India Vs Pakistan T20 World Cup Match Timings; New York | ICC Schedule | भारत के लिए टाइमिंग से छेड़छाड़: अमेरिका में सुबह हो रहे इंडिया के मुकाबले, ताकि भारतीयों को न हो परेशानी

स्पोर्ट्स डेस्क8 मिनट पहले

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न्यूयॉर्क में रहने वाली श्वेता पाटिल ने भारत-पाकिस्तान मैच के टिकट खरीद रखे हैं। श्वेता पहली बार भारत-पाक मुकाबला 9 जून को ग्राउंड पर जाकर देखेंगी। हालांकि, उनकी परेशानी यह है कि मुकाबला न्यूयॉर्क के समय के हिसाब से सुबह 10:30 बजे शुरू होगा। उनका मानना है कि इतना बड़ा मुकाबला शाम को शुरू होता तो बेहतर रहता।

आम तौर पर टी-20 मुकाबले शाम को ही शुरू होते हैं। फिर भारत-पाकिस्तान मैच लोकल टाइम के हिसाब से इतनी जल्दी क्यों हो रहा है? ऐसा इसलिए हो रहा, ताकि आप जैसे भारत में बैठे करोड़ों फैंस अपने टीवी या स्मार्टफोन पर यह मुकाबला अपने प्राइम टाइम यानी रात 8 बजे से देख सकें।

आखिर ICC आपकी सहूलियत का इतना ख्याल क्यों रख रहा है? इससे उसे क्या फायदा होगा? सुबह इतनी जल्दी मैच खेलने से भारतीय टीम को नुकसान तो नहीं होगा? सभी सवालों के जवाब जानते हैं वर्ल्ड कप इंडेप्थ रिपोर्ट के पार्ट-9 में…

भारत ने पहला मैच भी सुबह 10:30 बजे से ही खेला
टीम इंडिया ग्रुप-ए में है। भारत ने न्यूयॉर्क में 5 जून को आयरलैंड के खिलाफ पहला मैच खेला। मुकाबला भारत के समय के हिसाब से रात 8 बजे शुरू हुआ, लेकिन न्यूयॉर्क में दर्शकों को सुबह-सुबह ही टी-20 मैच देखने के लिए ग्राउंड पहुंचना पड़ा, क्योंकि अमेरिका की टाइमिंग के हिसाब से वहां मैच सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ।

टीम इंडिया 9 जून को पाकिस्तान, 12 जून को अमेरिका और 15 जून को कनाडा से भिड़ेगी। सभी मैच अमेरिका के हिसाब से सुबह 10:30 बजे शुरू होंगे, लेकिन भारत में दर्शक इन्हें रात 8 बजे से ही देख सकेंगे।

भारत के सुपर-8 मैच भी रात 8 बजे ही शुरू होंगे
टीम इंडिया ने अगर ग्रुप स्टेज पार कर सुपर-8 राउंड में जगह बनाई, तब भी टीम के सभी मुकाबले भारत के समयानुसार रात 8 बजे ही शुरू होंगे। शेड्यूल में गड़बड़ न हो, इसलिए ICC ने टी-20 रैंकिंग की टॉप-8 टीमों को सीड यानी वरीयता दे रखी है। यानी ICC ने पहले से तय कर दिया है कि सुपर-8 स्टेज में कौन सी टीम किस ग्रुप में रहेगी।

सभी सीडेड टीमें सुपर-8 राउंड में पहुंचीं तो टीम इंडिया के मुकाबले न्यूजीलैंड, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया से होंगे। चारों टीमें ग्रुप-1 में रहेंगी। सुपर-8 राउंड में भारत के तीनों मुकाबले वेस्टइंडीज के 3 शहरों में होंगे, लेकिन ये भी लोकल टाइमिंग के हिसाब से सुबह 10:30 बजे से ही खेले जाएंगे। जो भारत में रात 8 बजे से देखे जा सकेंगे।

श्रीलंका की टाइमिंग भी लगभग भारत के जैसी ही है, लेकिन इस शेड्यूल से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के दर्शकों को दिक्कत होगी, क्योंकि भारत के मैच ऑस्ट्रेलियन टाइम के हिसाब से रात 12:30 बजे और न्यूजीलैंड के हिसाब से देर रात 2:30 बजे शुरू होंगे।

भारत का सेमीफाइनल भी सुबह 10:30 बजे ही शुरू होगा
ICC टूर्नामेंट में आमतौर पर सेमीफाइनल का शेड्यूल लोकल टाइमिंग के हिसाब से होता है, लेकिन इस बार सेमीफाइनल और फाइनल दोनों की टाइमिंग भारतीय दर्शकों के हिसाब से की गई है। दोनों सेमीफाइनल मुकाबले भारतीय टाइमिंग के मुताबिक 27 जून को खेले जाएंगे। भारत में पहला मैच सुबह 6 बजे और दूसरा रात 8 बजे से देख सकेंगे।

ICC ने यहां भी तय कर रखा है कि टीम इंडिया अगर टॉप-4 स्टेज में पहुंची तो उसे दूसरा सेमीफाइनल ही खेलना होगा। जो गुयाना में भारत के हिसाब से रात 8 बजे से खेला जाएगा। वेस्टइंडीज के हिसाब से यह मैच भी सुबह 10:30 बजे ही शुरू होगा। जबकि त्रिनिदाद में पहला सेमीफाइनल लोकल टाइमिंग के हिसाब से रात 8:30 बजे शुरू होगा।

इतना ही नहीं, फाइनल मैच भी भारतीय टाइमिंग के हिसाब से रात 8 बजे ही शुरू होगा। यानी टी-20 टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला तक सुबह 10:30 बजे शुरू करना पड़ेगा। कुल मिलाकर टीम इंडिया ने अगर फाइनल खेला तो वॉर्म-अप से लेकर आखिरी मुकाबला भी सुबह ही शुरू होगा।

इसी सदी में शुरू हुआ टाइम बदलने का ट्रेंड
क्रिकेट का पहला वर्ल्ड कप 1975 में इंग्लैंड में खेला गया, तब मैच इंग्लिश टाइमिंग के हिसाब से ही शुरू होते थे। 1992 का वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला गया, तब भी भारतीय दर्शकों का ध्यान नहीं रखा गया। इस दौरान कुछ मुकाबले देखने के लिए तो सुबह 3 बजे भी जागना पड़ता था।

1999 से 2009 के ICC वनडे टूर्नामेंट में भी लोकल टाइमिंग को ही प्राथमिकता दी गई। इस दौरान ज्यादातर टूर्नामेंट इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज में हुए, जहां वनडे मैच के शुरू होने की टाइमिंग भारत के हिसाब से ही रहती है।

2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में फाइनल समेत टीम इंडिया के ज्यादातर मैच भारत के हिसाब से शाम 6 या रात 9 बजे ही शुरू हुए। 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी इंग्लैंड में हुई, यहां भी टीम इंडिया के ज्यादातर मैच भारत की टाइमिंग के हिसाब से हुए। यहीं से ज्यादातर ICC टूर्नामेंट में भारतीय दर्शकों का भी ध्यान रखा जाने लगा।

ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में मैच से होती है भारतीय दर्शकों को परेशानी
2015 का वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेला गया, तब टीम इंडिया के मैच भारत के हिसाब से सुबह 5:30 और 8 बजे शुरू हुए। ताकि मैच शाम 5:30 बजे से पहले खत्म हो जाए, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में इस दौरान रात के 10 बज रहे होते हैं। न्यूजीलैंड में तो इस दौरान रात के 12 बज रहे होते हैं।

ICC के मैच रात 12 बजे के बाद नहीं खेले जाते, इसलिए इन देशों में मैच होने पर भारतीय दर्शकों को मजबूरी में सुबह जल्दी उठना पड़ता है। हालांकि फिर भी ICC की कोशिश होती है कि भारत के मैच भारतीय दर्शकों की सहूलियत के हिसाब से ही शुरू किए जाएं।

साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड में मैचों से नहीं होती परेशानी
2007 के बाद से साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड में जब-जब ICC इवेंट हुए, तब-तब भारत के मैच वेन्यू पर सुबह या दोपहर में ही शुरू कर दिए गए। ताकि भारतीय दर्शकों के हिसाब से मैच दोपहर 3:30 या 5 बजे तक शुरू हो सके। इसलिए 2013 और 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी और 2019 के वनडे वर्ल्ड कप मैच भारतीय टाइमिंग के हिसाब से ही दिखाए गए।

वेस्टइंडीज में तो बाइलैट्रल सीरीज की टाइमिंग भी भारत के हिसाब होने लग गई है। 2023 के दौरान वनडे और टी-20 मैच लोकल टाइमिंग के हिसाब से सुबह 10:30 बजे शुरू कर दिए गए, ताकि भारत में रात 8 बजे तक मैच शुरू हो सके। वेस्टइंडीज और अमेरिका में एक ही टाइम-जोन है, इसलिए दोनों जगह भारत के मैच सुबह 10:30 बजे हो रहे हैं।

वजह क्या है: दुनिया के 70% क्रिकेट फैंस भारत में रहते हैं
ICC ने 2018 में दुनियाभर के क्रिकेट फैंस का सर्वे कराया था। इसके मुताबिक, क्रिकेट के 90% फैंस भारतीय उपमहाद्वीप में रहते हैं। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे देश भारतीय उपमहाद्वीप में आते हैं। ICC सर्वे में यह भी पाया गया कि दुनिया के 70% क्रिकेट फैंस सिर्फ एक देश से आते हैं। यह देश भारत है।

