वॉशिंगटन डीसी2 घंटे पहले
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बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस गुरुवार को न्यूयॉर्क में एक चर्चा के दौरान बोलते हुए।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को न्यूयॉर्क में कहा, “अभी भारत और बांग्लादेश के बीच समस्याएं हैं, क्योंकि उन्हें छात्रों का काम पसंद नहीं आया। इसके अलावा वो पूर्व पीएम शेख हसीना की मेजबानी भी कर रहे हैं, जो हमारे देश में कई तरह के समस्याओं की कारण हैं।”
यूनुस ने हसीना को कई युवाओं की हत्या की जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि इसी से भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव पैदा हुआ है। भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध अगस्त 2024 से खराब होना शुरू हुए, जब हसीना इस्तीफा देकर भारत आ गईं थीं।
दरअसल, नौकरी कोटे में भेदभाव के बाद स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ था। यूनुस ने भारत पर बांग्लादेश के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने का भी आरोप लगाया।

यूनुस बोले- SAARC एक देश की राजनीति में फिट नहीं बैठ
यूनुस ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC) के बारे में बताते हुए कहा कि, “SAARC का असल मतलब है, कि आप हमारे देश में इन्वेस्ट करे और हम आपके टेरिटरी में इन्वेस्ट करेंगे। SAARC ऐसे ही काम करता है। हम एक-दूसरे से बिजनेस के तौर पर जुड़े है। नेपाल अपने समुद्र के रास्ते से सामान इम्पोर्ट करता है, जिससे हम सभी को फायदा होता है।”
उन्होंने आगे कहा, “SAARC में हम सभी फैमिली की तरह हैं। SAARC का पूरा आइडिया ही बांग्लादेश की देन है, हमने इसे साउथ एशियन देशों में प्रमोट किया है। अब आप हमे इसका दुश्मन मान रहे हैं।”
यूनुस बोले कि SAARC में जितने भी देश हैं, वो एक दूसरे देश में घूमने जा सकते हैं, दोस्त बना सकते हैं, उन देशों के स्कूलों-कॉलेजों में पढ़ सकते हैं, बिजनेस कर सकते हैं। यहीं इसका पूरा आइडिया है।
उन्होंने कहा कि ये ‘एक देश की राजनीति में फिट नहीं बैठता’ इसके लिए मुझे बुरा लगता है। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर किसी देश का नाम नहीं लिया।

यूनुस ने पाकिस्तानी पीएम के साथ रिश्ते सुधारने पर चर्चा की
यूनुस ने 80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की। यह मुलाकात बुधवार को हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों पर चर्चा हुई।
यह इन नेताओं की दूसरी मुलाकात थी, पहली मुलाकात पिछले साल UNGA में हुई थी। बांग्लादेश में अगस्त 2024 में यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में नजदीकी बढ़ी है।
पहले, शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के 15 साल के शासन में दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण थे। इसका कारण 1971 के नरसंहार, युद्ध अपराधों के मुकदमे और राजनीति मुद्दे थे।
पिछले महीने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने ढाका का दौरा किया, जो 13 साल में किसी पाकिस्तानी अधिकारी का पहला आधिकारिक दौरा था।

मोहम्मद यूनुस ने बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ बातचीत की।
इटली पीएम जॉर्जिया मेलोनी से मिले यूनुस
यूनुस ने न्यूयॉर्क में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब और कोसोवो की राष्ट्रपति वोजोसा ओस्मानी से भी मुलाकात की।
यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने बताया कि ये मुलाकातें बहुत महत्वपूर्ण थीं और इनसे बांग्लादेश के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे।
फिनलैंड और इटली ने बांग्लादेश में अगले साल होने वाले चुनावों और लोकतांत्रिक बदलाव के लिए समर्थन का वादा किया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान, इटली पीएम जॉर्जिया मेलोनी और मोहम्मद यूनुस ने मुलाकात की।
यूनुस ने अमेरिकी कंपनियों से बांग्लादेश में निवेश बढ़ाने की अपील की
US-बांग्लादेश बिजनेस काउंसिल (USBBC) ने बुधवार को न्यूयॉर्क के एक होटल में ‘US-बांग्लादेश एक्जीक्यूटिव बिजनेस राउंड टेबल: एडवांसिंग रिफॉर्म, रेजिलिएंस एंड ग्रोथ’ कॉन्फ्रेंस की।
इसमें यूनुस ने अमेरिका की शीर्ष कंपनियों से बांग्लादेश में ज्यादा निवेश करने की अपील की। यूनुस ने बैठक में कहा कि बांग्लादेश में निवेश के लिए बहुत अवसर हैं और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।
उन्होंने कहा कि अगले साल फरवरी में बांग्लादेश में निष्पक्ष चुनाव होंगे और नई सरकार निवेशकों के लिए और अनुकूल माहौल बनाएगी।
बैठक में मेटलाइफ, शेवरोन और एक्सलरेट एनर्जी जैसी बड़ी अमेरिकी कंपनियों के सीनियर अधिकारी शामिल थे। उन्होंने बांग्लादेश की राजनीतिक प्रतिनिधि टीम से भी बातचीत की।
टीम में BNP, जमात-ए-इस्लामी और नेशनल सिटिजन पार्टी के नेता मौजूद थे।यूनुस ने इन नेताओं का परिचय अमेरिकी व्यवसायियों से कराया। बैठक में विदेश मामलों और ऊर्जा के सलाहकार भी मौजूद थे।

यूनुस US-बांग्लादेश एक्जीक्यूटिव बिजनेस राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए।
भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव
भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध अगस्त 2024 से खराब होना शुरू हुए। इसका सबसे बड़ा कारण बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का हटना और मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार का आना है। इस बदलाव ने दोनों देशों के बीच व्यापार और आपसी रिश्तों को प्रभावित किया।
अगस्त 2024 में हसीना के सत्ता से हटने के बाद वह भारत में शरण ले चुकी हैं। इससे बांग्लादेश में भारत विरोधी भावनाएं बढ़ीं। अप्रैल 2025 में यूनुस और नरेंद्र मोदी की बैंकॉक में मुलाकात हुई, लेकिन कोई बड़ा समझौता नहीं हो सका।
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