हिमाचल के मंडी की चौहारघाटी में लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू दल और स्थानीय लोग
हिमाचल प्रदेश में 100 घंटे बाद भी लापता 46 लोगों का सुराग नहीं लग पाया है। शिमला जिला के रामपुर के समेज में सबसे ज्यादा 36 लोग बुधवार आधी रात से लापता है। कुल्लू के बागीपुल में 5, श्रीखंड के रास्ते सिंघगाड़ में 2 और मंडी की चौहारघाटी में भी 2 लोग लापत
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श्रीखंड में 2 लोगों के लापता होने की रविवार को ही पुष्टि हुई है, जोकि श्रीखंड यात्रा के पहले पड़ाव सिंघगाड में ठहरे हुए थे। बादल फटने के बाद यहां पर 2 लोग बाढ़ की चपेट में आ गए।
शिमला जिला के सुन्नी के कोल डेम में महिला के शव को निकालने पहुंची एनडीआरएफ की टीम
सेना और एनडीआरएफ का रेस्क्यू दल गुमशुदा लोगों की तलाश लाइव डिटेक्टर डिवाइस और खोजी कुत्तों के साथ सर्च कर रहा है। खोजी कुत्ते जहां लोगों के दबे होने का संकेत दे रहे है, वहां पर जेसीबी और एलएनटी मशीनों से खुदाई की जा रही है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआईएफ, पुलिस और होमगार्ड के जवान लोगों की तलाश में जुटे हैं। मगर चार दिन से सर्च ऑपरेशन में खासकर समेज में कोई सफलता नहीं मिल पाई। स्थानीय लोग महिला मंडल, युवक मंडल के सदस्य भी रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं।
शिमला जिला के रामपुर से लापता समेज स्कूल की होनहार खिलाड़ी
बागी पुल में 5 लोग अभी भी लापता
कुल्लू के बागी पुल में भी एक ही परिवार के 5 सदस्य सहित 7 लोग लापता हो गए थे। इनमें एक महिला व एक पुरुष का शव मिल चुका हैं, जबकि 5 अभी भी लापता हैं। इनमें 2 नेपाली मूल के व्यक्ति भी शामिल है।
अच्छी बात यह है कि पिछले तीन दिन से ज्यादातर इलाकों में बारिश नहीं हुई। जिस कारण खतरनाक हो चुके नदी-नालों का जलस्तर कम हो रहा है।
समेज में 301 जवान रेस्क्यू में जुटे
रामपुर के समेज में एनडीआरएफ, पुलिस, सेना, एसडीआरएफ, होमगार्ड, सीआईएफ के 301 जवान रेस्क्यू कार्य में जुटे हुए है। कुल्लू के बागीपुल में 38 जवान और मंडी के राजबन में भी 70 जवान रेस्क्यू में लगे हुए हैं।