न्यूयॉर्क4 मिनट पहले
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न्यूयॉर्क में हर साल होने वाले इंडिया डे परेड में वहां रहने वाले भारतीय लोग शामिल हुए।
अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी में रविवार (18 अगस्त) को इंडिया डे परेड आयोजित की गई। इसमें अयोध्या के राम मंदिर सहित 40 से ज्यादा झांकियां निकली। भारतीय लोग तिरंगा लेकर परेड में ढोल बजाते और नाचते दिखे। सड़कों पर देशभक्ति और धार्मिक गाने भी बजे।
कार्निवल में लकड़ी से बनी राम मंदिर की झांकी ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। 18 फुट लंबी, नौ फुट चौड़ी और आठ फुट ऊंची इस झांकी को भारत में बनाया गया है। इसे परेड में भाग लेने के लिए एयर कार्गो से न्यूयॉर्क भेजा गया था।

न्यूयॉर्क की सड़क पर परेड में भारतीय लोगों ने पारंपरिक कपड़ों में डांस परफॉर्म किया।
सोनाक्षी-पंकज त्रिपाठी भी परेड में शामिल हुए
फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन के अनुसार, परेड में 50 से ज्यादा मार्चिंग ग्रुप और 30 से ज्यादा मार्चिंग बैंड के अलावा मशहूर हस्तियां भी शामिल हुए। बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ग्रैंड मार्शल थीं। खास मेहमानों के तौर पर एक्टर पंकज त्रिपाठी और भाजपा सांसद मनोज तिवारी शामिल हुए।
भारत की स्वतंत्रता का जश्न मनाने के लिए न्यूयॉर्क में हर साल इंडिया डे परेड होती है। यह परंपरा चार दशकों से ज्यादा समय चली आ रही है। इस साल 42वीं इंडिया डे परेड मनाई गई है। परेड ने न्यूयॉर्क के मैडिसन एवेन्यू से ईस्ट 38वीं स्ट्रीट से ईस्ट 27वीं स्ट्रीट तक मार्च किया।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए आध्यात्मिक गुरू स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने कहा, “मैं भारतीय-अमेरिकी समुदाय के निमंत्रण पर इंडिया डे परेड में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क आया हूं। राम मंदिर की झांकी ने आकर्षण बटोर लिया है। राम मंदिर की झांकी दर्शाती है कि भारत की संस्कृति पूरे विश्व को एक परिवार मानती है।’
राम मंदिर को झांकी में दिखाने पर विवाद
इंडिया डे परेड में राम मंदिर की झांकी को लेकर काफी विवाद भी हुआ है। भारतीय-अमेरिकी मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक ग्रुप ने राम मंदिर झांकी को शामिल करने पर परेड से अपनी झांकी वापस ले ली।
कुछ अमेरिकी संगठनों ने न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स और गवर्नर कैथी होचुल को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें झांकी को मुस्लिम विरोधी बताया गया था। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर एक मस्जिद को गिराए जाने का महिमामंडन करती है।
मेयर और गवर्नर को लिखे लेटर पर साइन करने वाले समूहों में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस, इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल और हिंदू फॉर ह्यूमन राइट्स भी शामिल हैं।