कोर्ट ने अफसरों से 20 फरवरी तक मांगा जवाब
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शहर के कोतवाली से लेकर सराफा बाजार, श्रीराम चौक व चमेली चौक होते हुए मोतीनगर तिराहा तक लगने वाले ट्रैफिक जाम से आसपास के 15 वार्डों के लोग हलाकान हैं। समस्या के निदान के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस को पत्र लिखे। जगह-जगह पोस्टर लगाए, लेकिन किसी पर कोई असर नहीं हुआ। समस्या जस की तस बनी हुई है। अब यहां के लोगों ने कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई है।
इस मामले में सागर की स्थायी लोक अदालत में याचिका दायर की गई है। जिस पर कोर्ट ने कलेक्टर, एसपी, नगर निगम कमिश्नर और डीएसपी ट्रैफिक को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने को कहा है। मामला इसलिए गंभीर है क्योंकि रोज सुबह और शाम यदि 8-8 मिनट भी ट्रैफिक जाम में फंसते हैं तो आपके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव के साथ समय और पैसों की बर्बादी भी हो रही है।
आंकड़े बताते हैं कि शहर में आप 40 साल तक रह चुके हैं या फिर भविष्य में यहां रहने की प्लानिंग की है तो आपकी जिंदगी के 3893 घंटे यानी 162 दिन तो ट्रैफिक जाम में ही खप जाएंगे। इतने सालों में आप 210 किलो कार्बन और 350 किलो हाइड्रो कार्बन सांस के जरिए अंदर ले चुके होंगे। जिससे फेफड़े खराब होने के साथ अन्य घातक बीमारियों का खतरा बना हुआ है।
याचिका दायर करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता पवन नन्होरिया ने बताया कि सराफा से चमेली चौक तक का इलाका रोज और पल-पल लगने वाले ट्रैफिक जाम से सबसे अधिक प्रभावित है। एक साथ रोड के दोनों तरफ से एक-एक चार पहिया वाहन आने पर ही जाम लग जा रहा है।
सुबह 9 बजे से रात्रि 10 बजे तक भारी जाम लग रहा है। मरीज समय पर अस्पताल, बच्चे स्कूल और अधिकारी-कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे। पूर्व में पुलिस व प्रशासन को कई बार पत्र लिखे गए, लेकिन इस समस्या का कोई निदान नहीं हुआ।
बड़ा बाजार इलाके के रहने वाले हर्ष साहू, ऋषभ सिंघई, दिनेश सिंघई, अशोक साहू ने स्थायी लोक अदालत में याचिका लगाकर कोर्ट से इस समस्या के निराकरण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है। अधिवक्ता नन्होरिया ने बताया कि कोर्ट ने जिम्मेदार अधिकारियों को नोटिस जारी कर 20 फरवरी 2025 तक जवाब मांगा है।
सड़क चौड़ी होना चाहिए नगर निगम को इस विषय पर काम करने की जरूरत है। यह सड़क चौड़ी करना जरूरी है। – विकास शाहवाल, एसपी सागर
वन-वे करने पर चर्चा हुई है सराफा एसोसिएशन और आसपास के लोगों से इस समस्या को लेकर चर्चा की गई है। वन-वे करने पर सहमति बन रही है। – राजकुमार खत्री, निगम आयुक्त
कार्बन और हाइड्रो कार्बन कर रहे फेफड़े खराब
यूरो-5 पेट्रोल के मानक के अनुसार एक दोपहिया वाहन के धुएं में प्रति किलोमीटर चलने पर एक ग्राम कार्बन मोनो ऑक्साइड और 0.16 ग्राम हाइड्रो कार्बन निकलता है। रोजाना 8-8 मिनट का हिसाब लगाएं तो इतनी समय अवधि में दोपहिया वाहन 14 किलोमीटर चलते हैं।
महीने में 420 किलोमीटर और साल में 5040 किलोमीटर चलते हैं। 40 साल के अनुसार यह 201600 किलोमीटर चलने में 210 किलो कार्बन मोनो ऑक्साइड निकलता है। वहीं 350 किलो हाइड्रो कार्बन निकलता है। 3893 घंटे जो आप ट्रैफिक जाम में बिताएंगे उस दौरान इतना अधिक प्रदूषित धुआं आप सांस के जरिए ले चुके होंगे कि आप फेफड़े का कैंसर व अस्थमा जैसी घातक बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
4 लाख 20 हजार रुपए का ईंधन और 3893 घंटे बर्बाद
ट्रैफिक जाम में सुबह-शाम आपको 8-8 मिनट खराब करने ही पड़ते हैं। इस तरह 24 घंटे में आपके 16 मिनट खराब होते हैं। इस हिसाब से 30 दिन के 480 मिनट यानी महीने के 8 घंटे। साल के 96 घंटे और 40 साल के हिसाब से यह 3893 घंटे बनता है।
यानी 162 दिन आप ट्रैफिक जाम में खराब कर चुके होंगे। ट्रैफिक जाम में 3893 घंटे फंस रहे तो आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। औसतन एक लीटर पेट्रोल में करीब 50 किलोमीटर वाहन चल जाता है। इसे पूरा करने में एक घंटे का समय लगता है। इस तरह 3893 घंटे में 1 लाख 94 हजार 650 किलोमीटर की यात्रा हो जाती है। इसके लिए 3893 लीटर ईंधन वाहन में भराते हैं। इसकी खरीद के लिए 4 लाख 20 हजार रुपए खर्च करने पड़ते हैं।
सागर और भोपाल हाईवे से जोड़ने वाला यह प्रमुख रूट
सागर-भोपाल हाईवे से जोड़ने वाला यह प्रमुख पर बेहद संकरा रूट कोतवाली से सराफा, श्रीराम चौक, चमेली चौक, महाकाली मंदिर से मोतीनगर तिराहे के बीच है। रोज सुबह-शाम लगने वाले ट्रैफिक जाम से यहां के रहवासी ही नहीं, आसपास के 15 वार्डों के वे लोग भी परेशान हैं, जिनका इस रूट से रोज का आना जाना है।
दरअसल, शहरवासियों को सागर-भोपाल हाईवे से जोड़ने वाला यह प्रमुख रूट है, लेकिन बसाहट और वाहनों की बढ़ती संख्या के बीच यहां ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया। बेहद संकरी रोड, उस पर दुकानों के सामने दोपहिया वाहनों की पार्किंग इस समस्या को और बढ़ा रहे हैं। इसलिए यहां वाहनों की दिनभर रेलमपेल रहती है और जाम लग रहा है।