Himachal athlete coach Balbir Singh India won Three medal Asian Masters Games Chennai | हिमाचल के बलवीर ने भारत के लिए 3 मेडल जीते: वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए क्वालिफाई; साउथ कोरिया में करेंगे देश का प्रतिनिधित्व – Shimla News

चेन्नई में संपन्न ‘एशियन मास्टर्स गेम्स’ के लिए मैडल जीतने वाले शिमला के एथलीट बलवीर सिंह। (दांये साइड)।

हिमाचल प्रदेश के खेल विभाग में एथलेटिक कोच बलवीर सिंह ने ‘एशियन मास्टर्स गेम्स’ में भारत के लिए तीन मेडल जीते। चेन्नई में 5 से 9 नवंबर तक आयोजित टूर्नामेंट में बलवीर सिंह ने शानदार प्रदर्शन कर देशभर में हिमाचल का नाम रौशन किया।

.

बलबीर सिंह ने 18 मिनट 57 सेकेंड में 5000 मीटर (5 किलोमीटर) दौड़ पूरी करके रजत पदक जीता। 38 मिनट 24 सेकेंड में 10,000 मीटर (10 किलोमीटर) दौड़ पूरी कर कांस्य पदक और 5 मिनट 1 सेकेंड में 1500 मीटर दौड़ पूरी करके कांस्य पदक जीता।

वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए किया क्वालिफाई

इसी प्रदर्शन के आधार पर 2026 में दक्षिण कोरिया में होने वाले वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए बलवीर सिंह ने क्वालिफाई कर दिया है। चेन्नई में संपन्न ‘एशियन मास्टर्स गेम्स’ में 30 से ज्यादा एशियाई देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।

'एशियन मास्टर्स गेम्स' के लिए मेडल जीतने वाले शिमला के बलवीर सिंह। (दांये साइड)

‘एशियन मास्टर्स गेम्स’ के लिए मेडल जीतने वाले शिमला के बलवीर सिंह। (दांये साइड)

इस साल कई पदक जीत चुके बलवीर

इससे पहले, फरवरी में आयोजित ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स मीट में बलवीर सिंह ने 1500 मीटर में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद, बेंगलुरु में मास्टर एथलेटिक फेडरेशन ऑफ इंडिया की प्रतियोगिता में 5000 मीटर में गोल्ड मेडल और 1500 मीटर में रजत पदक हासिल जीता।

धर्मशाला में नेशनल मास्टर्स गेम्स ऑफ इंडिया में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 किलोमीटर दौड़ में गोल्ड मेडल, 5000 मीटर में एक और गोल्ड तथा 1500 मीटर में कांस्य पदक जीते।

भारत के लिए मेडल जीतने वाले शिमला के बलवीर सिंह। (दांये साइड)

भारत के लिए मेडल जीतने वाले शिमला के बलवीर सिंह। (दांये साइड)

20 युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रहे

बलवीर सिंह युवा सेवाएं एवं खेल विभाग में एथलेटिक कोच के तौर पर कार्यरत है। वह 20 से अधिक युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। बलवीर सिंह न केवल उन्हें ट्रेनिंग देते हैं, बल्कि स्वयं उनके साथ खुद भी अभ्यास करते हैं।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *