चौबेपुर थाना क्षेत्र के कुकुढ़हां गांव के शेख सैफ पुत्र असरफ घर से भगतुआ बाजार में बाल कटवाने आया था। दुकान पर भीड़ थी तो मोबाइल शाॅप पर चला गया, यहां पांच हजार रुपये में अपनी मोबाइल का साैदा करने लगा। जब दुकानदार ने नहीं लिया तो दूसरे की दुकान पर एक
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इसके बाद ऑटो से वाराणसी जंक्शन पहुंचा। वहां से अपने साथी राकेश यादव निवासी अंबा (चौबेपुर) को बताया कि मेरे पापा को बता दो मुझे चार लोग स्कॉर्पियो में ले जाकर मारा-पीटा और अब बलुआघाट की ओर ले जा रहे हैं। इतना कहने के बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया।
सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा, उपनिरीक्षक राजेंद्र यादव, उपनिरीक्षक टून्नू सिंह, उपनिरीक्षक दुर्गेश मिश्रा, जाल्हूपुर चौकी प्रभारी लल्लन सिंह के साथ टीम गठित कर तलाश शुरू की। दूसरी तरफ, युवक ट्रेन पकड़ बलिया सुरेमनपुर स्टेशन पहुंचा।
शुक्रवार की रात किसी के मोबाइल से पिता को काॅल कर बताया कि मुझे बदमाश पकड़ कर ले जा रहे थे। भाग कर स्टेशन पहुंचा हूं। मुझे डर लग रहा है। पिता ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने उक्त नंबर पर संपर्क कर उसके संबंध में जानकारी ली। उसको साथ आने के लिए कहा गया। उस व्यक्ति ने शेख सैफ को वरूणा ट्रेन से औड़िहार जंक्शन पहुंचा। वहां चौबेपुर की पुलिस टीम अपहृता को साथ ले आई।पूछताछ में बताया कि मैंने विशाल यादव पुत्र कन्हैया ग्राम अंबा थाना चौबेपुर से 30 हजार रुपये उधार लिए थे। उसी रुपये को मांग रहा था। इसकी वजह से अपहरण का नाटक रचा। प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा ने बताया कि अपहरण का नाटक रचने वाले शेख सैफ, साथी विशाल यादव, राकेश यादव तीनों निवासी अंबा चौबेपुर वाराणसी को जेल भेज दिया गया।