वाराणसी में 10 हजार स्क्वायर फीट में कलेक्ट्रेट की नई इंट्रीग्रेटेड बिल्डिंग बनेगी। बेसमेंट में पार्किंग के साथ ही नई बिल्डिंग में 40 विभागों के अधिकारियों के ऑफिस भी होंगे। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने जिले से जुड़े सभी कार्यालयों के विभागाध्यक्षों से
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कलेक्ट्रेट की हेरिटेज बिल्डिंग
हेरिटेज बिल्डिंग के कारण तीन दशक में तीन बार लौटी फाइल
कलेक्ट्रेट के नए भवन की कवायद तीन दशक से चल रही थी। जब भी शासन में प्रस्ताव जाता, हेरिटेज बिल्डिंग के कारण योजना ठंडे बस्ते में डाल दी जाती। मंडल आयुक्त कार्यालय के लिए ट्विन टावर के निर्माण की अनुमति मिलने के साथ ही जिला प्रशासन ने एक बार फिर शासन में प्रस्ताव भेजा। एडीएम प्रशासन विपिन कुमार ने बताया कि शासन की तरफ से कुछ आपत्तिया थी जिसको दूर कर दिया गया है।
अब सर्किट हाउस के सामने से जिला मुख्यालय पर मौजूद दुकानों, नगर निगम की चौकी को हटाकर पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड, एडीएम बिल्डिंग, कलेक्ट्रेट सभागार को लेते हुए कलेक्ट्रेट में मौजूद स्वास्थ्य केंद्र तक लगभग 10 हजार स्क्वायर फीट में नई बिल्डिंग तैयार होगी। इसमें भूमिगत दो मंजिला पार्किंग की व्यवस्था होगी जहां दो हजार से अधिक वाहन खड़े होंगे। अभी पांच मंजिला इंट्रीग्रेटेड बिल्डिंग का प्रस्ताव है। जरूरत के हिसाब से फ्लोर बढ़ाए जा सकेंगे। नए भवन के लिए अभी लगभग 100 करोड़ का बजट तैयार किया गया है। शासन से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
जिलाधिकारी कार्यालय
हेरिटेज बिल्डिंग का होगा संरक्षण
दो सौ साल से भी पुराने कलेक्ट्रेट बिल्डिंग में मौजूदा समय में जिलाधिकारी बैठते हैं। जिलाधिकारी कार्यालय इसी बिल्डिंग में है। नई बिल्डिंग तैयार होने के बाद इसके संरक्षण की योजना बनाई गई है।
एडीएम, एसीएम से लेकर जिला स्तरीय कार्यालय होंगे
कलेक्ट्रेट के नए इंट्रीग्रेटेड भवन में एडीएम, एसीएम, तहसीलदार, प्रोबेशन, एसएलओ समेत लगभग 40 जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था होगी।
शिफ्टिंग के लिए मंथन
नए बिल्डिंग के लिए काम शुरू होने पर सभी एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट से लेकर एसीएम, फूड सेफ्टी कार्यालय सबसे पहले टूटने। निर्माण कार्य शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक इन अधिकारियों के कार्यालय कहां स्थानांतरित किए जाएं जिससे आमजन को असुविधा न हो, इसपर अभी मंथन चल रहा है।