23 घंटे पहले
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आज (10 नवंबर) सुबह करीब 9.30 बजे बुध ग्रह वृश्चिक राशि में वक्री होगा। इसके बाद ये ग्रह 23 तारीख को तुला राशि में प्रवेश करेगा और फिर 30 तारीख को मार्गी हो जाएगा। 6 दिसंबर को फिर से वृश्चिक राशि में आएगा।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, ज्योतिष में ग्रह के वक्री होने का अर्थ है, ग्रह का पीछे की ओर चलना। ग्रह मार्गी होना यानी ग्रह का आगे की ओर चलना। बुध वक्री होगा यानी ये ग्रह पीछे की ओर चलते हुए वृश्चिक से तुला में प्रवेश करेगा। बुध को ग्रहों का राजा माना जाता है। ये ग्रह बुद्धि से जुड़े कामों का कारक है। जिन लोगों की कुंडली में बुध अच्छी स्थिति में है, उन्हें बुद्धि से जुड़े कामों में लाभ होता है।
अब जानिए सभी 12 राशियों पर वक्री बुध का कैसा असर होने वाला है, ये राशि चंद्र राशि के आधार पर बताया जा रहा है।
बुध इस राशि के आठवें भाव में यानी वृश्चिक में वक्री रहेगा, जो अचानक लाभ-हानि और रहस्यों का भाव है। आपको लेन-देन के मामलों में बेहद सावधानी बरतनी होगी। करियर और कारोबार में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। शोध से जुड़े कार्यों में आपको गहराई से विचार करने का मौका मिलेगा।
- वृषभ राशि
वक्री बुध इस राशि के सातवें भाव में रहेगा, ये साझेदारी और वैवाहिक जीवन का भाव है। रिश्तों में गलतफहमियां या मनमुटाव पैदा हो सकता है, इसलिए अपनी वाणी और व्यवहार पर नियंत्रण रखें। व्यापारिक साझेदारी में नई डील करते समय कागजात ध्यान से पढ़ें।
- मिथुन राशि
इस राशि के छठे भाव में बुध वक्री होने से रोग, ऋण और शत्रुओं से जुड़े मामलों में सावधानी बरतने का समय है। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर अपने संवाद और कार्यशैली पर विचार करने का मौका मिलेगा।
- कर्क राशि
बुध आपके पंचम भाव में वक्री होंगे, जो शिक्षा, संतान और प्रेम संबंधों का भाव है। छात्रों को एकाग्रता बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है। प्रेम संबंधों में थोड़ी कड़वाहट या पिछली बातें फिर से सामने आ सकती हैं। निवेश के मामलों में किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचें।
- सिंह राशि
बुध इस राशि के चौथे भाव में वक्री रहेगा। ये घर, परिवार और माता का भाव है। इस समय पारिवारिक मामलों पर आपका ध्यान केंद्रित रहेगा। घर के अंदरूनी विवाद या कोई पुरानी भावनात्मक उलझन फिर से सामने आ सकती है। कार्यस्थल पर विवादों से बचने के लिए धैर्य रखें।
- कन्या राशि
आपकी राशि के स्वामी बुध, तीसरे भाव में वक्री रहेगा। ये संचार, लेखन और छोटी यात्राओं का भाव है। वक्री बुध आपके लिए सकारात्मक है। आपकी वाणी में प्रभाव बढ़ेगा, जिससे लेखन, मार्केटिंग, शिक्षा और बैंकिंग से जुड़े लोगों को लाभ होगा। अटके धन की प्राप्ति हो सकती है।
- तुला राशि
बुध वक्री रहेगा और 23 तारीख को वक्री रहते हुए इस राशि में आएगा। इस समय बुध तुला राशि के दूसरे भाव में है। ये भाव धन और वाणी है। बुध के कारण हानि हो सकती है, आर्थिक लेन-देन और खर्चों में सावधानी रखें। परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत करते समय संयम और संवेदनशीलता रखें, क्योंकि गलतफहमी हो सकती है।
- वृश्चिक राशि
बुध आपकी राशि (पहले भाव) में वक्री रहेगा, इसका असर आपके व्यक्तित्व और आत्मविश्वास पर होगा। ये समय आत्म-मंथन का है। रिसर्च, इन्वेस्टमेंट और लेखन जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोगों को लाभ होगा। आपको अपने सभी महत्वपूर्ण निर्णय बहुत सोच-समझकर लेने होंगे।
बुध इस राशि के बारहवें भाव में वक्री है, जो खर्च और विदेश से संबंधित भाव है। आपके खर्चे बढ़ सकते हैं और विदेश या लंबी यात्राओं से जुड़े कार्यों में देरी हो सकती है। ये समय आध्यात्मिक ज्ञान की ओर आपके झुकाव को बढ़ाएगा। आपको खुद पर ध्यान केंद्रित करने का मौका देगा।
इस राशि के ग्यारहवें भाव में बुध वक्री रहेगा, जो आय और लाभ का भाव है। वक्री बुध शुभ रहेगा। रुके हुए कार्यों में गति आएगी और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संबंध में सुधार होगा। व्यापार करने वालों को अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा। आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे बेहतर होगी।
- कुंभ राशि
बुध इस राशि के दसवें भाव में वक्री है। ये करियर और प्रतिष्ठा का भाव है। कार्यक्षेत्र में थोड़ी उथल-पुथल या गलतफहमी की स्थिति बन सकती है, इसलिए सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों से संवाद बनाए रखें। पिछले प्रयासों की सराहना हो सकती है, जिससे पदोन्नति के अवसर भी बन सकते हैं।
वक्री बुध आपके भाग्य और धर्म के नवम भाव में रहेगा। भाग्य आपका साथ देगा। करियर में ठोस निर्णय लेने का सही समय है। आपको आर्थिक प्रगति और नई सोच मिलेगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है। विदेश से जुड़े कार्यों में तेजी आएगी।
