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- India’s US Crude Oil Imports Surge 51% After Trump’s Return: Energy Ties Reach New Heights
नई दिल्ली1 घंटे पहले
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जनवरी में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही भारत अमेरिका से तेल खरीदी बढ़ा रहा है।
अप्रैल में ट्रम्प के टैरिफ ऐलान के बाद भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल की खरीद दोगुनी कर दी है। अप्रैल-जून तिमाही में इसमें सालाना आधार पर 114% की बढ़ोतरी हुई है।
2024 में अप्रैल से जून के बीच भारत ने अमेरिका से करीब 15 हजार करोड़ रुपए का तेल खरीदा था। 2025 में अप्रैल से जून के बीच में यह आंकड़ा दोगुना बढ़कर 32 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया। न्यूज एजेंसी ANI ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है।

ट्रम्प ने 2 अप्रैल को भारत पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। हालांकि बाद में इसे 90 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था।
जनवरी में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद बढ़ी तेल खरीदी
- भारत ने अमेरिका से जनवरी से जून 2025 के बीच हर दिन 2.71 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदा। 2024 में जनवरी से जून के बीच ये आंकड़ा 1.8 लाख बैरल प्रतिदिन था।
- केवल जुलाई 2025 में जून के मुकाबले 23% ज्यादा कच्चा तेल अमेरिका से आया। भारत के कुल तेल आयात में भी अमेरिका की हिस्सेदारी 3% से बढ़कर 8% तक पहुंच गई।
भारत के रूस से तेल खरीद पर पेनल्टी लगाई
30 जुलाई को ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत हमेशा से अपनी ज्यादातर सैन्य चीजें रूस से खरीदता है और रूस का सबसे बड़ा तेल खरीदार है।
ये सब तब हो रहा है, जब हर कोई चाहता है कि रूस-यूक्रेन की जंग रुके। ये सब ठीक नहीं है। इसलिए, भारत को 25% टैरिफ और रूस से व्यापार पर पेनल्टी भी देनी होगी।
भारत अभी रूस से करीब अपनी जरूरत का करीब 40% तेल रूस से इंपोर्ट करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत अभी हर दिन 1.15 मिलियन बैरल क्रूड ऑयल हर दिन रूस से खरीदता है।
रिपोर्ट्स में दावा- भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद किया
रॉयटर्स की रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत ने अमेरिकी दबाव और कीमत बढ़ने की वजह से रूस से तेल खरीदना लगभग बंद कर दिया है।
इसके बाद शुक्रवार शाम भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हालांकि, इसमें यह स्पष्ट नहीं किया गया कि इस दावे में कितनी सच्चाई है।

रॉयटर्स ने 30 जुलाई को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारतीय तेल कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने रूस से तेल की खरीदी को रोक दी है, क्योंकि छूट कम हो रही है और शिपिंग में दिक्कतें आ रही हैं।
इसमे यह भी कहा गया था कि, पिछले एक सप्ताह में रूस से कच्चे तेल की मांग नहीं की गई है। भारतीय रिफाइनरियां रूसी कच्चा तेल कम खरीद रही हैं, क्योंकि वहां से मिलने वाली छूट 2022 के बाद से सबसे कम हो गई है।
रिपोर्ट्स पर ट्रम्प बोले- भारत रूस से तेल खरीदना बंद करेगा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी खबरें हैं कि भारत ज्यादा दिन तक रूस से तेल नहीं खरीदेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें इन खबरों के सही होने की जानकारी नहीं है। लेकिन अगर ऐसा होता है तो यह अच्छी बात होगी। आगे देखते हैं कि क्या होता है।

ट्रम्प ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस से निकलते समय मीडिया से बात की।
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भारतीय विदेश मंत्रालय ने उन खबरों को खारिज किया है, जिनमें दावा किया गया था कि भारत ने अमेरिकी दबाव में रूस से ऑयल खरीदना बंद कर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा- बाजार में जो चीज मौजूद हैं और दुनिया में जो हालात हैं, भारत उसी हिसाब से फैसले लेता है। पूरी खबर यहां पढ़ें…