शिमला के रिज पर धूप से बचने के लिए पेड़ के नीचे पर्यटक।
हिमाचल प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। आने वाले चार दिन के लिए हीट-वेव का अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहाड़ों पर और गर्मी बढ़ेगी। चिंता इस बात की है कि अगले छह दिन यानी 27 मई तक बारिश के कोई आसार नहीं है।
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मौसम विभाग ने किन्नौर और लाहौल स्पीति दो जिलों को छोड़कर अन्य सभी 10 जिलों में हीट वेव का येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में पिछले पांच दिन से हीट वेव चल रही है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर दिन के वक्त लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे।
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हालांकि बीते मंगलवार को शिमला और मंडी जिला के कुछेक क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हुई है। इससे ज्यादातर शहरों के तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की कमी जरूर आई है। मगर आज से इसमें दो से तीन डिग्री का उछाल आएगा। प्रदेश में इससे तापमान गर्मी से पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है।
हिमाचल के 3 शहरों का तापमान पहले ही 40 डिग्री सेल्सियस और 13 शहरों का पारा 35 से 40 डिग्री के बीच पहुंच गया है। ऊना का पारा 42.4 डिग्री, नेरी का 42.2 डिग्री और बिलासपुर का 40.8 डिग्री तापमान पहुंच गया है।
आज इन शहरों में भीषण गर्मी का अलर्ट
मौसम विभाग की माने तो आज ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन के बद्दी नालागढ़ व परवाणू, सिरमौर के धोलाकुंआ व पांवटा साहिब, कांगड़ा के गग्गल, नूरपूर, इंदोरा, फतेहपुर, देहरा व जसवां में हीट वेव के साथ भीषण गर्मी पड़ सकती है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
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पर्यटन स्थलों में भी गर्मी
शिमला में बीते मंगलवार को हल्की बूंदाबांदी के बावजूद तापमान 28.3 डिग्री पहुंच गया है, जो कि नॉर्मल से 2.9 डिग्री अधिक है। तीन दिन पहले शिमला का तापमान भी 30 डिग्री पहुंच गया था। धर्मशाला के तापमान में भी नॉर्मल से 3.4 डिग्री अधिक के उछाल के साथ 34.9 डिग्री हो गया है। मनाली का तापमान भी नॉर्मल से 2.7 डिग्री के उछाल के साथ 28.4 डिग्री पहुंच गया है।
हीट स्ट्रोक / लू लगने से बचाव के लिए सावधानी बरतें
क्या करें:
- लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें। अगर तंग कपड़े हों तो उन्हें ढीला कर दें या हटा दें।
- ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोछें या ठंडे पानी से नहलाए।
- अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करें। रात में खिड़कियां खुली रखें।
- मौसम के पूर्वानुमान और आगामी तापमान में परिवर्तन के बारे में सतर्क रहें।
- अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें।
- व्यक्ति को ओआरएस/नींबू पानी / नमक-चीनी का घोल पीने को दें, जो कि शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके।
- यदि व्यक्ति पानी की उल्टियां करे या बेहोश हो, तो उसे कुछ भी खाने व पीने को न दें।
- लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार ना हो तो उसे तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाएं।
- जानवरों को छांव में रखें और उन्हें खूब पानी पीने को दें।
क्या न करें
- जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।
- अधिक तापमान में कठिन काम न करें।
- शराब, चाय, कॉफी, अत्यधिक मीठे पेय पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक गैस वाले पदार्थों का सेवन न करें।
- धूप में बच्चों को न खेलने दें।
- बासी खाना न खाएं। गर्मी की चरम सीमा में खाना न बनाएं।
- धूप में बच्चों और पालतू जानवरों को गाड़ी में अकेला न छोड़ें।
- जितनी बार हो सके पानी पीए, प्यास न भी लगे तो भी पानी पीए। सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- जब भी बाहर धूप में जाए हल्के रंग के और ढीले-ढाले सूती कपड़े पहने, धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें, गमछे या टोपी से अपने सिर को ढकें और हमेशा जूते य चप्पल पहनें।
गर्मी लगने पर प्राथमिक चिकित्सा के उपाय
- पंखे का इस्तेमाल करके हवा के प्रवाह को तेज करें।
- गीले कपडे से शरीर पौंछें या पानी से छिड़काव करें।