जगराओं में नगर कौंसिल की बैठक में मौजूद अधिकारी और पार्षद
पंजाब के जगराओं में सोमवार को नगर कौंसिल बैठक करीब दो घंटे से भी ज्यादा समय तक तो चली, परंतु बैठक के अंत में भी शहर की भलाई के लिए कोई उचित और ठोस हल निकलता नजर नही आया। पूरी बैठक दौरान पार्षदों द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए। यही नहीं एक
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नगर कौंसिल प्रधान जतिंदरपाल राणा की ओर से बुलाई बैठक का समय दोपहर 12 बजे का था। सभी पार्षदों की मौजूदगी के बावजूद ईओ मीटिंग में 17 मिनट की देरी से पहुंचे। पार्षद अनमोल गुप्ता ने लेट आने संबंधी जवाब तो मांगा तो ईओ ने हंसकर बात को टाल दिया। इस दौरान मीटिंग के 17 एजेंडे थे। जिसमें ज्यादातर कौंसिल कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली बकाया राशि संबंधी थे, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
मशीन से सीवरेज सफाई का मुद्दा गरमाया
कुछ पार्षदों ने अपने- अपने वार्ड में सीवरेज की मशीन से सफाई कराने की बात कही, तो कौंसिल प्रधान ने साफ कह दिया कि पहले ही मशीन चलाने वाले तीन कर्मचारियों को महिला विधायक के कहने पर ईओ ने सस्पेंड कर दिया था, जिसके चलते अब कोई भी कर्मचारी मशीन चलाने के लिए तैयार नहीं है। कौंसिल प्रधान ने सभी पार्षदों से एकजुट होकर सीवरेज जैटकिंग मशीन चलाने संबंधी हस्ताक्षर करने को कहा, परंतु बाद में किसी ने भी इस काम के लिए हस्ताक्षर नहीं किए।
नगर कौंसिल की बैठक में एक दूसरे पर आरोप लगाते पार्षद
कूडे़ को लेकर गरमा गरमाई
इसके अलावा कूडा फेंकने के लिए शहर में कोई भी सरकारी जगह ना होने के कारण शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेरों और उनमें लगाई जा रही आग पर पार्षदों ने एक-दूसरे पर ही आरोप लगाए। कांग्रेस पार्षद रमेश सहोता और भाजपा पार्षद सतीश कुमार पप्पू में तो इस मुद्दे लेकर काफी काफी गरमा-गरमाई हो गई। दोनों ने ही एक- दूसरे को देख लेने के बातें तो कही। र्षद सहोता ने पप्पू पर कई किस्म के गंभीर आरोप भी भरी बैठक में लगाए।
दो घंटे की चली बैठक के बाद आखिरकार सभी पार्षदों ने शहर में कौंसिल की जगहों पर हुए नाजायज कब्जे छुड़वाने के लिए नए सिरे से निशानबंदी करवाने, पुरानी दाना मंडी में धर्मशाला के नीचे बनी सभी दुकानों का किराया धर्मशाला प्रबंधकों को ही देने सेबंधी मांगपत्र भी ईओ को दिया।
पॉलीथिन पर कार्रवाई ना करने भड़के पार्षद बैठक में माहौल उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब पार्षद रविंदरपाल राजू कामरेड ने पॉलीथिन पर कार्रवाई को लेकर खानापूर्ति करने के आरोप अधिकारियों पर ही लगाए। उन्होंने साफ कहा कि छोटे-मोटे दुकानदारों से 100 ग्राम लिफाफे पकड़ कर अखबारों में फोटो छपवाते हैं, जबकि बडे़ व्यापारियों के गोदामों में भारी मात्रा में पॉलीथिन भरी पड़ी है, उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पार्षद हिमांशु मलिक बोले- बिना पैसे नक्शे पास नहीं होते बैठक में पार्षद हिमांशु मलिक ने आरोप लगाते कहा कि बिना पैसे ईओ कॉमर्शियल नक्शा पास नहीं करते हैं। जिस कारण शहर के लोग परेशान हैं। ना तो ईओ से किसी समस्या का हल होता, ना ही किसी पार्षद की बात का जवाब दिया जाता है। ऐसे में ईओ के खिलाफ क्यों ना लिखा जाए। इतना ही नहीं उन्होंने शहर से कूडा खत्म करने के ईओ के दावे पर कहा कि ईओ साहिब एफिडेविट दें, अगर वह सच में शहर की सबसे बडी समस्या कूडे़ की को खत्म कर देंगे।