लम्बे समय से खाली चल रहे रिक्त पदों की भर्ती के लिए जेडीए जल्द ही प्रस्ताव तैयार करेगा। जेडीए में अलग-अलग विंग में 66 फीसदी पद खाली पड़े हैं और 429 पद डेपुटेशन के भरोसे चल रहे हैं। 26 साल से कोई भर्ती नहीं होने से जेडीए सेवा के केवल 256 कर्मचारी अधिक
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यूडीएच की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी जेडीए में संविदा कर्मियों के स्थान पर स्थायी कार्मिकों को लगाने के लिए खाली पदों पर शीघ्र भर्ती के निर्देश दिए थे। हाल में जेडीए ने जेडीए में सहायक नगर नियोजक, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, अमीन, कनिष्ठ लेखाकार, कनिष्ठ सहायक के कई पदों पर संविदा पर सेवानिवृत्त कार्मिकों को लगाया है। इसके बावजूद 1264 पद खाली रहने से आमजन के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जेडीए प्रशासनिक शाखा ने कैडर रिव्यू के हिसाब से कितने पदों पर भर्ती हो इसके लिए नए प्रस्ताव बनाकर यूडीएच विभाग को भेजेगा। यूडीएच से मंजूरी मिलने के बाद भर्ती प्रक्रिया का रास्ता खुलने के आसार हैं।
अभी 110 पदों की भर्ती का प्रस्ताव भेजा
जेडीए ने हाल में 110 पदों पर सीधी भर्ती के लिए आरपीएससी आैर कर्मचारी चयन बोर्ड को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। इनमें कनिष्ठ लेखाकार के 15, कनिष्ठ सहायक के 75, स्टेनोग्राफर के 10 पद के लिए प्रस्ताव भेजा है। इसके अलावा जेडीए की ओर से कनिष्ठ विधि अधिकारी के 10 पदों पर भी भर्ती की जाएगी।
इंजीनियर भर्ती के लिए नए नियम बनेंगे : नियमों में बदलाव होने से जेडीए में सीधी इंजीनियरिंग भर्ती में अड़चने है। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अभियांत्रिकी संवर्ग के भर्ती नियम शीघ्र बनाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए नए नियम कायदे नए सिरे से बनेंंगे। जेडीए में इंजीनियरिंग विंग में कुल 461 पदों में से 218 पद खाली हैं। इनमें कनिष्ठ अभियंता के 271 में से 193 पद, सहायक अभियंता के 78 में से 8 पद,अधिशासी अभियंता के 44 में से 6 पद खाली है।