बिजली महादेव में दर्शन करते हुए श्रद्धालु।
कुल्लू जिले में रविवार से बिजली महादेव सहित जिले के करीब 250 मंदिरों के कपाट 3 माह के लिए बंद कर दिए गए हैं। पुजारी मदन ने कहा कि देव मान्यता अनुसार देवी-देवता 3 महीने के लिए स्वर्ग प्रवास पर रहेंगे। कई देवालयों के कपाट अब माघ मास की संक्रांति को और
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बिजली महादेव मंदिर के कपाट भी रविवार को बंद हो गए। लोग मंदिर के पास जाकर माथा टेक सकेंगे। लेकिन गर्भगृह नहीं खोला जाएगा । बिजली महादेव के पुजारी मदन ने बताया कि देव आज्ञा का सदियों से निर्वहन किया जा रहा है। अब तीन माह तक देवता बिजली महादेव के कपाट बंद होने से सैलानियों व श्रद्धालुओं को ऐतिहासिक शिवलिंग के दर्शन नहीं होंगे।
आराध्य देवता थिरमल नारायण व मां देवी नागिन सहित कई देवालयों के कपाट भी बंद हो गए हैं। वहीं बंजार, आनी सहित निरमंड के कई मंदिर भी बंद रहेंगे। पुजारी मदन बताते हैं कि इस अवधि में देवी-देवता स्वर्ग प्रवास पर जाते हैं। देव-दानव युद्ध भी इस अवधि में होता है।
कुल्लू स्थितबिजली महादेव मंदिर।
3 माह बाद देवता करेंगे भविष्यवाणी
पुजारी मदन ने कहा कि जब देवालयों के कपाट खुलेंगे तब देवी-देवता अपने गुर के माध्यम से हार-जीत के बारे में बताते हैं और आगामी भविष्यवाणी करते हैं।
देवी-देवता कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने बताया कि हर वर्ष देवालयों के कपाट कुछ अवधि के लिए बंद होते हैं। इस अवधि में देवी-देवता स्वर्ग प्रवास पर रहते हैं । लिहाजा रविवार से जिला के अन्य देवी देवताओं के साथ कुल्लू घाटी के आराध्य देवता बिजली महादेव भी स्वर्ग प्रवास के लिए रवाना हो गए हैं। इस दौरान तीन माह तक उनके कपाट बंद रहेंगे ।