शिमला के यूएस क्लब के समीप मच्छी वाली कोठी के रास्ते में गाड़ी पर गिरा पेड़
हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बीती रात भारी बारिश हुई। इससे कई स्थानों पर लैंडस्लाइड से 200 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं।मौसम विभाग (IMD) ने लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष 10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा 116.6 मिलीमीटर (MM) बारिश रिकॉर्ड की गई। धौलाकुआं में 76.5MM, करसोग में 64.2MM, नाहन में 56.1MM, नारकंडा में 44.5MM, कटोला में 44.3MM, शिमला में 28 MM, सोलन 19 MM और चंबा में 14 MM बादल बरसे हैं।
भारी बारिश के बाद शिमला के यूएस क्लब के समीप गाड़ी पर देवदार का बड़ा पेड़ गिर गया। इससे एक गाड़ी को नुकसान हुआ।

शिमला के यूएस क्लब के समीप मच्छी वाली कोठी के रास्ते में गिरा पेड़, एक गाड़ी क्षतिग्रस्त
वहीं बीती शाम को लक्कड़ बाजार में सड़क पर एक बड़ा पेड़ गिर गया। गनीमत यह रही कि सड़क पर चल रही मां-बेटी इसकी चपेट में नहीं आई। अमूमन लक्कड़ बाजार पर्यटकों और स्थानीय लोगों से भरा रहता है। मगर बारिश के कारण लक्कड़ बाजार में ज्यादा लोग नहीं थे। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
सरकार ने दी एहतियात बरतने की सलाह
IMD के अलर्ट के बाद राज्य सरकार ने प्रदेश के लोगों को सतर्क रहने और नदी-नालों के पास न जाने की एडवाइजरी जारी की है। बारिश के बाद कई इलाकों में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने लगा है। अगले चार-पांच दिनों तक राज्य में मानसून सक्रिय रहेगा।
8 और 9 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 10 अगस्त के लिए फिर से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

शिमला में बारिश के दौरान का नजारा
जानें कब जारी होता है ऑरेंज अलर्ट
0 से 74 मिमी बारिश का पूर्वानुमान होने पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है। 75 मिमी से अधिक और 125 मिमी से कम बारिश का पूर्वानुमान होने पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है और 125 मिमी से अधिक बारिश होने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है।

200 सड़कें पड़ी हैं बंद
प्रदेश में हो रही बारिश से 200 से ज्यादा सड़कें, 215 बिजली के ट्रांसफॉर्मर और 70 पानी की स्कीमें बंद पड़ी है। इससे कई क्षेत्रों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक बरसात से 748 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। पूरे मानसून सीजन में 170 सड़कों की सड़क हादसों, गिरने, पानी में डूबने, सांप के काटने इत्यादि से जान चली गई है।
39 मकान पूरी तरह टूटे
प्रदेश में 39 मकान पूरी तरह से धवस्त और 177 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। 24 दुकानें, 3 लेबर शेड, 173 गौशालाएं और 3 घ्राट भी बरसात से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।