Interview of CM Bhajanlal Sharma | सीएम भजनलाल शर्मा का इंटरव्यू: मुख्यमंत्री बोले- गहलोत सरकार की गलत प्लानिंग का नतीजा है बिजली संकट – Jaipur News


राजस्थान में सिर्फ 2 सवाल हैं। पहला, 4 जून को क्या नतीजे रहेंगे? दूसरा, परिणाम के बाद भजनलाल सरकार क्या बड़े फैसले लेगी? दैनिक भास्कर ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सियासी समीकरणों, सीटों के दावों और सरकार की लोकसभा परिणाम के बाद की तैयारियों पर सवाल-

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क्या कामचोर-भ्रष्ट कर्मचारियों की सरकार कोई लिस्ट तैयार कर रही है, जिन्हें जबरन रिटायर किया जाएगा?
कामकाज का आंकलन सभी का होना चाहिए। हर पांच साल में सरकारों का होता है। मुख्यमंत्री तक का होता है। बस, इतना कह रहा हूं कि कर्मचारी-अधिकारियों को परफॉर्म तो करना ही पड़ेगा, जिस भी भूमिका में वे हैं। जो कर्मचारी बार-बार एपीओ होते हैं,

जाहिर सी बात है कि उनके कामकाज में दिक्कत है। जहां तक जबरन रिटायरमेंट का सवाल है तो मैं इतना ही कहूंगा कि राजस्थान सिविल सेवा नियम में सब-कुछ तय है, जो भी कार्रवाई होगी, उसी नियम के अनुसार होगी।

कहा जा रहा है कि इन कामचोरों की लिस्ट का आंकड़ा बड़ा है। एक लाख तक संख्या पहुंच रही है क्या? संख्या कोई मुद्दा नहीं है। हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम कर रही है। खराब परफॉर्मेंस वाले और करप्ट लोग बर्दाश्त नहीं होंगे।

पानी-बिजली संकट की चुनौती से निपटने की आप क्या तैयारी कर रहे हैं?
पानी और बिजली की समस्या मई-जून में आती ही है। इस बार बिजली को लेकर दिक्कत इसलिए भी हुई, क्योंकि गहलोत सरकार ने पिछले साल अगस्त-सितंबर में बिजली उधार ली थी और एग्रीमेंट किया था कि मई-जून तक चुका देंगे। सोचिए कि जब राजस्थान को सबसे ज्यादा बिजली की जरूरत है, तब हमें उधारी चुकानी पड़ रही है। गहलोत सरकार बिजली खरीदती रही, न तो प्लांट अपडेट किए और ना ही नए लगाए।

किडनी कांड में बड़ी कार्रवाई हो रही है, लेकिन नेपाल-बांग्लादेश से तार जुड़े हैं। स्टेट पुलिस बाहर जाकर कार्रवाई करने में सक्षम है या सीबीआई जांच कराएंगे?
हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। आपने देखा होगा कि राजस्थान पुलिस की सूचना पर ही हरियाणा ने कार्रवाई की थी। पिछली सरकार में हुई कमेटियों की गड़बड़ी से व्यवस्था लचर हो गई। हमने तो पहली बार बड़े पैमाने पर सिस्टम की सर्जरी की। बड़े पदों पर बैठे जिम्मेदारों को हटाया है। पुलिस सक्षम है। हर बड़ा फैसला लेंगे।

क्या 4 जून के बाद राजस्थान मंत्रिमंडल में भी किसी बदलाव की संभावना है?
यह परफॉर्मेंस पर निर्भर करेगा। फिलहाल ऐसी कोई प्लानिंग नहीं है।

ब्यूरोक्रेसी के बड़े पदों पर बदलाव नहीं हुए। कब होंगे?
लगातार बदलाव हो रहे हैं। आगे भी जारी रहेंगे। सिर्फ बदलना हमारा उद्देश्य नहीं है। सिस्टम को ठीक करना है। जहां-जैसी जरूरत होगी, बदलाव करेंगे।

आप कह रहे हैं- 25 सीटें भाजपा जीत रही है। शोर है कि 18-20 सीटें ही आएंगी। क्या आप सही नंबर बताएंगे?
इस सवाल का जवाब 4 जून को आपको मिल जाएगा, लेकिन राजस्थान में हम सभी सीटें जीत रहे हैं। मैं पूरे देश में घूमा हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की लहर चल रही हैै। 2019 से भी ज्यादा सीटें एनडीए को मिल रही हैं। देखिएगा! विरोध के सभी दावे, विरोधियों के अनुमान और सभी आशंकाएं गलत साबित होंगी।

राजस्थान में संगठित अपराध कैसे रुकेंगे? क्या मकोका की तरह राजकोका जैसा कोई सख्त कानून आएगा?
संगठित अपराध रोकने की पूरी तैयारी है। सख्त कानून भी आएगा और कड़े प्रहार से नेटवर्क भी तोड़ेंगे।

कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल चिट्ठियां लिख रहे हैं, सरकार से सवाल कर रहे हैं। भ्रष्टाचार के क्या आरोप हैं?

डॉ. मीणा हमारे मंत्रिमंडल के सीनियर साथी हैं। वे जो भी चिट्ठियां लिख रहे हैं, वो गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर हैं। चिट्ठियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कानून-व्यवस्था पर कहा था- सीएम भजनलाल शर्मा अभी जो कर रहे हैं, वो सिर्फ ट्रेलर है, पिक्चर अभी बाकी है। ये कौनसी पिक्चर है?
एक ही पिक्चर है- अपराधमुक्त राजस्थान। जो भी अपराधी खतरा बन रहे हैं, वे आत्मसमर्पण करें या प्रदेश छोड़ दें। इसके लिए सभी एसपी को सिंगल ऑर्डर है। हमारी सरकार आने के बाद अपराधों के ग्राफ में गिरावट आई है। साइबर ठगी के गढ़ मेवात को हम ढहा रहे हैं। गैंग वॉर और यौन हिंसा बर्दाश्त नहीं। ड्रग माफिया का इलाज भी पक्का होगा। …और हां, बुलडोजर का खौफ राजस्थान में अपराधी पहली बार देखेंगे।

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