आतंकी डॉ. अहमद सईद 7 नवंबर को अहमदाबाद के लालदरवाजा इलाके में एक होटल से बाहर निकलते हुए।
गुजरात एटीएस के हाथों 9 नवंबर को गिरफ्तार 3 आतंकियों की पूछताछ में नए खुलासे हो रहे हैं। आतंकी मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम खान के घर से जांच के दौरान टीम को ISIS के झंडे और डिजिटल सबूत मिले हैं। आतंकी आजाद को सुहैल ने पार्सल भेजा था, जिसकी जांच जारी ह
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7 नवंबर को अहमदाबाद के लाल दरवाज़ा इलाके में लकी होटल के सामने होटल ग्रैंड एम्बेसी से आतंकी डॉ. अहमद सैयद के बाहर आने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। गुजरात एटीएस की जांच में पता चला कि आतंकी डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद जिलानी शहर के लाल दरवाज़ा इलाके में इसी होटल में रुका था।

सुहैल के घर से ISIS के झंडे-डिजिटल सबूत मिले गुजरात एटीएस के हाथों पकड़ाए आतंकी भारत में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने वाले थे। पता चला है कि उन्होंने अलग-अलग शहरों में रेकी की थी। फिर पता चला कि आतंकी आजाद शेख ने हरिद्वार के मंदिरों में रेकी की थी। आतंकी आजाद लंबे समय से किसी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता था।
आतंकी के कट्टरपंथी होने का पता चलने पर उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई। सभी मामलों की जांच फिलहाल गुजरात एटीएस की टीम कर रही है। आतंकियों से यह भी पूछताछ की जा रही है कि वे आईएसआईएस से कितने समय से जुड़े हैं।

हथियार लेने अहमदाबाद आया था मोहिउद्दीन
एटीएस के डीएसपी शंकर चौधरी और केके पटेल को 7 नवंबर की सुबह सूचना मिली थी कि हैदराबाद का एक आतंकी हथियार लेने अहमदाबाद आया था। इसके बाद टीम ने अडालज टोल प्लाजा से हैदराबाद के आतंकी डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद को गिरफ्तार किया था।
उसकी कार से तीन विदेशी पिस्टल और 30 कारतूस भी जब्त किए गए थे। इसके अलावा अहमद को हथियार देने आए उत्तर प्रदेश के दो आतंकियों सुहैल और आजाद सुलेमान को भी गुजरात के पालनपुर से अरेस्ट किया गया था।

सायनाइड से भी घातक राइजिन नामक केमिकल तैयार कर रहे थे
डॉ. मोहिउद्दीन और उसके साथियों की टीम राइजिन नाम का जहरीला केमिकल तैयार कर रही थी, जो साइनाइड से भी ज्यादा घातक है। इस केमिकल के जरिए आतंकी बड़े नरसंहार की योजना बना रहे थे। वे इसे खाने-पीने की चीजों में पाउडर के रूप में और पानी में तरल रूप में मिलाकर बड़ा नरसंहार करना चाहते थे।
सोशल मीडिया से संपर्क में आए थे तीनों आतंकी गांधीनगर और पालनपुर से गिरफ्तार किए गए तीनों ISIS आतंकियों के बारे में एक और खुलासा हुआ है कि तीनों आतंकी सोशल मीडियो के जरिए संपर्क में आए थे। वहीं, इनका आका इन्हें टुकड़ों में जानकारी देता था कि आगे क्या करना है।
