ट और महत्वपूर्ण चरणों को प्रदर्शित किया
इस कार्यक्रम में मातृत्व यात्रा के तीन विशिष्ट और महत्वपूर्ण चरणों को प्रदर्शित किया पर गया। पहले दिन तक की यात्रा’ के साथ जुड़ी उम्मीदें, ‘पहले दिन की तैयारी’ पर विस्तृत ब्योरा और अंत में, ‘पहले दिन और उससे आगे’ का उल्हास। इस सेशंस में तथ्यों और जानकारियों को शामिल किया गया, जिससे माताओं को बेबी के लिए सर्वश्रेष्ठ चुनने में मदद मिल सके।
‘जर्नी टू डे 1’ सेगमेंट में अनेक माताओं जिन्हें ‘चीफ वनडर ऑफिसर्स’ के नाम से संबोधित किया गया, अपनी अनूठी कहानियों और अनुभवों को साझा करने के लिए आगे आईं उपस्थित सभी माताओं ने प्रॉमिस वॉल पर अपने नन्हे-मुन्नों के लिए अपने वादे को लिखा। ‘पहले दिन की तैयारी’ सेशन में इस बात पर चर्चा की गई कि नए जमाने की माताएं शिशुओं की देखभाल से जुड़े उत्पादों को लेकर कितनी ज्यादा रिसर्च करती हैं।
डॉक्टरों ने विशेष देखभाल की जरूरत पर जोर दिया
नवजात शिशु की स्किनकेयर के पीछे के विज्ञान पर चर्चा इस इवेंट का मुख्य आकर्षण डॉ. गोपाल अग्रवाल (डीएम नियोनेटोलॉजी (पीजीआई), क्लिनिकल डायरेक्टर, क्लाउडनाइन हॉस्पिटल्स, गुड़गांव), डॉ. प्रीति ठाकोर (हेड ऑफ मेडिकल सेफ्टी साइंसेज रिस्टोरेटिव (इंडिया) और डाइजेस्टिव हेल्थ, एपीएसी) और फरहा शेख (ली़डिंग मॉम इन्फ्लुएंसर, @mumfiesta) के बीच ‘बेस्ट फॉर बेबी’ की थीम पर पैनल डिस्कशन था।
डॉक्टरों ने नवजात शिशु की त्वचा की नाजुक प्रकृति और पहले दिन से ही विशेष देखभाल की आवश्यकता पर जोर दिया।
इसमें हाइजीन, मॉइस्चराइजिंग, मालिश के साथ-साथ शिशु देखभाल से संबंधित सामान्य चिंताओं को भी शामिल किया गया। डॉ. गोपाल ने शिशुओं के बहुसंवेदी विकास में टच और फ्रेगरेंस की भूमिका के महत्व पर प्रकाश डाला और कंगारू केयर और इसके फायदों के बारे में बात की।
विशेष देखभाल और उत्पादों के बारे में बताया
पहले दिनऔर उसके बाद’ सेशन में, मॉम इन्फ्लुएंसर्स ने नवजात शिशुओं और शिशुओं के लिए क्वालिटी पीडियाट्रिक स्किन केयर सुनिश्चित करने के लिए इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) की गाइडलाइंस को समझा। चूंकि शिशु की त्वचा वयस्क लोगों की त्वचा की तुलना में 30% पतली होती है,इसलिए सत्र में पहले दिन से शिशु की नाजुक त्वचा की सुरक्षा के लिए आवश्यक विशेष देखभाल और उत्पादों के बारे में बताया गया।
सत्र के दौरान, विशेषज्ञों ने लेबल को बेहतर ढंग से पढ़ने, विभिन्न उत्पादों में इस्तेमाल की गई सामग्री को समझने के लिए गाइडेंस दिया जिससे माताओं को अपने बेबी के लिए सही विकल्प चुनने में मदद मिल सके। कार्यक्रम के अंत में मॉम इन्फ्लुएंसर्स को जॉनसन्स बेबी की नई गिफ्ट सेट रेंज को प्रिव्यू और अपने बेबी के लिए अपनी पर्सनल लोरी बनाने का मौका मिला।
बड़े ही खुशनुमा माहौल में वनडरलैंड डे 1 इवेंट का समापन हुआ। शिशु की त्वचा की देखभाल के सभी सर्वोत्तम तरीकों को सीखने के बाद मॉम इन्फ्लुएंसर्स उर्फ “चीफ वनडर ऑफिसर्स” को “चीफ वनडर कैप्टन” के रूप में पदोन्नत किया गया।