ICC के कुल रेवेन्यू का 75% हिस्सा भी भारत से ही आता है। यानी भारत क्रिकेट पर पैसे खर्च करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा और अहम देश है। यहां तक कि ICC अपनी कमाई का सबसे ज्यादा 40% हिस्सा भी BCCI को ही देता है।

कमाई के कारण ही ICC अपने किसी भी टूर्नामेंट में भारतीय फैंस को सबसे अच्छे तरीके से टारगेट करने की कोशिश करता है। इसी कारण टूर्नामेंट में भारत के मैच भी उस टाइम पर रखे जाते हैं, जिस टाइम पर भारतीय दर्शक सबसे बड़ी संख्या में उसे देख सकें। इसके लिए प्राइम टाइम यानी रात 8 से 11 बजे तक का समय सबसे मुफीद होता है। इस समय ज्यादातर भारतीय घर में होते हैं और फ्री रहते हैं।

भारतीय टीम पर क्या इम्पैक्ट होता है?
मैचों की टाइमिंग के हिसाब से कंडीशंस भी बदलती हैं। इसलिए कई बार टॉस भारत के फेवर में नहीं आता तो रिजल्ट पर भी असर पड़ता है। 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया दोपहर में मैच खेलना चाहती थी, लेकिन ब्रॉडकास्टर्स के दबाव में मुकाबले रात में कराए गए।

2021 का टूर्नामेंट यूएई में हुआ, जहां रात के मैचों में सेकेंड बैटिंग करने वाली टीम को फायदा होता है। इस कारण पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को टॉस हारने का नुकसान हुआ। टीम इंडिया ने दोनों बार पहले बैटिंग की और मैच गंवा दिए। इस कारण टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी।

इस बार भारत को क्या परेशानी होगी?
टीम इंडिया टी-20 वर्ल्ड कप में अपने सभी मुकाबले लोकल टाइमिंग के हिसाब से सुबह 10:30 बजे से खेलेगी। दोपहर के मैचों में पहले बैटिंग करने वाली टीमों को फायदा पहुंचता है, क्योंकि दिन में ओस नहीं आती। दूसरी पारी में पिच स्पिन के लिए फायदेमंद और बैटिंग के लिए मुश्किल हो जाती है।

हालांकि सुबह के ज्यादातर मैचों में पिच पर नमी भी रहती है। इससे कई बार पहले बैटिंग में भी परेशानी हो सकती है, क्योंकि नमी वाली पिच पर गेंद स्विंग ज्यादा करती है और शुरुआती ओवरों में ही विकेट गिरने का खतरा रहता है। ऐसे माहौल में जैसे-जैसे धूप बढ़ती है, पिच सख्त होती है और बैटिंग के लिए आसान हो जाती है। दिन में पिच के दोहरे बिहेवियर के कारण ही टॉस जीतकर फैसला लेना भी मुश्किल हो जाता है।

दिन वाले मैचों के मुकाबले रात के मैचों में सेकेंड बैटिंग बहुत आसान हो जाती है क्योंकि ओस के कारण गेंद गीली होती है। जिससे गेंदबाज बॉल को ग्रिप नहीं कर पाते और कंट्रोल खो देते हैं। इससे बैटिंग आसान होती है और रनचेज में दिक्कत नहीं होती। टीम इंडिया ने टी-20 वर्ल्ड कप में 2012 के बाद से अपने 83% मुकाबले पहले बैटिंग करते हुए ही गंवाए।

6 अलग टाइमिंग पर हो रहे अमेरिका-वेस्टइंडीज में मुकाबले
वर्ल्ड कप में ICC ने सिर्फ भारत को ही साधने की कोशिश नहीं की, बल्कि बाकी बड़े देशों के हिसाब से भी मैच ऑर्गनाइज कराए। इस बार 6 अलग-अलग टाइमिंग पर मैच शुरू हो रहे हैं। ग्रुप स्टेज के 5 मैच सुबह 5 बजे, 13 मैच सुबह 6 बजे, 15 मैच रात 8 बजे, 3 मैच रात 10:30 बजे, जबकि 2-2 मैच रात 9 और रात 12:30 बजे भी शुरू होंगे।

सुबह 5 और 6 बजे होने वाले मैच अमेरिकन टाइमिंग के हिसाब से रात 7:30 और 8:30 बजे शुरू होंगे। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के दर्शकों के हिसाब से भी यह टाइमिंग रात की है, इसी दौरान इन दोनों टीमों के ज्यादातर मैच खेले जाएंगे। इसी तरह इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्टइंडीज के मैच भी उनके देश की टाइमिंग के हिसाब से ही कराए जा रहे हैं।

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ग्राफिक्स: कुणाल शर्मा
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