महापंचायत को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। यहां बड़ा साउंड सिस्टम भी लगाया गया है।
हरियाणा–पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर आज आंदोलनकारी किसानों की महापंचायत होगी। यहां किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 40 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने देश भर से किसानों से बातचीत के लिए उन्हें खनौरी बॉर्डर पहुंचने की अपील की थी। डल्लेवाल स्टेज पर आकर किस
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वहीं किसानों की महापंचायत को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने जींद में हाई अलर्ट कर दिया है। जिले में BNS की धारा 163 (पूर्व में IPC की धारा 144) लागू कर दी है।
बॉर्डर पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की 21 कंपनियां तैनात कर दी गई है। यहां किसी तरह के हालात से निपटने के लिए 21 DSP भी ड्यूटी पर रहेंगे। हरियाणा पुलिस ने नरवाना से गढ़ी होकर पंजाब जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया है। पुलिस महापंचायत के बाद दिल्ली कूच की कोशिश पर भी नजर रख रही है।
डल्लेवाल पर सुप्रीम कोर्ट में 17 दिन में 6 सुनवाई हो चुकीं
1. पंजाब सरकार को कुछ करना चाहिए 17 दिसंबर को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने डल्लेवाल की सेहत को लेकर पंजाब सरकार से कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। इसमें ढिलाई नहीं बरती जा सकती है। पंजाब सरकार को हालात संभालने होंगे।
2. पंजाब सरकार ने कहा- डल्लेवाल की सेहत ठीक 18 दिसंबर की सुनवाई में पंजाब सरकार डल्लेवाल की सेहत ठीक बताई। इस पर कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल की तबीयत सही बता रहा है? उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई।
3. अधिकारी अस्पताल भर्ती करने पर फैसला लें 19 दिसंबर की सुनवाई में कोर्ट ने चिंता जताई कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होती है तो अधिकारी फैसला लेंगे।
4. केंद्र की मदद से अस्पताल में शिफ्ट करें 28 दिसंबर की सुनवाई में कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि पहले आप समस्या पैदा करते हैं, फिर कहते हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते। केंद्र की मदद से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करें। इसमें किसानों के विरोध पर कोर्ट ने कहा कि किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना। यह आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। किस तरह के किसान नेता हैं जो चाहते हैं कि डल्लेवाल मर जाएं? डल्लेवाल पर दबाव दिखता है। जो लोग उनका अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं।
5. सरकार ने 3 दिन की मोहलत ली 30 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद था, जिस वजह से ट्रैफिक नहीं चला। इसके अलावा एक मध्यस्थ ने भी आवेदन दिया है जिसमें कहा गया है कि अगर यूनियन हस्तक्षेप करती है तो डल्लेवाल बातचीत के लिए तैयार हैं। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समय मांगने के आवेदन को मंजूर कर लिया।
6. हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही 2 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमने कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि आपका रवैया ही सुलह करवाने का नहीं है। कुछ तथाकथित किसान नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं। इस केस में डल्लेवाल की दोस्त एडवोकेट गुनिंदर कौर गिल ने पार्टी बनने की याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा- “कृपया टकराव के बारे में न सोचें, हम किसानों से सीधे बातचीत नहीं कर सकते।”
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा– सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानेंगे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अभी यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जो भी आदेश जारी किए जाएंगे। वह उसका पालन करेंगे।