India US Khalistani Pannun Murder Conspiracy; FBI | Vikas Yadav | FBI का दावा- रॉ ने रची पन्नू हत्या की साजिश: भारतीय नागरिक विकास यादव के खिलाफ चार्जशीट दायर, भारत ने इसे गिरफ्तार किया


वाशिंगटन24 मिनट पहले

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अमेरिका ने भारतीय नागरिक विकास यादव पर खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप तय कर दिए हैं। विकास पर हत्या की साजिश रचने के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए हैं। अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI का कहना है कि विकास भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़े थे।

FBI ने ये भी कहा कि भारत सरकार ने विकास को उनके पद से हटा दिया है। विकास पहले अमेरिका में थे। कुछ वक्त पहले वे भारत आ गए थे। वे हरियाणा राज्य में रेवाड़ी जिले के प्राणपुरा गांव के रहने वाले हैं। उन्हें 10 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, भारत ने FBI के इस दावे पर अभी तक कोई कमेंट नहीं किया है।

पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिकी कोर्ट ने 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था। अब FBI ने CC1 को ही विकास यादव बताया है। अमेरिका ने निखिल गुप्ता को पहले ही चेक रिपब्लिक से गिरफ्तार कर लिया था।

विकास यादव की ये फोटो अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर डाली है।

विकास यादव की ये फोटो अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी ने अपनी वेबसाइट पर डाली है।

‘विकास ने निखिल को दी पन्नू की सारी जानकारी’ FBI ने चार्जशीट में कहा है कि विकास ने ही निखिल गुप्ता को इस साजिश में शामिल किया और निर्देश दिए, जिसमें पन्नू के बारे में पूरी जानकारी थी। इसमें पन्नू का एड्रेस, मोबाइल नंबर और रोजाना की हर एक गतिविधि शामिल थी।

इसके बाद ही गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक अपराधी से संपर्क किया, जिसे उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर समझा था। हालांकि, वह असल में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) का सीक्रेट एजेंट था। FBI का कहना है कि यादव ने इस हत्या के लिए 1 लाख डॉलर (करीब 83 लाख रूपए) देने की योजना बनाई थी।

अमेरिका ने ट्रूडो के दावे को नकारा- विकास का निज्जर की हत्या से ताल्लुक नहीं… पन्नू की हत्या की साजिश में भारत का नाम आने के बाद कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि CC1 निज्जर की भी हत्या में शामिल था। हालांकि, अमेरिका ने इसे खारिज कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि कनाडा में हुए निज्जर हत्याकांड से विकास का कोई संबंध नहीं है।

FBI का दावा ऐसे समय में सामने आया है जब कनाडा और भारत के रिश्ते तनाव से गुजर रहे हैं। कनाडा ने भारतीय डिप्लोमेट्स पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया। इसके बाद भारत ने हाई-कमिश्नर समेत 6 राजनायिकों को वापस बुला लिया है। इसके अलावा भारत ने कनाडा के डिप्लोमेट्स को भारत छोड़ने के लिए भी कहा।

पन्नू की हत्या की साजिश का मामला क्या है पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था।

अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने निखिल के कोर्टरूम में रहने के दौरान का यह स्केच जारी किया था।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने निखिल के कोर्टरूम में रहने के दौरान का यह स्केच जारी किया था।

पन्नू मामले में कब, क्या हुआ, चार्जशीट के मुताबिक पूरी टाइमलाइन…

  • मई 2023: अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर के मुताबिक एक भारतीय अधिकारी (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता को हायर किया।
  • 29 मई: निखिल गुप्ता ने किसी ऐसे शख्स की तलाश शुरू की जो पन्नू को मार सके। हालांकि, जिसे पन्नू को मारने के लिए हायर किया गया वो अमेरिका का अंडर कवर एजेंट निकला। कुछ हफ्तों तक निखिल गुप्ता ने इस अंडर कवर एजेंट से पन्नू को मारने के तरीके और कीमत पर चर्चा की।
  • 9 जून: गुप्ता ने पन्नू को मारने के लिए हायर किए गए हिटमैन को एक शख्स के जरिए 15 हजार डॉलर (12 लाख 49 हजार रुपए) का कैश भिजवाया। ये हत्या के लिए एडवांस पेमेंट था। पूरी डील 1 लाख डॉलर (84 लाख रुपए) में हुई थी।
  • 11 जून: भारती अधिकारी ने गुप्ता को कहा कि पन्नू को अभी नहीं मरवा सकते हैं। दरअसल, जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे। गुप्ता ने भी फोन पर कहा था कि 10 दिनों तक कुछ नहीं किया जा सकता है, नहीं तो प्रदर्शन शुरू हुए जाएंगे।
  • 18 जून: कनाडा में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई।
  • 19 जून: गुप्ता निज्जर की हत्या का वीडियो अमेरिका में पन्नू की हत्या के लिए हायर किए हिटमैन को भेजा और कहा कि ये अच्छी खबर है, अब इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
  • 24 जून से 29 जून: गुप्ता ने पन्नू का मारने का प्लान आगे बढ़वाया। पन्नू की निगरानी शुरू हुई।
  • 30 जून: गुप्ता को चेक रिपब्लिक में अमेरिका के कहने पर हिरासत में लिया गया।
कनाडा में भारत विरोधी प्रदर्शन करते खालिस्तानी समर्थक। गुरपतवंत सिंह पन्नू पर आरोप है कि वह कनाडा में खालिस्तान के समर्थन में प्रदर्शन करवाता है और भारत में खालिस्तान के हिमायतियों को फाइनेंशियली सपोर्ट करता है।

कनाडा में भारत विरोधी प्रदर्शन करते खालिस्तानी समर्थक। गुरपतवंत सिंह पन्नू पर आरोप है कि वह कनाडा में खालिस्तान के समर्थन में प्रदर्शन करवाता है और भारत में खालिस्तान के हिमायतियों को फाइनेंशियली सपोर्ट करता है।

कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू?

  • गुरपतवंत सिंह पन्नू मूलरूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। वो फिलहाल अमेरिका में रहता है और सिख फॉर जस्टिस नाम का संगठन चलाता है। उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों देशों की नागरिकता है।
  • भारत सरकार ने 2019 में आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर बैन लगाया। सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा था।
  • पन्नू पर साल 2020 में अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साजिश का यही मुख्य टारगेट था। हालांकि, अमेरिकी चार्जशीट में इसका जिक्र नहीं है।

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खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 16 अक्टूबर को एक इंटरव्यू में कहा कि उसने कनाडा को भारत के खिलाफ जानकारियां दी हैं। पन्नू ने ये भी कहा कि उसका आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस पिछले 2 से 3 सालों से कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो के साथ संपर्क में है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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