Institutes should adopt the model syllabus of BBA | बीबीए का मॉडल सिलेबस एडॉप्ट करें संस्थान – Jalandhar News

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नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) के नए

एआईसीटीई मॉडल पाठ्यक्रम अपनाने का निर्देश दिया है। एआईसीटीई की आेर से सभी संस्थानों को सत्र 2024-25 से मॉडल सिलेबस एडॉप्ट करने को कहा गया है।

इसमें कहा है कि बीबीए कॅरिकुलम को एडॉप्ट करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जाए। नए सिलेबस को भविष्य के बिजनेस लीडर के होलिस्टिक डेवलपमेंट के लिए आवश्यक बताया गया। इसके लिए जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि एआईसीटीई ने शिक्षा और उद्योग के विशेषज्ञों की मदद से बीबीए के लिए एक मॉडल पाठ्यक्रम विकसित किया है। इस पाठ्यक्रम को व्यावसायिक परिदृश्य की उभरती मांगों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है, इसमें तीन साल और चार वर्षीय प्रोग्राम को 120-160 क्रेडिट के जरिए भीतर विभिन्न विषयों में मूलभूत सिद्धांतों और उभरते रुझान दोनों को शामिल किया गया है।

इस मॉडल पाठ्यक्रम में मल्टीडिस्पिलनरी लर्निंग, सीएक्स क्रिटिकल-होडोलॉजिक्स , अनुभवात्मक पद्धतियों और उद्योग से संबंधित परियोजनाओं पर जोर दिया गया है। इसका उद्देश्य छात्रों के बीच आलोचनात्मक सोच, समस्या समाधान क्षमताओं और प्रभावी संचार कौशल को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, यह व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने और उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाटने के लिए उद्योग की आवश्यकताओं के साथ संरेखण सुनिश्चित करने के लिए ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप को एकीकृत किया गया है। नए सेशन में इस सिलेबस को लागू करने के लिए कहा गया है। जारी किए गए पाठ्यक्रम में एक सेमेस्टर के लिए 20 क्रेडिट होंगे। वहीं 8 सेमेस्टर में 160 क्रेडिट निर्धारित किए गए हैं। एआईसीटीई की ओर से तैयार मॉडल कॅरिकुलम में स्टूडेंट्स के बिजनेस से जुड़ाव पर भी फोकस किया गया है।

चौथे व अंतिम वर्ष में रिसर्च स्किल डेवलप करने पर भी जोर दिया गया है। कोर्स के शुरुआत में इंडक्शन प्रोग्राम कराने को कहा गया है, तो अंत में इंटर्नशिप का अवसर भी दिया जाएगा। इसके लिए स्टूडेंट्स को अॉनलाइन आवेदन करना होगा। एआईसीटीई के पोर्टल पर उपलब्ध कंपनियों में ही इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही मॉडल पाठ्यक्रम में निशुल्क हार्वर्ड बिजनेस पब्लिशिंग रिसोर्स केस स्टडीज़ भी शामिल हैं, जो छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक दुनिया के व्यावसायिक परिदृश्यों को समझने में सक्षम बनाती हैं। ये केस छात्रों को करके सीखने और व्यावसायिक अवधारणाओं को प्रभावी ढंग से चित्रित करने में मदद करते हैं।

पाठ्यक्रम में केस स्टडीज को भी किया शामिल

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