पंजाब में पंचायती जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जों के मामलों को लेकर पंचायत विभाग के अधिकारियों से मिलने जाते हुए लोग।
पंजाब में पंचायतें भंग होने के बाद अब ताकतवर लोगों द्वारा शामलात जमीनों पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। इस तरह के मामलों को लेकर आज (सोमवार) अत्याचार भ्रष्टाचार विरोधी फ्रंट के मेंबरों ने पंचायत विभाग के डायरेक्टर से मुलाकात की। उन्होंने इस संबंधी उन्ह
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वहीं, पंचायत विभाग के अधिकारियों ने विश्वास दिलाया है कि जल्दी ही सारे मामले की पड़ताल की जाएगी। दूसरी तरफ फ्रंट के मेंबरों ने कहा कि अगर 15 दिन में उनके द्वारा बताए केसों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह डायरेक्टर विभाग का घेराव करेंगे। जरूरत पड़ी तो मामले को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट लेकर जाएंगे।
जमीन पर कब्जा, पानी का बहाव तक बंद
फ्रंट की तरफ से बताया कि जिला रोपड़ के गांव चिंतगढ़ में जमीन पर अवैध कब्जा हुआ है। उन्होंने पत्र में अवैध कब्जा करने वाले लोगों का जिक्र किया है। शामलात जमीन से निकलते पानी के बहाव को मिट्टी डालकर बंद कर दिया है।
वहां से गुजरने वाले रास्ते को भी अवैध कब्जा करके बंद कर दिया गया है। इस बारे में लिखित शिकायत डिप्टी कमिश्नर, ब्लॉक पंचायत अफसर के कार्यकारी इंजीनियर जल प्रबंध खोज मंडल रूपनगर को भी दी है। यह मामला एसडीएम मोरिंडा के ध्यान में भी है।
पंचायत विभाग में शिकायत लेकर पहुंचे लोग।
दिसंबर अंत में भंग हुई थी पंचायतें
पंजाब में दिसंबर के अंत में पंचायतों का कार्यकाल पूरा हो गया था। इसके बाद सभी पंचायतों काे भंग कर दिया गया था। वहीं, पंचायतों के लिए कार्यसाधक अफसर नियुक्त किए गए थे। उन्हें ही पंचायतों से जुड़े कामों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
उम्मीद है कि सरकार की तरफ से अब जल्दी ही पंचायत चुनाव करवाए जाएंगे। इसके लिए वोटर सूचियों के संशोधन से लेकर अन्य काम पूरे हो चुके है। पंजाब में करीब 13 हजार पंचायत है। जिनमें चुनाव होने है। हालांकि सरकार ने एक बार पंचायत भंग कर दी थी। लेकिन मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया था।