India Pakistan War Probability Bilawal Bhutto/USA Washington | बिलावल बोले-अब भारत-पाक जंग हुई तो ट्रम्प रोक नहीं पाएंगे: कहा- पाकिस्तान में 2025 सबसे खूनी साल हो सकता है; भारत को जलयुद्ध की धमकी


वॉशिंगटन डीसी2 घंटे पहले

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पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने आशंका जताई कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से युद्ध छिड़ा तो अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के पास इसे रोकने के लिए वक्त नहीं होगा।

उन्होंने वॉशिंगटन डीसी में मिडिल ईस्ट इंस्टीट्यूट में यह बात कही। बिलावल ने भारत पर बलूचिस्तान में दखलंदाजी और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे संगठनों को सपोर्ट देने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा- क्या हर आतंकी हमले के बाद भारत के साथ युद्ध छेड़ देना चाहिए? पाकिस्तान शांति चाहता है, जो दोनों देशों के हित में है।

बिलावल ने कहा कि इस साल पाकिस्तान में आतंकवाद बढ़ा है। अगर हिंसा इसी तरह जारी रही, तो 2025 सबसे खूनी साल हो सकता है।

सिंधु नदी को लेकर युद्ध को धमकी दी

बिलावल ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का हल किए बिना स्थायी शांति संभव नहीं है। उन्होंने पानी विवाद को भी उठाया और चेतावनी दी कि अगर भारत ने पाकिस्तान का पानी रोका, तो यह जल युद्ध की वजह बन सकता है। उन्होंने कहा- चाहे देश छोटा हो या बड़ा, वह पानी और अपनी जिंदगी के लिए लड़ेगा।

भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि स्थगित कर दी है। पाकिस्तान की 80% खेती इसी नदी पर निर्भर है। सिंधु नदी को पाकिस्तान की लाइफलाइन कहा जाता है।

भारत पर UN चार्टर तोड़ने का आरोप

बिलावल ने भारत पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर तोड़ने करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने कश्मीर को ग्लोबल मुद्दा माना है, न कि भारत का आंतरिक मामला।

बिलावल ने भारत से बातचीत की अपील की और कहा कि भारत को पाकिस्तान से कई शिकायतें हो सकती हैं, लेकिन बातचीत बंद करने से समस्याएं हल नहीं होंगी।

बिलावल ने दावा किया कि अमेरिका के अफगानिस्तान से अचानक हटने और वहां छोड़े गए हथियारों की वजह से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

उन्होंने कहा- हम आतंकवाद, अफगानिस्तान और अन्य मुद्दों पर बात करते हैं। पिछले कुछ दशकों से अमेरिका के साथ हमारे रिश्तों में यही मुख्य मुद्दा रहा है। बिलावल ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान में छोड़े गए हथियार काला बाजारी के जरिए आतंकियों के हाथ लग गए।

2021 में अमेरिका अफगानिस्तान छोड़ने के बाद कई अमेरिकी हथियार तालिबान के हाथ लग गए थे। अमेरिकी गाड़ियों और हेलिकॉप्टर से परेड निकालते तालिबान लड़ाके।

2021 में अमेरिका अफगानिस्तान छोड़ने के बाद कई अमेरिकी हथियार तालिबान के हाथ लग गए थे। अमेरिकी गाड़ियों और हेलिकॉप्टर से परेड निकालते तालिबान लड़ाके।

पूर्व मंत्री ने माना पाकिस्तान आतंकवाद से जुड़ा हुआ

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) की उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री शेरी रहमान ने स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में स्वीकार किया कि पाकिस्तान अतीत में आतंकवाद से जुड़ा रहा है। हालांकि, जब उनसे अल-कायदा से जुड़े आतंकी संगठन ब्रिगेड 313 के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस सवाल को टाल दिया।

स्काई न्यूज की पत्रकार याल्दा हकीम के साथ बातचीत में रहमान ने कहा- आप बार-बार अतीत की बात करती हैं, क्योंकि वह ऐसा था। लेकिन अब पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है और यह एक बदला हुआ देश है।

याल्दा हकीम ने रहमान से पूछा कि क्या भारत में होने वाले हमलों, खासकर ब्रिगेड 313 जैसे समूहों से जुड़े हमलों के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। इस पर रहमान ने कहा- क्या हर बार भारत में हमला होने पर मैं युद्ध शुरू कर दूं? भारत में सैकड़ों विद्रोह चल रहे हैं। क्या उनके लिए हम जिम्मेदार हैं?

पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री शेरी रहमान ने माना की उनके देश अतीत में आतंकवादियों से जुड़ा रहा है।

पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री शेरी रहमान ने माना की उनके देश अतीत में आतंकवादियों से जुड़ा रहा है।

ब्रिगेड 313 क्या है?

ब्रिगेड 313 की स्थापना 2000 के दशक की शुरुआत में हुई थी। इसका नाम पैगंबर मुहम्मद के 313 साथियों से प्रेरित है, जो बैटल ऑफ बदर में लड़े थे। इसे की लीडरशिप इलियास कश्मीरी के पास थी, जिसे पाकिस्तानी सेना ने ट्रेनिंग दी थी।

यह संगठन लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-झांगवी, हरकत-उल-जिहाद-इस्लामी, जैश-ए-मोहम्मद जैसे समूहों का गठजोड़ है। यह अल-कायदा की लश्कर अल-जिल (शैडो आर्मी) का हिस्सा है और पाकिस्तान में बम

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