शिमला के रिज पर शाम के वक्त सैर करते हुए टूरिस्ट और लोकल लोग।
हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान पहुंचाने के बाद मानसून अब कमजोर पड़ेगा। मौसम विभाग केंद्र शिमला के अनुसार, 23 सितंबर तक बारिश का कोई अलर्ट नहीं है। इस दौरान एक-दो स्थानों पर ही हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। प्रदेश के ज्यादातर भागों में अब मौसम साफ हो जाए
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मानसून सीजन (1 जून 17 सितंबर) में सामान्य से 46 प्रतिशत ज्यादा और सितंबर में नॉर्मल से 136 अधिक बादल बरसे हैं। शिमला में पूरे मानसून सीजन में सामान्य से 108 प्रतिशत ज्यादा और कुल्लू में नॉर्मल से 107 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं।

इसी तरह सितंबर महीने में कुल्लू में सामान्य से 277 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। बिलासपुर में 247% ज्यादा, हमीरपुर में 242%, मंडी में 212%, शिमला में 236% और सोलन जिला में नॉर्मल से 231% अधिक बारिश हुई है। यही भारी बारिश तबाही का कारण बनी है। इससे जान और माल दोनों को बड़ा नुकसान हुआ है।
4595 करोड़ रुपए की संपत्ति नष्ट
इस सीजन में 4595 करोड़ रुपए की संपत्ति नष्ट हो चुकी है। मानसून सीजन में 419 लोगों की जान चली गई है। 80 लोगों की मौत बाढ़, बादल फटने और लैंडस्लाइड से हुई है। प्रदेश में अभी भी 2 नेशनल हाईवे समेत 517 सड़कें बंद पड़ी है।
