अवैध गाइड बनकर श्रद्धालुओं के 17 मोाबइल लेकर भागने वाला आरोपी सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया। वह टोपी लगाकर सभी मोबाइल गमछे में लेकर जाता दिखा।
वाराणसी में दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं से चोरी, छिनैती की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। वारदातों में सबसे ज्यादा अवैध गाइड और पुजारी बनकर दर्शन कराने के नाम पर जालसाजी करने के आरोपी है। मंगलवार को दक्षिण भारतीय समूह अवैध गाइड का शिकार हो गया।
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काशी विश्वनाथ और मां विशालाक्षी के दर्शन कराने के नाम पर गाइड ने दर्शनार्थियों के 17 मोबाइल पार कर दिए। उन्हें लॉकर में रखने का बहाना बनाकर गमछे में रख लिया और मंदिर परिसर से फरार हो गया। काफी देर इंतजार करने के बाद दर्शनार्थी उसकी तलाश में निकले लेकिन अवैध गाइड नहीं मिला।
पीड़ित श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पहुंचकर घटना की सूचना दी तो पुलिस ने विशालाक्षी मंदिर के बाहर का सीसीटीवी फुटेज खंगाला। सीसीटीवी फुटेज देखा तो उसमें काला कपड़ा पहने और ग्रे-टोपी लगाकर गमछे की पोटली लेकर जाते अवैध गाइड को यात्रियों ने पहचान लिया।
पुलिस ने मौके पर अवैध गाइड की काफी तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। दशाश्वमेध और चौक थाना पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भेजकर आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस यात्रियों के नंबर को भी सर्विलांस पर डालकर लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है।

मंगलवार को तमिलनाडु से 41 श्रद्धालुओं का समूह सुबह की ट्रेन से वाराणसी पहुंचा। दशाश्वमेध क्षेत्र की एक धर्मशाला में स्नान के बाद लगभग दस बजे सभी बाबा काशी विश्वनाथ और माता विशालाक्षी मन्दिर की ओर निकल पड़े। कॉरिडोर के पास उन्हें एक युवक मिला, जिसने खुद को गाइड बताकर आसानी से दर्शन कराने की बात कही।
युवक ने मूलरूप से तमिलनाडु का बताते हुए तमिल और तेलुगू दोनों भाषाओं में संवाद किया। अवैध गाइड ने श्रद्धालुओं को विश्वास में लेकर दीवार के किनारे चप्पलें उतरवाईं और मोबाइल और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं को बजाय लॉकर में रखने की बात कही। उसने सभी के 17 एंड्रॉयड मोबाइल, डिजिटल घड़ियां और अन्य सामान गमछे में रखवा लिया।
सामान को लॉकर में रखने की बात कहकर सभी को गेट में प्रवेश कराया और खुद बाहर चला गया। काफी देर तक उसक इंतजार करते हुए एक युवक पीछे गया लेकिन अवैध गाइड का अतापता नहीं चला। अवैध गाइड विशालाक्षी देवी मंदिर की गली से उनके 17 मोबाइल लेकर फरार हो गया।
उचक्के ने यात्रियों के सभी फोन बंद किए
एक घंटे बाद दर्शनार्थियों का दल बाबा के दर्शनकर कर लौटा तो उनके चप्पल तो मिले लेकिन गाइड नहीं मिला। गाइड कुछ खाने-पीने इधर-उधर कहीं गया होगा, उन्होनें दो घंटे तक इंतजार किया लेकिन उसका अता-पता नहीं चला। दो यात्रियों ने स्थानीय लोगों से मोबाइल लेकर अपने नंबरों पर फोन मिलााया तो सभी 17 नंबर बंद मिले। हर एक बार हर एक नंबर बन्द मिलने पर खुद के साथ उचक्कागीरी होने की बात समझ आई।
ज्ञानवापी कंट्रोल रूम में की शिकायत
मोबाइल चोरी होने की शिकायत यात्रियों ने ज्ञानवापी कंट्रोल रूम जाकर की। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उस अवैध गाइड की काफी तलाश की। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज देखा तो उसमें काला कपड़ा पहने और ग्रे टोपी लगाए हाथ में गमछे की पोटली लेकर जाते अवैध गाइड दिखा। विशालाक्षी मन्दिर में दर्शन करने के बाद ग्रुप बाबा के दर्शन करने के लिए लाहौरी टोला के रास्ते कॉरिडोर में पहुंचा था।